खरीदने जा रहे हैं इलेक्ट्रिक बाइक, पहले जान लें 5 फायदे और 5 नुकसान
इलेक्ट्रिक बाइक, पेट्रोल बाइक से अलग अनुभव देती है। इसके कई फायदे हैं जैसे पेट्रोल का खर्च नहीं, स्मूथ राइडिंग और कम रखरखाव। लेकिन यह पेट्रोल बाइक से महंगी होती है, रीसेल वैल्यू कम होती है, ड्राइविंग रेंज सीमित होती है और चार्जिंग में समय लगता है। चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी भी एक बड़ी समस्या है।

इलेक्ट्रिक बाइक खरीदने के 5 फायदे और 5 नुकसान।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। पेट्रोल चे चलने वाली मोटरसाइकिल की तुलना में इलेक्ट्रिक बाइक को चलाने का अनुभव काफी अलग होता है। इलेक्ट्रिक बाइक चलाने का अनुभव काफी अलग होने के साथ ही पेट्रोल से चलने वाली मोटरसाइकिल से काफी अलग भी होती है। अगर आप इलेक्ट्रिक बाइक खरीदने के बारे में सोच रहे हैं यह खबर आपके लिए ही है। हम यहां पर आपको इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल के 5 फायदे और 5 नुकसान के बारे में आपको बता रहे हैं। आइए इसके बारे में विस्तार में जानते हैं।
इलेक्ट्रिक बाइक के फायदे
- पेट्रोल का खर्च नहीं लगता: जिस तरह से पेट्रोल की कीमतें आसमान छू रही हैं, ऐसे में अपनी इलेक्ट्रिक बाइक पर पेट्रोल पंप से बिना रुके आगे बढ़ जाना एक अच्छा एहसास देता है।
- स्मूथ राइडिंग मिलती है: चूँकि इनमें कोई वास्तविक इंजन नहीं होता और घूमने वाले यांत्रिक पुर्जे (mechanical parts) बहुत कम होते हैं, इलेक्ट्रिक वाहन चलाने में अविश्वसनीय रूप से स्मूथ होते हैं। भारत में रोजमर्रा का आवागमन कितना भी अराजक क्यों न हो, एक EV की शांति आपको एक जेन-जैसी स्थिति में ला सकती है, जहाँ आप अपने शांत, छोटे से स्पेस में बाहरी शोरगुल से कटे हुए महसूस करते हैं।
- कम रखरखाव लागत: पेट्रोल से चलने वाली बाइक की तुलना में इलेक्ट्रिक बाइक में कम चलने वाले पुर्जे होते हैं, जिसका मतलब है कि रखरखाव की आवश्यकता बहुत कम होती है। इंजन ऑयल, स्पार्क प्लग, फ्यूल फिल्टर आदि को बदलने की कोई आवश्यकता नहीं है। आपको मुख्य रूप से केवल टायर, ब्रेक, चेन और बाइक के इलेक्ट्रिकल सिस्टम पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है, जिससे लागत काफी कम हो जाती है।
- हर समय पूरी पावर मिलती है: इलेक्ट्रिक मोटर तुरंत पीक टॉर्क पैदा करती हैं। जिसने भी EV चलाई है, वह जानता होगा कि थ्रॉटल घुमाते ही EV प्रभावशाली एक्सेलेरेशन के साथ आगे बढ़ती है। यह एक बहुत ही अलग और रोमांचक राइडिंग अनुभव प्रदान करता है।
- कई बेहतरीन फीचर्स मिलते हैं: इलेक्ट्रिक बाइक नए, अधिक आधुनिक प्लेटफॉर्म पर बनाई जाती हैं और उनमें बहुत सारे फीचर्स होते हैं। इलेक्ट्रिक बाइक में हिल होल्ड जैसे उपयोगी फीचर्स दिए जाते हैं।
इलेक्ट्रिक बाइक के नुकसान
- पेट्रोल वाली के मुकाबले महंगी होती है: इलेक्ट्रिक बाइक अक्सर अपने पेट्रोल-चालित प्रतिद्वंद्वियों की तुलना में कम से कम 20-30% अधिक महंगी होती हैं। यदि आप किफायती बाइक खरीद रहे हैं तो आपको शुरू में काफी अधिक राशि देनी पड़ सकती है, जो कुछ संभावित खरीदारों को इलेक्ट्रिक बाइक से दूर कर सकती है।
- रीसेल वैल्यू कम होती है: अगर आप कुछ वर्षों के इस्तेमाल के बाद अपनी इलेक्ट्रिक बाइक बेचना चाहते हैं, तो उसकी रीसेल वैल्यू थोड़ी कम हो सकती है, खासकर अगर आपकी उम्मीदें पेट्रोल बाइक के समान हैं। इसका मुख्य कारण बैटरी का खराब होना है। चूंकि बैटरी EV का सबसे महंगा हिस्सा है, इसलिए बेहतर रीसेल वैल्यू की उम्मीद में नई बैटरी खरीदना व्यावहारिक नहीं होता।
- सीमित ड्राइविंग रेंज मिलती है: अधिकांश इलेक्ट्रिक बाइक की रेंज 200 किमी से कम होती है। जबकि यह रोजमर्रा के आवागमन के लिए पर्याप्त हो सकता है, लेकिन इसकी तुलना पेट्रोल बाइक से नहीं की जा सकती। 200cc से कम की अधिकांश बाइक एक फुल टैंक में 500 किमी से अधिक चल सकती हैं। इसलिए, इलेक्ट्रिक बाइक के साथ, आपको हर बार बाहर निकलने से पहले कुछ गणना करनी होगी।
- चार्जिंग में लंबा समय लगता है: पेट्रोल बाइक न केवल फुल टैंक पर अधिक रेंज देती हैं, बल्कि मिनटों में उनमें फ्यूल भरा जा सकता है। इलेक्ट्रिक बाइक के साथ, आपको अपनी बैटरी की स्थिति के अनुसार यात्रा की योजना बनानी होगी। यहाँ तक कि एक छोटी सी टॉप-अप चार्जिंग में भी कम से कम आधा घंटा लग सकता है, जो एक लंबे दिन के बाद थकाऊ हो सकता है।
- चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर: चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यापक कमी अक्सर इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने में सबसे बड़ी बाधा होती है। बड़े शहरों में फास्ट चार्जिंग उपलब्ध है, लेकिन यह अभी भी पूरे शहर में वितरित नहीं है। छोटे शहरों में चार्जिंग स्टेशन ढूंढना अधिक कठिन हो सकता है। इसके अलावा, चार्जिंग स्टेशनों के ठीक से काम न करने या निष्क्रिय होने की खबरें भी आती रहती हैं, जिससे काम कर रहे स्टेशनों पर लंबी कतारें लग सकती हैं।

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