Adani Enterprises को बिहार में मिला 8292 करोड़ का मुंगेर-भागलपुर मरीन ड्राइव का ठेका, दिसंबर में काम शुरू; जानें खासियत
ADANIENT, Munger-Bhagalpur Marine Drive, Bhagalpur-Munger Marine Drive: अदाणी इंटरप्राइजेज 8292.65 करोड़ की लागत से भागलपुर-मुंगेर मरीन ड्राइव का निर्माण करेगा। मुंगेर के सफियाबाद से भागलपुर के सबौर तक 75.80 किलोमीटर दूरी वाले मरीन ड्राइव बनाने की दिशा में पहल तेज कर दी गई है। दिसंबर 2025 में मुंगेर-भागलपुर मरीन ड्राइव का काम दो चरणों में शुरू होगा।

Munger-Bhagalpur Marine Drive: अदाणी इंटरप्राइजेज को बिहार में 8300 करोड़ का ठेका मिला, चार साल में भागलपुर-मुंगेर मरीन ड्राइव बनकर होगा तैयार।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। ADANIENT, Munger-Bhagalpur Marine Drive, Bhagalpur-Munger Marine Drive अदाणी इंटरप्राइजेज 8292.65 करोड़ की लागत से भागलपुर-मुंगेर मरीन ड्राइव का निर्माण करेगा। मुंगेर सफियाबाद से भागलपुर के सबौर तक 75.80 किलोमीटर लंबी बनने वाली मरीन ड्राइव बनाने की दिशा में पहल तेज कर दी गई है। दिसंबर में मुंगेर-भागलपुर मरीन ड्राइव का काम शुरू होगा। मरीन ड्राइव बनाने का काम अडाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड को मिला है। दो चरणों में काम होना है। पहले चरण में सफियाबाद से अजगैवीनाथ धाम (सुल्तानगंज) रोड तक 35 किलोमीटर और दूसरा अजगैवीनाथ धाम रोड से सबौर 40.80 किलोमीटर तक काम होगा। मरीन ड्राइव के निर्माण के लिए 4450.17 करोड़ रुपये का इस्टीमेट है।
दूसरे फेज के अजगैवीनाथ धाम से सबौर तक मरीन ड्राइव इस्टीमेट 3842.48 करोड़ रुपये है। चयनित एजेंसी को 1460 दिनों में यानी चार साल में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है। मरीन ड्राइव बनाने के लिए नोडल एजेंसी बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड है। मरीन ड्राइव बनाने वाली एजेंसी 15 सालों तक उसका मेंटनेंस भी करेगी। मरीन ड्राइव फोरलेन व एलिवेटेड होगा।
पटना की तर्ज पर गंगा नदी किनारे बनने वाले मरीन ड्राइव सह गंगा पथ निर्माण की पहल तेज कर दी गई हैं। बुधवार को जमीन संबंधी मामलों और एलाइनमेंट के लिए अधिकारी सर्वे कार्य के लिए पहुंचे। टीम ने अजगैबीनाथ धाम परिसीमन अन्तर्गत गनगनियां, कमरगंज, मसदी से लेकर अकबरनगर तक का सर्वे किया। हालांकि जो अधिकारी पहुंचे थे उन्होंने किसी तरह की जानकारी देने से मना किया।
सर्वे टीम ने स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों से भूमि से संबंधित जानकारी ली। तिलकपुर से अकबरनगर तक के बीच में पड़ने वाले किसनपुर तक गंगा नदी किनारे संचालित ईंट भट्ठे का भी सर्वे किया गया। जल्द ही भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाएगी। मरीन ड्राइव बनाने के लिए नोडल एजेंसी बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड (बीएसआरडीसीएल) है।
मरीन ड्राइव का काम अडाणी इंटरप्राइजेज को मिला है। दोनों हिस्सों का काम इसी एजेंसी को कराना है। इपीसी मोड में होने वाला कार्य के लिए एजेंसी का निर्णय क्या होता है ये उसी पर निर्भर है। अडाणी इंटरप्राइजेज ये काम किसी दूसरी एजेंसी से भी करा सकती है। -बब्लू कुमार, मुख्य महाप्रबंधक, बीएसआरडीसीएल।

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