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    Banka News: UPSC में बांका के दो बेटों का भी रहा दबदबा, दिल छू लेगी सफलता की कहानी

    बांका जिले के दो छात्रों ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में पहली बार सफलता हासिल की है। चंगेरी मिर्जापुर के पारस कुमार को 269वीं रैंक मिली है जबकि महौता गांव के अनिकेत रंजन को 857वीं रैंक प्राप्त हुई है। पारस ने बिना किसी कोचिंग के यह सफलता हासिल की है जबकि अनिकेत ने तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की है।

    By Bijendra Kumar Rajbandhu Edited By: Mukul Kumar Updated: Tue, 22 Apr 2025 08:59 PM (IST)
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    UPSC में बांका के दो बेटों का भी रहा दबदबा

    जागरण संवाददाता, बांका। संघ लोक सेवा आयोग ने मंगलवार को यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। इसमें पहली बार बांका के दो छात्रों ने सफलता हासिल की है।

    बाराहाट प्रखंड में चंगेरी मिर्जापुर निवासी पारस कुमार को परीक्षा में 269 रैंक मिला है। पारस कुमार 65वीं बीपीएससी में सफल होकर पिछले ढाई साल से जमुई में शिक्षा विभाग का जिला कार्यक्रम पदाधिकारी है।

    बिना किसी कोचिंग में पढ़े हासिल की सफलता 

    पारस से अपनी ड्यूटी करते हुए परीक्षा में बिना किसी कोचिंग में पढ़े सफलता प्राप्त की है। पारस के पिता राजू मंडल पिछले 20 साल से बांका शहर के नयाटोला में घर बनाकर रह रहे हैं। वे मूलरूप से किसान हैं।

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    मां सुलेखा देवी गृहिणी हैं। उसके पिता राजू मंडल बताते हैं कि मैट्रिक के पास ही उसके बेटे में बड़ा कर दिखाने का भरोसा दिया था।

    सेंट जोसफ से मैट्रिक करने के बाद वे उसे एलएन में नामांकन कराने कोटा चले गए। लेकिन वह केवल तीन दिन कोटा में पढ़कर घर लौट आया। फिर धौनी हाईस्कूल में इंटर साइंस में नामांकन करना पड़ा।

    घर में ही रात-रात भर स्वध्याय कर उसने सफलता हासिल की है। पिता ने बताया कि अपने जन्म दिन पर 16 मार्च को घर आया था।

    परिवार के साथ केक काट का जन्म दिन मनाया था। बेटे की इस सफलता से आज किसी भी पिता का सीना चौड़ा हो जाएगा।

    जबकि दूसरी सफलता अमरपुर प्रखंड के महौता गांव निवासी अनिकेत रंजन को मिली है। अनिकेत को 857वां रैंक प्राप्त हुआ है।

    अनिकेत के पिता हैं पोस्टमास्टर

    अनिकेत के पिता सुनील कुमार पवन पुनसिया डाकघर में पोस्टमास्टर हैं। मां मोनिका कुमारी गांव में ही रहती हैं। उसके नाना जगतपुर निवासी राजेंद्र दास बांका कोर्ट में पेशकार थे।

    अनिकेत ने नाना के पास रहकर ही सेंट जोसफ स्कूल से दसवीं तक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वह इंटर की पढ़ाई के लिए श्यामली रांची चला गया।

    फिर दिल्ली विश्वविद्यालय से गणित में स्नातक किया। 2021 में स्नातक तक अनिकेत ने यूपीएससी देना शुरु किया। तीसरे प्रयास में उसे सफलता मिली। अनिकेत ने फोन पर बताया कि उन्हें आईपीएस मिलने की संभावना है।

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