Pakistani Woman इमराना का कैसे बना वोटर कार्ड, किस तरह बनी सरकारी शिक्षक, जांच में सामने आई सच्चाई
Pakistani Woman भागलपुर में रह रही पाकिस्तान की इमराना खानम कैसे बनी शिक्षक किस आधार पर बना मतदाता पहचान पत्र पुलिस ने इस मामले में अपनी जांच जारी रखी है। डीएसपी हेडक्वार्टर-2 मुहम्मद अयूब ने जांच पूरी करते हुए शिक्षा विभाग से पूछा है कि शिक्षक नियुक्ति के किस विज्ञापन संख्या से उसकी बहाली हुई। जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी से भारतीय मतदाता पहचान पत्र बनाने का आधार मांगा है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Pakistani Woman in Bhagalpur भागलपुर के भीखनपुर टैंक लेन में वर्षों से बिना वीजा के रह रही पाकिस्तानी महिला इमराना खानम की पुलिस जांच डीएसपी हेडक्वार्टर-2 मुहम्मद अयूब ने पूरी कर ली है। अब उन्होंने शिक्षा विभाग के पदाधिकारी से इमराना के शिक्षक बनने का आधार और शिक्षक नियुक्ति के किस विज्ञापन से उसे नौकरी मिली थी आदि की जानकारी मांगी है। इमराना खानम का भारतीय मतदाता पहचान पत्र कैसे बना, उसका आधार क्या था, इसकी जानकारी जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी से मांगी गई है। शिक्षा विभाग और जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी की रिपोर्ट आते ही डीएसपी हेडक्वार्टर-2 अपनी जांच रिपोर्ट एसएसपी को सौंप देंगे।
सुलगता सवाल : बिना वीजा विस्तार के लंबे समय से भारत में कैसे रह रही पाकिस्तानी महिला
पाकिस्तानी महिला इमराना खानम बिना वीजा विस्तार के लंबे समय से न सिर्फ भागलपुर में रह रही है बल्कि वह शिक्षक के रूप में बहाल हो गई और भारतीय मतदाता प्रमाण पत्र हासिल कर बतौर भारतीय नागरिक वह वोट भी डालती आ रही है। मामले में जब गृह विशेष विभाग ने संज्ञान लेते हुए भागलपुर के जिलाधिकारी से जानकारी मांगी तो मामले में बीएलओ ने जांच की और इमराना खानम का नाम मतदाता सूची से हटाने की अनुशंसा करते हुए अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी।
मामले में आगे की वैधानिक कार्रवाई के पूर्व एसएसपी हृदय कांत ने जांच बैठाते हुए डीएसपी मुख्यालय-2 मुहम्मद अयूब को जांच पदाधिकारी बना दिया। उन्हें जल्द जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। जिसके बाद डीएसपी हेडक्वार्टर ने पुलिस जांच पूरी कर ली है। शिक्षा विभाग और जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी से कुछ बिंदुओं पर जवाब मांग लिया है। जवाब आते ही मामले में अपनी मुकम्मल जांच रिपोर्ट डीएसपी हेडक्वार्टर-2 एसएसपी को सौंप देंगे।
2021 में ही इमराना के पाकिस्तानी होने की पुष्टि कर चुकी पुलिस
बिना वीजा विस्तार के लंबे समय से भागलपुर में रह रही पाकिस्तानी महिला इमराना खानम ही बीबी इमराना खातून है। वह कजरैली के सिमरिया स्थित अपने ससुराल को छोड़ भीखनपुर में पक्का मकान बना कर न सिर्फ रहने लगी थी बल्कि इमराना खातून नाम से पहचान छुपा नौकरी भी ले रखी थी। उसे तब यह लगा होगा कि ऐसी जुगाड़ से उसे पाकिस्तानी नागरिक होने की पहचान से भी छुटकारा मिल जाएगा।
स्थानीय पुलिस, विदेशी शाखा और विशेष शाखा की खोजबीन, जांच आदि से भी छुटकारा मिल जाएगा। नौकरी लेने के बाद कुछ वर्षों तक हुआ भी ऐसा ही। वह सरकार की नजरों में ट्रेसलेस हो गई थी। लेकिन वर्ष 2021 में जब गृह विशेष विभाग ने नये सिरे से इमराना खानम की तलाश शुरू की तो तत्कालीन एसएसपी बाबू राम ने गृह विशेष विभाग के निर्देश पर जांच बैठा दी। कजरैली थानाध्यक्ष को मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा था।
तत्कालीन कजरैली थानाध्यक्ष नवनीश कुमार ने सिमरिया स्थित इमराना के ससुराल जाकर जांच की। पड़ोस के लोगों से भी पूछताछ की तो जानकारी दी गई कि पति इबनुल हसन की मृत्यु के बाद वह स्थायी तौर पर भीखनपुर में पक्का मकान बनाकर रहने लगी है। जो इशाकचक थानाक्षेत्र में है। उक्त जानकारी के बाद स्वयं थानाध्यक्ष नवनीश कुमार और तत्कालीन इशाकचक थानाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने स्थलीय जांच की।
उर्दू मध्य विद्यालय, बरहपुरा जाकर सत्यापन किया। इमराना के टैंक लेन स्थित आवास पर भी गए। उसका सत्यापन किया तो पाया कि इमराना खानम ही इमराना खातून है और बीबी इमराना खातून के नाम से शिक्षक की नौकरी भी कर रही है। तब कजरैली और इशाकचक थानाध्यक्ष ने एसएसपी को अपनी रिपोर्ट पांच दिसंबर 2021 को यह कहते हुए आगे की कार्रवाई के लिए सौंप दी थी कि इमराना खानम ही इमराना खातून है। वहां वह शिक्षक की नौकरी कर रही है। चार साल पूर्व ही पुलिस की जांच में इस बात का सत्यापन हो चुका था कि भीखनपुर टैंक लेन में रहने वाली उर्दू मध्य विद्यालय की शिक्षिका बीबी इमराना खातून ही पाकिस्तानी महिला इमराना खानम है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।