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    Cyclone Montha Weather Forecast: मोंथा की बारिश से ठिठका बिहार, अब मौसम विभाग ने दी ये चेतावनी; कई नेताओं की रैलियां रद

    By Hirshikesh Tiwari Edited By: Alok Shahi
    Updated: Sat, 01 Nov 2025 02:26 AM (IST)

    Cyclone Montha Weather Forecast: मौसम विभाग, बिहार कृषि विश्वविद्यालय के अनुसार शनिवार, 1 नवंबर को बारिश में कमी आने की संभावना है। देर शाम तक यह वर्षा पूरी तरह थम सकती है। हालांकि, मोंथा चक्रवात के प्रभाव से 5 नवंबर तक कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना बनी रहेगी। उसके बाद मौसम साफ होने और धीरे-धीरे धूप निकलने की उम्मीद दिख रही है। बिहार में मोंथा चक्रवात का प्रभाव कम होने के साथ ही पूर्व-मौसमी गतिविधियां सामान्य हो जाएंगी।

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    Cyclone Montha Weather Forecast: मोंथा चक्रवात के चलते बिहार में बीते तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है।

    संवाद सहयोगी, भागलपुर। Cyclone Montha Weather Forecast बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच बंगाल की खाड़ी में उठे मोंथा चक्रवात ने जनजीवन के साथ ही चुनावी सीजन को भी बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। लगातार हो रही बारिश के चलते शुक्रवार को कई बड़े नेताओं क रैलियां रद हो गई। प्रियंका गांधी, तेजस्वी यादव, असदुद्दीन ओवैसी, पप्पू यादव समेत कई नेताओं की जनसभा आज नहीं हो सकी।

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    मोंथा के प्रभाव से पिछले दो दिनों से हो रही झमाझम बारिश से बिहार के भागलपुर और समीपवर्ती जिलों में जनजीवन पूरी तरह ठहर गया है। शुक्रवार को सुबह से देर रात तक रुक-रुककर हुई तेज वर्षा ने सड़कों को दरिया में बदल दिया। शहर की गलियों से मुख्य सड़क तक जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। मोहल्लों में घरों, दुकानों और आंगनों तक में बारिश का पानी घुस गया, जिससे आम लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। धूप न निकलने के कारण तापमान में गिरावट आई है और ठंड का आभास होने लगा है।

    शुक्रवार को देर रात तक 40 मिमी के पार पहुंचा आंकड़ा

    बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार शाम पांच बजे तक 21 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो देर रात तक बढ़कर 35 से 40 मिमी से अधिक हो गई। लगातार बारिश और 89 प्रतिशत आद्रता के कारण वातावरण में ठंडक घुल गई। अधिकतम तापमान 26.7 डिग्री और न्यूनतम 22.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। 5.9 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से पछुआ हवा चली, जिसने ठिठुरन बढ़ा दी।

    कहीं दो फीट पानी, तो कई जगह घरों-दुकानों में घुसा पानी

    शहर के जीरोमाइल, आदमपुर, खंजरपुर, बरारी, , सबौर बाजार, स्टेशन चौक क्षेत्र में भारी जलजमाव से लोगों को भारी परेशानी हुई। जीरो माइल में सड़क का लेवल नीचे होने और निर्माणाधीन हिस्से के कारण लगभग दर्जनभर दुकानों में पानी घुस गया। जीरोमाइल से सबौर रोड पर वाहन घंटों जाम में फंसे रहे। पैदल चलना मुश्किल हो गया था। कई दुकानदार पानी निकालते रहे, वहीं मोहल्लों में लोगों ने घरों से पानी हटाने के लिए बाल्टियों और मोटर पंप का सहारा लिया।

    ग्रामीण क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित, खेतों में जमा पानी

    जगदीशपुर, कहलगांव, सबौर, सन्हौला, पीरपैंती, खरीक, नारायणपुर और शाहकुंड प्रखंडों में भी बारिश से खेतों में पानी भर गया। धान कटाई के इस समय में किसानों के खेतों से खलिहान तक पानी पहुंच गया है। कई गांवों में कच्चे रास्ते कीचड़ में तब्दील हो गए, जिससे आने-जाने में दिक्कत उत्पन्न हो रही है।

    किसानों को बड़ी मार, धान और सब्जियां सबसे ज्यादा प्रभावित

    कृषि विज्ञानियों के अनुसार बेमौसम वर्षा किसानों के लिए नुकसानदेह साबित हो रही है। धान की खड़ी फसल जिसमें दाना बन चुका है, उस पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा। तेज हवा और वर्षा से झुकी और गिरी हुई फसल के दाने खराब होने की आशंका है।उत्पादन प्रभावित होगा। सब्जियों में सड़न और फफूंदी रोग बढ़ने का डर है। आलू, टमाटर, फूलगोभी, मटर, पत्तेदार सब्जियों में बीमारी का प्रकोप बढ़ सकता है। दलहनी और तिलहनी फसल की बुवाई भी अब प्रभावित होगी। समय से बुवाई नहीं हो पाने से उत्पादन घटने की आशंका है। किसानों को खेत में जलनिकासी सुनिश्चित करने, दानों को सूखाने की व्यवस्था करने और फंगल नियंत्रण हेतु उपयुक्त दवा छिड़काव की सलाह दी गई है।

    जनजीवन की रफ्तार पर ब्रेक, स्कूल-कालेजों में उपस्थिति कम

    लगातार वर्षा के कारण शुक्रवार को स्कूल और कालेजों में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति सामान्य से कम रही। कई अभिभावकों ने पानीभराव और ठंड के कारण बच्चों को घर में ही रखा। आफिस पहुंचने वालों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ी। कई क्षेत्रों में ई-रिक्शा और आटो सेवाओं पर असर पड़ा। एक अनुमान के अनुसार व्यापारिक बाजारों में खरीदारी सामान्य दिनों की तुलना में लगभग 30 प्रतिशत तक कम रही। कई दुकानों ने पानी घुसने के डर से शटर आधे ही उठाए।

    आज मिल सकती है मोंथा चक्रवात से राहत

    मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को बारिश में कमी आने की संभावना है। देर शाम तक वर्षा पूरी तरह थम सकती है। हालांकि 5 नवंबर तक कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना बनी रहेगी। उसके बाद मौसम साफ होने और धीरे-धीरे धूप निकलने की उम्मीद है।  मोंथा चक्रवात का प्रभाव कम होने के साथ ही पूर्व-मौसमी गतिविधियां सामान्य होंगी।