Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एनएच-922 पर दर्दनाक हादसा, ट्रक ड्राइवर की मौत!

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 11:19 AM (IST)

    बिहार के एनएच-922 पर एक दर्दनाक हादसे में, एक तेज रफ्तार ट्रक ने बालू से लदे ट्रक को टक्कर मार दी, जिससे चालक की मौके पर ही मौत हो गई और खलासी गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घायल खलासी का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

    Hero Image

    खड़ी ट्रक को पीछे से मार दी टक्कर

    जागरण संवाददाता, बक्सर। बक्सर-पटना मुख्य मार्ग एनएच-922 पर मंगलवार की अल सुबह एक भयावह सड़क हादसे ने सभी को दहला दिया। औद्योगिक थाना क्षेत्र के कथकौली लड़ाई मैदान गेट के पास सुबह करीब 3:30 बजे हुए इस हादसे में एक ट्रक चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि खलासी गंभीर रूप से जख्मी हो गया। दोनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और हादसा स्थल पर कुछ देर के लिए आवागमन भी बाधित रहा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    औद्योगिक थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि पटना की ओर से तेज रफ्तार में आ रहे ट्रक ने आगे चल रहे बालू से लदे ट्रक में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी।

    टक्कर इतनी भीषण थी कि पीछे वाले ट्रक का केबिन पूरी तरह से मलबे में बदल गया। ट्रक का आगे का हिस्सा धंसकर अंदर समा गया, जिससे चालक और खलासी दोनों केबिन में बुरी तरह फंस गए।

    बचाव कार्य बेहद कठिन था, क्योंकि लोहे की चादरें मुड़कर अंदर तक आ गई थीं।

    सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आसपास मौजूद लोगों की मदद से बचाव कार्य शुरू किया।

    केबिन को गैस कटर से काटकर दोनों को बाहर निकाला गया। गंभीर हालत में सदर अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने चालक को मृत घोषित कर दिया, जबकि खलासी को तुरंत उपचार के लिए भर्ती कर लिया गया। खलासी की हालत अभी भी नाजुक बताई जा रही है।

    मृत चालक की पहचान मध्यप्रदेश निवासी जगदीश भेल, पिता छावा लाल भेल, के रूप में हुई है। दुर्घटना की सूचना पर उनके परिजनों को भी अवगत करा दिया गया है।

    पुलिस का कहना है कि घटना का प्राथमिक कारण तेज रफ्तार और अनुमान में गलती प्रतीत होता है। रात के समय कम दृश्यता भी दुर्घटना की एक वजह हो सकती है।

    हादसे के बाद एनएच-922 पर लंबी दूरी तक वाहनों की कतार लग गई थी। पुलिस ने क्रेन की मदद से क्षतिग्रस्त ट्रक को सड़क से हटाया और करीब एक घंटे बाद यातायात को सामान्य कर दिया।

    हादसे के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल था और लोग दुर्घटनास्थल पर भीड़ लगाकर जानकारी लेते रहे।

    औद्योगिक थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और ट्रकों के गति नियंत्रण, ब्रेक सिस्टम सहित अन्य तकनीकी पहलुओं की भी जांच होगी।

    उन्होंने कहा कि रात में भारी वाहनों की अधिक रफ्तार से अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं, इसलिए ड्राइवरों को सावधानी बरतने की जरूरत है। इस भीषण हादसे ने एक बार फिर हाईवे सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।