बिहार पंचायत चुनाव 2021: सरपंच का कद बढ़ा, काफी संख्या में पंच उम्मीदवार लड़ रहे चुनाव, जानिए... बांका का हाल
बिहार पंचायत चुनाव 2021 403 पंच के उम्मीदवारों ने बांका के कटोरिया प्रखंड से किया नामांकन। 66 सरपंच के उम्मीदवारों में 39 महिला शामिल। इस चुनाव में स ...और पढ़ें

संवाद सूत्र, जयपुर (बांका)। सरपंच को पंचायती राज व्यवस्था के तहत तीन बड़े अधिकार दिए जाने की चर्चा से पंचायत चुनाव दिलचस्प हो गया है। सरपंच के बढ़े कद के वजह से इस बार पंचायत चुनाव में सरपंच के साथ पंचों की संख्या भी काफी बढ़ गई है। पिछले दो पंचायत चुनावों में जहां पंचों के दर्जनभर पद रिक्त रह गए थे। वहीं, इस बार 403 पंचों ने नामांकन दाखिल कराया है। चुनाव की काफी गहमागहमी बढ़ी हुई है।
गांव की पंछी में आज भी है परमेश्वर
पंच में परमेश्वर का वास करता है, गांव समाज में यह धारणा अब भी कायम है। मगर अब सरपंच की थोड़ी जिम्मेदारी क्या बड़ी चुनाव मैदान में सरपंच के साथ पंचों की भीड़ उमड़ पड़ी है। खासकर सरपंच की बढ़ी जिम्मेदारी के कारण पंच के लिए पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी दिलचस्पी दिखाई है। मगर गांव के मी-लाड कहे जाने वाले सरपंच पद के लिए महिलाओं ने दमखम दिखाया है। कटोरिया के 15 पंचायतों में 66 अभ्यर्थियों ने नामांकन दाखिल कराया था। सरपंच बनने में इस बार महिलाओं ने ज्यादा दिलचस्पी दिखाई है। इस बार 39 महिलाओं ने सरपंच पद के लिए नामांकन दाखिल किया। जबकि पुरुष इस बार 27 पर ही अटक गए।
ये होगी सरपंच जिम्मेदारी
सरपंच को ग्राम सभा तथा ग्राम पंचायत की बैठक बुलाने और अध्यक्षता करने के अलावे ग्राम पंचायत की कार्यकारी और वित्तीय शक्तियां सरपंच को सबल बनाने की संभावना है। इसके अलावा ग्राम पंचायत के अधीन कर्मचारियों के कार्यों पर भी प्रशासकीय देखरेख और नियंत्रण करने की जिम्मेदारी भी सरपंच के पास होगी।
गांव में सड़कों का रखरखाव, पशुपालन व्यवस्था को बढ़ावा देना, सिंचाई के साधन की व्यवस्था, दाह संस्कार व कब्रिस्तान का रखरखाव करना, प्राथमिक शिक्षा को बढ़ावा देना, खेल का मैदान और खेल को बढ़ावा देना, स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाना, गरीब बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था करना आदि शामिल है।

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