'इमरान खान की वजह से बिगड़े भारत से रिश्ते', नवाज शरीफ बोले- पुरानी बातों को भूल नई शुरुआत करने का आ गया समय
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि उम्मीद है कि भारत और पाकिस्तान अपने अतीत को भूलकर भविष्य में सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ेंगे। नवाज शरीफ ने यह भी कहा कि अगर एससीओ समिट में पीएम मोदी आते तो और बेहतर होता। एस. जयशंकर का दौरा दोनों देशों के रिश्तों में जमी बर्फ को पिघला सकता है। शरीफ ने पूर्व पीएम इमरान खान पर जमकर निशाना साधा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत के साथ बेहतर रिश्ते की पेशकश की। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर भी निशाना साधा। नवाज ने कहा कि भारत के साथ रिश्ते बिगाड़ने में इमरान खान की भूमिका अहम रही है। हालांकि भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर की मौजूदा पाकिस्तान यात्रा से नवाज शरीफ बेहद उत्साहित हैं। उनका मानना है कि यह रिश्तों में जमी बर्फ को पिघलाने के लिए एक अच्छी शुरुआत है।
नई शुरुआत करने का समय
तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ ने गुरुवार को कहा कि दोनों पक्षों को अब बातचीत करना चाहिए। उन्होंने साल 2015 में अचानक पीएम मोदी के लाहौर पहुंचने की भी सराहना की। नवाज ने कहा कि पुरानी बातों को भूलकर अब नई शुरुआत करने का समय आ गया है।
एससीओ समिट में पहुंचे थे जयशंकर
बता दें कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर 15 अक्टूबर को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन में हिस्सा लेने पाकिस्तान पहुंचे थे। यह नौ साल बाद किसी भारतीय विदेश मंत्री का पाकिस्तान दौरा था। आखिरी बार सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान की यात्रा की थी।क्रिकेट और व्यापार शुरू होना चाहिए
नवाज शरीफ ने कहा कि दोनों देशों के मध्य क्रिकेट और व्यापार दोबारा शुरू होना चाहिए। इससे रिश्तों में जमी बर्फ पिघलेगी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के मध्य रिश्तों को बेहतर करने के लिए पुल की तरह भूमिका निभाने को भी तैयार हूं।आगे बढ़ने की जताई उम्मीद
नवाज शरीफ ने कहा कि हमें अच्छे पड़ोसियों की तरह रहना चाहिए। हमारे करीब 70 साल लड़ाई में बीत चुके हैं। इसे आगे 70 साल नहीं ले जाना चाहिए। दोनों देशों को बैठकर चर्चा करनी चाहिए और सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ना चाहिए। उल्लेखनीय है कि पुलवामा हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार ठप है। वहीं अभी तक दोनों देशों के बीच कोई द्विपक्षीय वार्ता भी नहीं हुई है।