CNG vs Electric Three-Wheelers: जानें रोजाना इस्तेमाल के लिए कौन है सबसे फायदेमंद?
CNG vs Electric Three-Wheelers भारत में थ्री-व्हीलर ऑटो रिक्शा महत्वपूर्ण हैं जो रोजगार और परिवहन में सहायक हैं। इलेक्ट्रिक और सीएनजी ऑटो रिक्शा के बीच चुनाव में कीमत फ्यूल लागत और मेंटेनेंस जैसे पहलू महत्वपूर्ण हैं। इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा की शुरुआती कीमत ज्यादा लेकिन यह फ्यूल और मेंटेनेंस में बचत कराता है। सीएनजी ऑटो रिक्शा लंबी दूरी के लिए जबकि इलेक्ट्रिक शहर में कम दूरी के लिए बेहतर है।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। भारत में महानगरों से लेकर कस्बो और गावों में थ्री-व्हीलर ऑटो रिक्शा रोजमर्रा की जिंदगी के लिए अहम हिस्सा बन चुका है। इसके साथ ही यह लोगों के रोजगार का भी साधन बन चुका है। इसके जरिए चाहे सवारी ढोना हो या लास्ट माइल डिलीवरी करना हो। इसका इस्मेला लागों करते हैं। हाल के समय में कई तरह के ऑटो रिक्शा आ रहे हैं, जो डीजल फ्यूल से लेकर CNG और इलेक्ट्रिक बैटरी पर चलते हैं। हम यहां पर आपको इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर और CNG थ्री-व्हीलर में से किसे लेना ज्यादा फायदेमंद रहेगा, इसके हर पहलू पर गहराई से समझाते हुए बता रहे हैं।
CNG vs Electric Three-Wheelers: कीमत
भारत में इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा को 2.5 लाख से लेकर 3.5 लाख रुपये की कीमत के बीच ऑफर किया जाता है। वहीं, CNG थ्री-व्हीलर को 2 लाख से लेकर 2.5 लाख रुपये की कीमत में बिक्री होती है। मतलब, अगर बजट सीमित है और आप शुरुआत में कम खर्च करना चाहते हैं, तो CNG सस्ता ऑप्शन है, लेकिन इलेक्ट्रिक की ज्यादा कीमत लंबे समय में बचत से निकल जाती है।
CNG vs Electric Three-Wheelers: फ्यूल बनाम चार्जिंग लागत
- इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा की चार्जिग लागत करीब प्रति किलोमीटर 0.5 रुपये से लेकर 0.7 रुपये तक खर्च होता है। वहीं, CNG की लागत करीब 2.5 रुपये प्रति किलोमीटर से लेकर 3 रुपये प्रति किलोमीटर तक खर्च होता है।
- इसे आप इस तरह से भी समझ सकते हैं। मान लीजिए, अगर आप रोजाना 100 किलोमीटर चलाते हैं, तो इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा के लिए 60–70 रुपये खर्च करना पड़ेगा, जबकि CNG ऑटो रिक्शा के लिए 250–300 रुपये तक खर्च होगा। इस तरह महीने भर में इलेक्ट्रिक से करीब 5,000–6,000 रुपये की बचत होती है। यही असली फायदा है, जो लंबे समय में इलेक्ट्रिक को बेहतर बनाता है।
CNG vs Electric Three-Wheelers: मेंटेनेंस
- इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा में इंजन ऑयल, फिल्टर, स्पार्क प्लग जैसी चीजों की जरूरत नहीं होती है। यह कम पार्ट्स पर चलते हैं, इसलिए गाड़ी कम खराब होती है और मेंटेनेंस सस्ता पड़ता है।
- CNG ऑटो रिक्शा में जन को समय-समय पर ट्यूनिंग, फिल्टर बदलने और रेगुलर सर्विस की जरूरत पड़ती है। इस मेंटेनेंस में काफी पैसा भी खर्च होता है। मतलब, इलेक्ट्रिक गाड़ी ज्यादा समय तक बिना झंझट के चलती है।
CNG vs Electric Three-Wheelers: रेंज और रीफ्यूलिंग
- इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा को एक बार चार्ज करने पर 80–120 किमी की दूरी तक चलाया जा सकता है और इसकी बैटरी को फुल चार्ज होने में 3-4 घंटे का समय लगता है।
- CNG ऑटो रिक्शा फुल टैंक पर करीब 150 से 200 किमी तक का माइलेज देती है और अगर इसमें फ्यूल खत्म होने वाला हो तो उसे भरवाने में कुछ ही मिनट का समय लगता है।
CNG vs Electric Three-Wheelers: किसे चुनें?
- अगर आपको डेली रनिंग शहर तक सीमित है और चार्जिंग की सुविधा भी आसानी से मिल जाती है, तो आपके लिए इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा ज्यादा फायदे का सौदा रहेगा।
- अगर आपको रोजाना लंबी दूरी तय करना पड़ता है और आपको फ्यूल खत्म होने से पहले तुरंत रीफ्यूलिंग चाहिए, तो आप CNG ऑटो रिक्शा को खरीद सकते हैं।
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