Maruti Suzuki eVitara क्यों बनी कंपनी की पहली EV, टेस्टिंग के बाद भी क्यों नहीं आई Electric Wagon R
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग को देखते हुए, मारुति सुजुकी अपनी पहली इलेक्ट्रिक गाड़ी, eVitara को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। WagonR को ...और पढ़ें

ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग लगातार बढ़ रही है। जिसे देखते हुए वाहन निर्माताओं की ओर से लगातार नए Electric Vehicle पेश और लॉन्च किए जा रहे हैं। Maruti Suzuki की ओर से भी EV सेगमेंट में पहली गाड़ी के तौर पर eVitara को लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है। लेकिन क्यों मारुति की ओर से Electric Wagon R को टेस्ट करने के बाद भी लॉन्च नहीं किया गया है। हम आपको इस खबर में बता रहाे हैं।
पहली EV के तौर पर Maruti Suzuki eVitara होगी लॉन्च
मारुति की ओर से अपनी पहली इलेक्ट्रिक गाड़ी के तौर पर ई विटारा को लॉन्च करने की तैयारी की जा रही है। निर्माता की ओर से इस एसयूवी को गुजरात के प्लांट में बनाया जाएगा और 2026 के शुरू में इस एसयूवी को औपचारिक तौर पर लॉन्च किया जा सकता है।
पेश हो चुकी है एसयूवी
Maruti eVitara को इसके पहले 2025 के शुरू में हुए ऑटो एक्सपो के दौरान पेश किया जा चुका है। लेकिन उसके बाद भी इतनी देर सिर्फ इसलिए की जा रही है क्योंकि मारुति लॉन्च से पहले अपने ईवी इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करना चाहती है। दिसंबर तक निर्माता की ओर से देशभर में दो हजार चार्जर का इंफ्रास्ट्रचर तैयार किया जा चुका है और 2030 तक यह लक्ष्य एक लाख तक रखा गया है।
Maruti Suzuki Wagon R हो सकती थी पहली Electric Car
काफी कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि मारुति की ओर से पहली ईवी के तौर पर ई विटारा की जगह वैगन आर को टेस्ट किया जा रहा था। टेस्ट के बाद भी इस गाड़ी को बाजार में कई कारणों से लॉन्च नहीं किया गया।
क्या हैं प्रमुख कारण
Maruti Wagon R के Electric वर्जन को भारत में कई कारणों से लॉन्च नहीं किया गया है।
- वैगन आर को एंट्री लेवल हैचबैक सेगमेंट में ऑफर किया जाता है। इस सेगमेंट में लोग बजट को तरजीह देते हैं। लेकिन अगर वैगन आर के इलेक्ट्रिक वर्जन को बाजार में ऑफर किया जाता तो इसकी कीमत करीब 10 लाख रुपये तक पहुंच सकती थी।
- दूसरा कारण हैचबैक सेगमेंट में ICE तकनीक वाली कारों की बिक्री लगातार कम हो रही है और अगर मारुति की ओर से इस सेगमेंट में ईवी को ऑफर किया जाता तो उसकी बिक्री भी ICE सेगमेंट की तरह होने की संभावना थी।
- तीसरा कारण देश में पिछले कुछ सालों से एसयूवी सेगमेंट के वाहनों की सबसे ज्यादा मांग है। इस कारण भी मारुति किसी हैचबैक या अन्य सेगमेंट की कार को पहली इलेक्ट्रिक कार के तौर पर नहीं लाना चाहती थी।
अधिकारियों ने कही थी यह बात
मारुति सुजुकी की ओर से कुछ समय पहले तक यही कहा जाता रहा है कि भारत में अभी ईवी सेगमेंट के वाहनों की संख्या काफी कम है। इसके साथ ही मारुति के अधिकारियों ने पहले यह भी कहा है कि वह EV के मुकाबले Hybrid या ICE सेगमेंट के वाहनों पर भी अपना फोकस करना चाहते हैं।

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