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    एक ही भवन में चल रहा मिडिल और +2 स्कूल, 646 बच्चों छात्रों के लिए मात्र 14 शिक्षक

    Updated: Wed, 10 Dec 2025 02:23 PM (IST)

    औरंगाबाद के टंडवा स्थित राजकीय मध्य विद्यालय में शिक्षक और संसाधनों की कमी है। उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टंडवा में 646 छात्रों के लिए केवल 14 शिक्षक है ...और पढ़ें

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    646 बच्चों के साथ मात्र 14 शिक्षक  

    संवाद सूत्र, नबीनगर (औरंगाबाद)। प्रखंड क्षेत्र के टंडवा स्थित राजकीय मध्य विद्यालय टंडवा पूर्वी के भवन में चल रहा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टंडवा शिक्षक एवं संसाधन की कमी से जूझ रहा है। एक ओर सरकार एवं शिक्षा विभाग विद्यालयों में बेहतर शिक्षा एवं संसाधन मुहैया कराने का दावा करती है वहीं दूसरी ओर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टंडवा संसाधन एवं शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलता नजर आ रहा है।

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    विद्यालय में शिक्षकों की घोर कमी है। अधिकारियों के द्वारा विद्यालय की जांच के नाम पर केवल खाना पूर्ति कर कोरम पूरा किया जाता है।उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टंडवा में शिक्षक एवं संसाधन का घोर अभाव है इस विद्यालय में नामांकित छात्र छात्राओं की संख्या 646 हैं परंतु शिक्षक महज चौदह है। 

    विद्यालय में कमरे की घोर कमी

    विद्यालय में कमरे की घोर कमी है विद्यालय में वर्ग कक्ष के लिए मात्र चार कमरे हैं।अब सोचा जा सकता है कि विद्यालय में किस तरह से छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही होगी। विद्यालय में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति काफी कम था।

    निजी कोचिंग का सहारा

    छात्र राहुल कुमार, अंशु कुमार,लवकुश कुमार,नीरज कुमार,आदर्श कुमार, सौरव कुमार,संजना कुमारी,गुनगुन कुमारी, रूचि कुमारी,शोभा कुमारी,अनामिका कुमारी,शना परवीन ने बताया कि विद्यालय में शिक्षक नहीं होने के कारण कोर्स पूरा करने के लिए हम लोगों को निजी कोचिंग का सहारा लेना पड़ रहा है। 

    कंप्यूटर को छोड़कर किसी भी विषय के शिक्षक नहीं

    विद्यालय में माध्यमिक स्तर पर विज्ञान विषय के एवं शारीरिक शिक्षक नहीं हैं वहीं 10+2 में विज्ञान संकाय के भौतिकी एवं कला संकाय में राजनीतिक विज्ञान मनोविज्ञान तथा कंप्यूटर को छोड़कर किसी भी विषय के शिक्षक नहीं है। विद्यालय में कंप्यूटर लैब,लाइब्रेरी, पुस्तकालय तथा जिम की कोई व्यवस्था नहीं है।

    विद्यालय का अपना खेल मैदान भी नहीं है। खेल मैदान नहीं होने से क्षेत्र छात्रों की प्रतिभाएं कुंठित हो रही हैं।

    विद्यालय का अपना स्वतंत्र भवन नहीं

    इस संबंध में पूछने पर प्रधानाध्यापक दयाकांत तिवारी ने बताया कि स्पॉट एडमिशन करने वाले छात्र छात्रा प्रतिदिन विद्यालय नहीं आते हैं जिसके कारण छात्रों की उपस्थिति कम है।विद्यालय में शिक्षक एवं संसाधनों का अभाव है। प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय का अपना स्वतंत्र भवन नहीं है। राजकीय मध्य विद्यालय टंडवा पूर्वी के भवन में उच्च विद्यालय प्लस टू टंडवा चलता है। 

    प्रधानाध्यापक ने बताया कि भवन निर्माण के लिए टेंडर भी हुआ था लेकिन मानक के अनुसार जमीन उपलब्ध नहीं होने के कारण भवन का निर्माण नहीं हो सका है। कहा कि व्यवस्था को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है जल्द ही विद्यालय की व्यवस्था सुदृढ़ होगी एवं छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ेगी।