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    Youth Asian Games: भागलपुर के एथलीट दिव्यांश की यूथ एशियन गेम्स में धमक, बहरीन जाएगा बिहार का फर्राटा चैंपियन

    By Jitendra Kumar Edited By: Alok Shahi
    Updated: Thu, 16 Oct 2025 12:38 AM (IST)

    Youth Asian Games: बिहार की सिल्क नगरी भागलपुर की खेल प्रतिभा अबकी बार एशियन गेम्स में अपना परचम लहराने को तैयार है। अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में 100 मीटर दौड़ के एथलीट दिव्यांश कुमार राज भागलपुर से पहले खिलाड़ी हैं, जो थर्ड एशियन यूथ गेम्स में पहुंचे हैं। इससे पहले 100 मीटर दौड़ में बिहार के किसी खिलाड़ी को अवसर नहीं मिला है। भारतीय टीम के खिलाड़ी दिव्यांश कुमार राज एक सौ मीटर दौड़ के साथ मिडले रिले में भी भाग लेंगे। 

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    Youth Asian Games: अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता एशियन यूथ गेम्स में जाने वाले भागलपुर के पहले खिलाड़ी हैं एथलीट दिव्यांश।

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। Youth Asian Games बिहार की सिल्क नगरी भागलपुर की खेल प्रतिभा अब एशियन खेल में अपना परचम लहराने को तैयार है। अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में एथलीट दिव्यांश कुमार भागलपुर से पहले खिलाड़ी है जो थर्ड एशियन यूथ गेम में पहुंचे हैं। इससे पहले 100 मीटर दौड़ में सूबे के किसी खिलाड़ी को अवसर नहीं मिला है। भारतीय टीम के खिलाड़ी दिव्यांश कुमार राज एक सौ मीटर दौड़ के साथ मिडले रिले में भाग लेंगे।

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    भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा दिव्यांश का चयन किया गया है। दिव्यांश को नई दिल्ली के जेएलएन स्टेडियम में 15 से 20 अक्टूबर तक तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद दिव्यांश कुमार राज इंडिया टीम के साथ 22 से 26 अक्टूबर के बीच बहरीन में आयोजित थर्ड यूथ एशियन गेम में शिरकत करेंगे। 20 अक्टूबर को नई दिल्ली हवाई अड्डा से बहरीन के लिए रवाना होंगे।

    नाथनगर के नूरपुर निवासी दिव्यांश के पिता शाहकुंड उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय में अंग्रेजी के शिक्षक हैं। उनके दादा गणेश झा भी सरकारी स्कूल में शिक्षक थे। अपने दादा व पिता और माता अर्चना सिहं की प्रेरणा से दिव्यांश ने एथलेटिक्स में कदम रखा। वर्ष 2019 में आशादीप क्लब में कोच जितेंद्र मणि राकेश से जुडे़। जहां राकेश ने खेत की पगडंडी में खिलाड़ियों को तैयार कर राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता तक मुकाम दिलाया।

    दिव्यांश की प्रतिभा की राकेश ने पहचान की और धावक बनाया। छह वर्ष में राष्ट्रीय स्तर के बाद अंतरराष्ट्रीय तक पहुंचाया। पिता आदित्य ने बताया कि सेंट जोसफ में जब सातवीं कक्षा में अध्ययन कर रहे थे उसी समय अभ्यास शुरू कया। लेकिन निजी स्कूल के सख्त नियमों की वजह से अभ्यास में व्यवधान उत्पन्न हो रहा था। जिसके बाद सेंट जोसफ से नाम कटवा कर सरकारी स्कूल में नामांकन करया। इसे लेकर स्वजनों ने विरोध किया था कि निजी स्कूल से नाम क्यों कटवाया।

    दिव्यांश के भविष्य को लेकर ऐसा निर्णय लेना पड़ा। जो विरोध कर रहे थे दिव्यांश की उपलब्धियों का गुणगान कर रहे हैं। इसमें कोच की भी भूमिका है। इस उपलब्धि को लेकर जिला एथलेटिक्स संघ भी गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। जिला एथलेटिक्स संघ भागलपुर के सभी पदाधिकारी इनके चयन से काफी खुश हैं। खासकर एथलेटिक्स संघ के अध्यक्ष जेड हसन एवं सचिव नसर आलम ने अच्छे प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी है। यह भागलपुर के लिए शान की बात है।