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    बहन से ज्यादती पर ITBP कमांडेंट ने किया सुसाइड, भागलपुर के दारोगा पर पटियाला में केस, बेटे के लिए सड़क पर उतरा परिवार

    By Alok ShahiEdited By: Alok Shahi
    Updated: Mon, 27 Oct 2025 10:27 PM (IST)

    Latest Bihar News: भागलपुर के ललमटिया के पूर्व थानाध्यक्ष राजीव रंजन ने डिप्टी कमांडेंट आयुष दीपक की बहन ज्योति कुमारी के विरुद्ध गलत तरीके से केस दर्ज कर उनके साथ अमानवीय व्यवहार करते हुए गिरफ्तार कर लिया था। उससे आहत डिप्टी कमांडेंट आयुष दीपक ने आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में दीपक ने लिखा था, बहन के साथ हुई ज्यादती से टूटा मन। अब देश की रक्षा करने वाले की बहन अपने भाई को इंसाफ दिलाने के लिए न्याय की लड़ाई छेड़ दी है।

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    Latest Bihar News: बहन रंजना भारती ने ललमटिया थाने के बाहर कैंडल जलाकर भाई को न्याय देने की मांग की।

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। Latest Bihar News आइटीबीपी के डिप्टी कमांडेंट आयुष दीपक को आत्महत्या करने को मजबूर करने वाले तत्कालीन ललमटिया थानाध्यक्ष राजीव रंजन को सजा दिलाने को विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। आयुष दीपक की बहन रंजना भारती न्याय की लड़ाई लड़ने को अपने स्वजनों के साथ स्लोगन लिखी तख्तियों लिए शनिवार को ललमटिया थाने के बाहर कैंडल जला सांकेतिक विरोध किया। भाई की मौत के जिम्मेवार तत्कालीन ललमटिया थानाध्यक्ष राजीव रंजन की उस केस में गिरफ्तारी, केस की स्पीडी ट्रायल  और ऐसे पुलिस पदाधिकारी का सामाजिक बहिष्कार करने की मांग की है।

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    मालूम हो कि भारत-चीन बॉर्डर की हिफाजत करने वाले केंद्रीय अर्धसैनिक बल 'आईटीबीपी' के डिप्टी कमांडेंट आयुष दीपक, जिन्होंने तीन अक्टूबर को पटियाला के अधिकारी मेस में आत्महत्या कर ली थी। डिप्टी कमांडेंट ने अपने सुसाइड नोट में ललमटिया थाने के तत्कालीन थानाध्यक्ष राजीव रंजन को जिम्मेदार ठहराया था।

    इस मामले को लेकर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के कैडर अफसरों में खासा रोष देखा जा रहा है। सीएपीएफ के मौजूदा एवं पूर्व अफसरों ने इस मामले मे राजीव रंजन के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की। आईटीबीपी के सख्त रुख के बाद तत्कालीन थानाध्यक्ष राजीव रंजन पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 108 के तहत पटियाला पंजाब में केस दर्ज किया गया है। जो आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप से संबंधित है। जिसमें दस साल तक की कैद और जुर्माना, दोनों की सजा का प्रावधान है।

    बहन ज्योति कुमारी, रंजना भारती समेत दिवंगत डिप्टी कमांडेंट के स्वजनों का कहना है कि केस दर्ज होने के बाद भी दारोगा राजीव रंजन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ज्योति कुमारी और रंजना भारती ने कहा है कि वह मामले में रेंज आईजी, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक से मिलकर न्याय की गुहार लगाएंगी।

    ललमटिया के पूर्व थानाध्यक्ष राजीव रंजन ने डिप्टी कमांडेंट आयुष दीपक की बहन ज्योति कुमारी के विरुद्ध गलत तरीके से केस दर्ज कर उनके साथ अमानवीय व्यवहार करते हुए गिरफ्तार कर लिया था। उससे आहत डिप्टी कमांडेंट आयुष दीपक ने आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में दीपक ने लिखा था, बहन के साथ हुई ज्यादती से टूटा मन। अब देश की रक्षा करने वाले की बहन अपने भाई को इंसाफ दिलाने के लिए न्याय की लड़ाई छेड़ दी है।

    अब आयुष दीपक को न्याय दिलाने की मांग और पूर्व थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग स्वजन कर रहे हैं। शनिवार को ललमटिया थाना के समीप हाथ में तख्तियां और कैंडल जलाकर रंजना भारती समेत अन्य स्वजनों ने प्रदर्शन किया। इससे पूर्व कैंडल जला कर सांकेतिक प्रदर्शन बीते सप्ताह स्वजनों ने  कचहरी रोड पर भी किया था।