मुख्यमंत्री सुलभ संपर्क पथ योजना में 'घटिया' काम, कोईलवर में ग्रामीणों ने निर्माण पर लगाई रोक
कोईलवर में मुख्यमंत्री सुलभ संपर्क पथ योजना के तहत सड़क निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग के कारण ग्रामीणों ने काम रोक दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कंपनी मानकों का पालन नहीं कर रही है, जिससे सड़क की गुणवत्ता प्रभावित होगी। कंपनी का कहना है कि निर्माण कार्य तीन स्तरों पर किया जा रहा है और मानकों का पालन किया जा रहा है। यह परियोजना जुलाई 2025 से जनवरी 2027 तक पूरी होनी है।

मुख्यमंत्री सुलभ संपर्क पथ योजना
संवाद सूत्र, कोईलवर (आरा)। मुख्यमंत्री सुलभ संपर्क पथ योजना के तहत संदेश से अखगांव होते हुए कोईलवर(धनडीहा) तक नहर बांध के पक्कीकरण का निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्ण नहीं कराए जाने को लेकर फरहंगपुर में ग्रामीणों ने कार्य को रोक दिया।
जनप्रतिनिधि ललन कुमार, सुनील सिंह समेत ग्रामीण तुलसी चौधरी, चंचल कुमार, छोटे सिंह, दीपक शर्मा, कन्हैया शर्मा, जितेंद्र कुमार, राजजी राम ने बताया कि निर्माण कंंपनी द्वारा बलुुुही मिट्टी में नाम मात्र का गिट्टी मिला कर सड़क बनाने के लिए पहला लेयर बिछाया जा रहा है।
जिसमें 60 प्रतिशत गिट्टी और 40 प्रतिशत मिट्टी और बालू का मिश्रण बिछाना है, लेकिन निर्माण में उपयोग की जा रही मिट्टी और रॉ मटेरियल मानक के अनुरूप नहीं है।
कम गुणवत्ता वाली सामग्री से सड़क का निर्माण
ग्रामीणों ने बताया कि कम गुणवत्ता वाली सामग्री से सड़क टिकाऊ नहीं होगी और जल्द खराब हो जाएगा। ग्रामीणों की मांग है कि सड़क निर्माण में स्वीकृत मानकों के अनुसार उच्च गुणवत्ता वाली मेटेरियल और तकनीक का उपयोग किया जाए, ताकि सड़क लंबे समय तक टिकाऊ रह सके।
उन्होंने संवेदक के मुुंशी को स्पष्ट चेतावनी दी कि गुणवत्ता सुनिश्चित होने तक वे किसी भी प्रकार का कार्य आगे नहीं बढ़ने देंगे। इधर निर्माण कंपनी के मुंशी ने बताया कि तीन स्तर पर सड़क निर्माण कराया जा रहा है।
सबसे नीचे आठ इंच का जीएसपी जिसमें 60/40 का गिट्टी/बालू, मिट्टी का मिश्रण बिछाया जा रहा है। उसके बाद नौ इंच का डब्ल्यूबीएम और 2.5 इंच कब पिचिंग किया जायेगा।
संदेश से कोईलवर(धनडीहा) बांध पर 18.57 किलोमीटर लंबे इस संपर्क पथ के निर्माण पर 2993.0971 लाख रुपये खर्च होंगे। पांच वर्ष तक के रख-रखाव के लिए अलग से 242.30949 लाख रुपये का प्राकलन है। परियोजना का कार्य जुलाई 2025 से शुरू होकर जनवरी 2027 में पूरा करने का लक्ष्य है।पथ निर्माण कार्य सरस्वती कंस्ट्रक्शन को सौंपा गया है, जबकि इसकी निगरानी ग्रामीण कार्य विभाग, कार्यपालक अभियंता कार्य प्रमंडल आरा द्वारा की जाएगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।