Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Bhagalpur University: टीएमबीयू में शिक्षकों और कर्मचारियों को मिलेगा प्रमोशन, राजभवन ने दी अनुमति

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 01:48 PM (IST)

    राजभवन ने टीएमबीयू के प्रभारी कुलपति प्रो. बिमलेंदु शेखर झा को शिक्षकों और कर्मचारियों के प्रमोशन की अनुमति दी है जिससे लम्बे समय से प्रमोशन का इंतजार कर रहे कर्मचारियों की मांग पूरी होने की उम्मीद है। विश्वविद्यालय सिंडिकेट की बैठक में गेस्ट फैकल्टी की नियुक्ति का मामला भी रखेगा क्योंकि पूर्व कुलपति पर नियमों की अनदेखी का आरोप है। कॉलेज कर्मियों को पहली बार प्रमोशन मिलेगा।

    Hero Image
    टीएमबीयू में शिक्षकों और कर्मचारियों को मिलेगा प्रमोशन, राजभवन ने दी अनुमति

    संवाद सहयोगी, नाथनगर (भागलपुर)। राजभवन ने तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के प्रभारी कुलपति प्रो. बिमलेंदु शेखर झा को शिक्षकों और कर्मचारियों के प्रमोशन सहित अन्य मामलों की अनुमति प्रदान कर दी है। शिक्षकों और कर्मचारियों को लंबे समय से प्रमोशन का इंतजार था, अब उनकी मांगें पूरी होंगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसके साथ ही विश्वविद्यालय अब सिंडिकेट, वित्त समिति और एकेडमिक काउंसिल की बैठक भी कर सकेगा। सिंडिकेट की बैठक में अप्रैल में हुई गेस्ट फैकल्टी की बहाली का मामला भी रखा जाएगा। अनुमति प्रदान करने का पत्र राजभवन के अपर सचिव नंदलाल आर्य ने जारी किया है।

    नियम और योग्यता को किया नजरअंदाज

    पूर्व कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने गेस्ट फैकल्टी बहाली सिंडिकेट की प्रत्याशा में किया था। सिंडिकेट के सदस्यों का कहना है कि वे किसी भी कीमत पर इस बहाली को पारित नहीं करेंगे, क्योंकि इसमें पूर्व कुलपति ने नियमों और योग्यता को नजरअंदाज किया था।

    कॉलेज कर्मियों को पहली बार मिलेगा प्रमोशन

    1996 और 2003 बैच के शिक्षकों को 2016 के बाद प्रमोशन नहीं मिला था, जबकि कॉलेज कर्मचारियों को पहली बार प्रमोशन मिलेगा। सिंडिकेट, वित्त समिति और एकेडमिक काउंसिल की बैठक अप्रैल में हुए चुनाव के बाद पहली बार होगी। शिक्षकों के प्रमोशन से प्रोफेसर की संख्या बढ़ेगी।

    पिछले साल 94 असिस्टेंट प्रोफेसरों को मिला था प्रमोशन

    पिछले फरवरी में 94 असिस्टेंट प्रोफेसरों को स्केल 10 से स्केल 11 में प्रमोशन मिला था, जो 2016 के बाद शिक्षकों को मिला पहला प्रमोशन था। हालांकि, 1996 और 2003 बैच के शिक्षक इससे वंचित रह गए थे।

    कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने इन शिक्षकों को केवल आश्वासन दिया था। कर्मचारियों के साथ भी यही स्थिति रही। राजभवन ने प्रो. लाल के अधिकारों पर रोक लगा दी थी। उनके टर्म पूरा होने पर प्रो. बिमलेंदु शेखर झा प्रभारी कुलपति बने।