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    परिवार के हाथों में चुनाव प्रचार की कमान, मां-पिता-पत्नी-पुत्र सब गांव-गांव दौड़ लगाकर मांग रहे वोट

    Updated: Fri, 31 Oct 2025 01:13 PM (IST)

    औरंगाबाद जिले में विधानसभा चुनाव का प्रचार चरम पर है। हर क्षेत्र में उम्मीदवार और उनके परिवार वाले वोट मांग रहे हैं। नबीनगर में एक प्रत्याशी के लिए पूरा परिवार मैदान में उतरा है। वहीं, ओबरा में पत्नी और मां प्रचार कर रही हैं। उम्मीदवार खुद भी दिन-रात मतदाताओं से मिल रहे हैं। पारिवारिक समर्थन ने चुनावी माहौल को रोचक बना दिया है।

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    परिवार के हाथों में चुनाव प्रचार की कमान

    जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। जिले में विधानसभा चुनाव का माहौल अब चरम पर है। चुनाव प्रचार अभियान तेज हो गया है। हर विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी और उनके स्वजन मतदाताओं तक पहुंचकर समर्थन जुटाने में जुटे हैं। कहीं पिता तो कहीं मां, पत्नी और पुत्र प्रचार की कमान संभाले हुए हैं। यह नजारा जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है। 

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    नबीनगर में एक प्रत्याशी के लिए पूरा परिवार चुनावी मैदान में उतर गया है। पत्नी, मां और पिता अलग-अलग इलाकों में जनसंपर्क कर रहे हैं। परिवार के सभी सदस्य मतदाताओं से प्रत्याशी को विजयी बनाने की अपील कर रहे हैं। मतदाताओं को यह समझा रहे हैं कि उनका पुत्र या पति जीतेंगे तो क्षेत्र का काफी विकास करेंगे। 

    गांव-गांव जाकर प्रचार कर रहे 

    वहीं एक महिला प्रत्याशी के लिए उनके पति गांवों में घूमकर पत्नी के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। मतदाताओं को बता रहे हैं कि इसबार मौका है। औरंगाबाद विधानसभा क्षेत्र में एक प्रत्याशी के लिए उनके पिता समेत परिवार के अन्य सदस्य गांव-गांव जाकर प्रचार कर रहे हैं। मतदाताओं के द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को गलत बताकर जीताने की अपील कर रहे हैं। 

    ओबरा में एक प्रत्याशी के लिए उनकी पत्नी, पूर्व केंद्रीय मंत्री रहीं मां समेत अन्य स्वजन प्रचार की कमान संभाले हुए हैं। घर-घर जाकर मतदाताओं से पुत्र और पति के पक्ष में वोट देने की अपील कर रही हैं। प्रचार की यही स्थिति अन्य विधानसभा क्षेत्र में हैं। 

    दिन-रात लोगों के बीच पहुंच रहे

    उधर, प्रत्याशी भी स्वयं दिन-रात लोगों के बीच पहुंच रहे हैं। हाथ जोड़कर वोट मांग रहे हैं, यहां तक कि मतदाताओं के पैर छूकर आशीर्वाद भी ले रहे हैं। पैर छूने में न उम्र देख रहे हैं न जाति या समाज का भेदभाव दिख रहा है। 

    चुनाव प्रचार के इस पारिवारिक समर्पण ने चुनावी माहौल को और अधिक रोचक बना दिया है। किस गांव में कौन से दिन प्रचार करना है उसे इंटरनेट मीडिया पर जानकारी दी जा रही है। जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में अब घर-घर चर्चा चुनावी जोश और पारिवारिक एकजुटता की हो रही है।