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    भोजपुर में गंगानदी के कटाव में बह गया क्षेत्र का सिल्क रूट दमोदरपुर-नौरंगा सड़क, राहगीर परेशान

    Updated: Fri, 12 Sep 2025 12:24 PM (IST)

    सड़क संपर्क के साथ साथ इस सड़क से बिहार व उत्तर प्रदेश के बीच भारी पैमाने पर व्यापार भी होता था। व्यवसायिक दृष्टिकोण से इस रूट को बिहार व उत्तर प्रदेश के बीच सिल्क रूट भी कहा जाता है। सड़क के माध्यम से क्षेत्र के किसानों द्वारा अपने उत्पादों परवल मटर छेमी टमाटर मिर्च मक्का को उत्तर प्रदेश के बलिया बनारस गोरखपुर समेत कई शहरों में भेजा जाता है।

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    कटाव में बह गया क्षेत्र का सिल्क रूट दमोदरपुर-नौरंगा सड़क

    संवाद सूत्र, शाहपुर(भोजपुर)। गंगानदी के तेज कटाव में विलीन हो गया बिहार व उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाला दामोदरपुर-नौरंगा सड़क का बड़ा हिस्सा। एक आबादी के सड़क संपर्क के साथ साथ इस सड़क से बिहार व उत्तर प्रदेश के बीच भारी पैमाने पर व्यापार भी होता था। व्यवसायिक दृष्टिकोण से इस रूट को बिहार व उत्तर प्रदेश के बीच सिल्क रूट भी कहा जाता है। क्योंकि इसी सड़क के माध्यम से क्षेत्र के किसानों द्वारा अपने उत्पादों परवल, मटर छेमी, टमाटर, मिर्च, मक्का को उत्तर प्रदेश के बलिया, बनारस, गोरखपुर समेत कई शहरों में भेजा जाता है।

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    साथ ही लोग रोजमर्रा की जरूरतों के समान भी उत्तर प्रदेश के बाजारों से खरीदारी करते हैं। सब्जी उत्पादक संघ के प्रखंड अध्यक्ष जनमेजय राय, पैक्स अध्यक्ष रामजी राय, परवल उत्पादक सुभाष प्रसाद के अनुसार सड़क के कटाव के कारण व्यवसाय पर सीधा असर पड़ेगा। जवइनिया गांव के कटाव के बाद गंगा नदी का रौद्र रूप सड़क के कटाव पर देखा गया। जहां पिछले दो दिनों के भीतर ही बेहद ही महत्वपूर्ण सड़क का लगभग 100 मी भाग गंगा नदी के कटाव में विलीन हो गया।

    सड़क के कटाव को रोकने के सभी उपाय धरे के धरे रह गए। जिसके कारण बिहार व उत्तर प्रदेश के कई गांव का सड़क संपर्क आपस में टूट गया चुका है। यह सड़क शाहपुर के उत्तर दियारा क्षेत्र के दमोदरपुर गांव से होकर गुजरने वाला और नौरंगा होते हुए बिहार घाट तक जाने वाला सड़क है। क्षेत्र के ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश जाने के लिए इसी सड़क का उपयोग करते थे। प्रत्येक दिन हजारो की संख्या में छोटे बडे वाहनों के जरिये लोग उत्तर प्रदेश जाते थे।

    जिससे लोग बक्सर जिले के नैनीजोर के पास गंगानदी के बिहार घाट पर बने पीपापुल होते हुए उन्हें उत्तर प्रदेश तक पहुंचा देती थी। साथ बलिया जिले के भुआल छपरा के पास पीपापुल से भी आते-जाते थे। लेकिन कटाव में सड़क के जलप्लावित होने के कारण यह मार्ग पूरी तरह तप हो चुका है। इधर कटाव की स्थिति बहुत ही तेज हो चुकी है।

    जिसके कारण सड़क का और हिस्से के कटने का अंदेशा जताया जा रहा है। हालांकि पथ निर्माण विभाग द्वारा पिछले दिनों सड़क के कटाव को रोकने के लिए एक ईंट पत्थर के रोड डाले गए थे। लेकिन कटाव तेज होने के कारण यह उपाय भी नाकाफी रहा। बाढ नियंत्रण प्रमंडल बक्सर के कार्यपालक अभियंता कन्हैया लाल सिंह के अनुसार जहां सड़क का कटाव हुआ है। उस स्थान पर फिलहाल करीब 20 से 30 फिट गहरा गढ्ढा बन चुका है। साथ ही गंगानदी की मुख्य धारा भी उसी स्थान पर आ चुकी है। ऐसे में सड़क निर्माण का कार्य फिलहाल संभव नही है।