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    ...जब भागलपुर की महिलाओं को आया गुस्‍सा, सड़कों पर उतरकर किया प्रदर्शन

    By Dilip Kumar ShuklaEdited By:
    Updated: Thu, 04 Aug 2022 03:24 PM (IST)

    भागलपुर में जलापूर्ति संकट पर महिलाओं का फूटा गुस्सा। भीखनपुर के महादलित टोला की महिलाओं ने निगम कार्यालय में किया हंगामा। 500 की आबादी के बीच पेयजल संकट। महिलाओं ने जलकल शाखा के वरीय प्रभारी के पास रखी अपनी समस्या।

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    भागलपुर में जल संकट के विरोध में प्रदर्शन।

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। भागलपुर भीखनपुर के महादलित टोला का प्याऊ पिछले एक माह से खराब है, जिससे करीब 125 घरों की करीब 500 आबादी को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। इससे आजिज होकर मोहल्ले की दो दर्जन महिलाएं बुधवार को नगर निगम कार्यालय पहुंचीं और हंगामा किया। पहले महिलाएं जलकल शाखा में पहुंचीं। इसके बाद जलकल शाखा के वरीय प्रभारी राकेश सिन्हा के कक्ष में आ धमकी। वहां महिलाओं ने पूछा बिना पानी के रोजमर्रा की ज‍िंदगी पर असर पड़ रहा है। पानी के जुगाड़ को लेकर मोहल्ले-मोहल्ले भटकने को विवश हैं।

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    इलायची देवी ने यहां तक कहा कि अगर पानी नहीं मिला तो नगर निगम कार्यालय में धरना देंगे। नगर निगम प्याऊ का मोटर पंप ठीक नहीं करा रहा है। महिलाओं के आक्रोश को देख वरीय प्रभारी ने शीघ्र निदान का भरोसा दिया।

    भीखनपुर में घनी आबादी के बीच पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है। गरीब व महादलित बस्तियों में जलसंकट के कारण निजी बोर‍िंग का सहारा लेना पड़़ रहा है। मरम्मत कर लगाए जाते हैं और कुछ दिनों में पंप खराब हो जाता है। इसके स्थायी समाधान नहीं निकाला जा रहा है। गर्मी में पानी की खपत हरेक घरों में बढ़ जाती है। नतीजा आपूर्ति बंद होने के कारण बाजार से पानी खरीद कर सेवन करना पड़ रहा है, क्योंकि भीखनपुर में वैकल्पिक संसाधन की कारगर व्यवस्था नहीं है।

    दूषित जल पीने को मजबूर हैं लोग 

    भीखनपुर में पडऩे वाले वार्ड 34 में पेयजल का मुकम्मल साधन नहीं होने से लोगों को दूषित जल का सेवन करना पड़ रहा है। वार्ड 34 की जनता तीन प्याऊ पर निर्भर है। इसमें से एक प्याऊ खराब है। सुबह से रात तक पानी के लिए प्याऊ पर भीड़ लगी रहती है। जब लोगों का सब्र जवाब दे जाता है तो पानी लेने के लिए लोग आपस में भीड़ जाते हैं। धक्का-मुक्की के साथ मारपीट की नौबत आ जाती है। उनके पास दूसरा कोई साधन नहीं है। यहां के छह चापाकल में से पांच खराब पड़े हुए हैं।

    ब्रिटिशकालीन पाइप फेल

    वार्ड 34 के जीएन मुखर्जी लेन में ब्रिटिश काल में बिछाई गई पाइप ने भी साथ छोड़ दिया है। जमीन के आठ फीट नीचे पाइप होने की वजह से बोर‍िंग का पानी नहीं पहुंच पाता है। पार्षद दिनेश तांती ने बताया कि चार वर्ष से पाइप में आपूर्ति नहीं हो रही है। आपूर्ति बाधित होने के कारण विषहरी स्थान रोड, तारा बाबू लेन, आइसक्रीम फैक्ट्री गली, मील गली आदि मोहल्ले के चार की आबादी पानी से वंचित है।

    दो वार्डों में उलझी जलापूर्ति, लोगों ने जताया विरोध

    वार्ड 41 के डीप बोरिंंग से जलापूर्ति को लेकर दो वार्डों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। पड़ोसी वार्ड 44 को पानी नहीं मिलने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसे लेकर वार्ड 41 के निवर्तमान पार्षद प्रतिनिधि विनय गुप्ता के साथ जलकल शाखा के वरीय प्रभारी राकेश सिन्हा के साथ वार्ता हुई। विनय गुप्ता ने कहा कि अपने वार्ड का पानी दूसरे वार्ड में नहीं जाने देंगे। वार्ड 44 के जलापूर्ति पाइप को मुख्य पाइप में जोड़ा जाए। इसके बाद ही वार्ड 41 से पानी आपूर्ति की बात होगी। जलकल कर्मी के साथ समन्वय बैठक फिलहाल विफल हो गई।