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    Bihar News: नवोदय विद्यालय के हॉस्टल में पंखे से लटका मिला छात्र का शव, हत्या का आरोप

    Updated: Wed, 09 Jul 2025 02:12 PM (IST)

    दरभंगा जिले के एक नवोदय विद्यालय में एक छात्र का शव पंखे से लटका मिला जिससे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मृतक जतीन गौतम आठवीं कक्षा का छात्र था। परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। पुलिस मामले की जांच कर रही है लेकिन परिजनों ने निष्पक्ष जांच की मांग की है।

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    नवोदय विद्यालय के हॉस्टल में पंखे से लटका मिला छात्र का शव। जागरण फोटो

    जागरण संवाददाता, केवटी। रैयाम थाना क्षेत्र के पचाढ़ी स्थित पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय के अरावली कनीय छात्रावास (बालक) में मंगलवार की सुबह एक छात्र का शव पंखे से लटका मिला। जिससे स्कूल प्रशासन में हड़कंप मच गया। यह सूचना आग की तरह फैल गई।

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    केवटी पंचायत के मुखिया रूबी कुमारी और भाजपा केवटी मंडल महामंत्री संतोष कुमार साहू के पुत्र जतीन गौतम (13) आठवीं वर्ग का छात्र था। घटना की सूचना मिलने से परिजनों में कोहराम मच गया। स्कूल पहुंचते ही सभी आक्रोशित हो गए।

    परिजन प्रधानाचार्य और दोषियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे। नाराज लोगों ने प्रशासनिक भवन के खिड़की के शीशे को क्षतिग्रस्त कर दिया।

    पुलिस के साथ भी धक्कामुक्की की। इस बीच पुलिस शव को पंखे से नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कोशिश की।

    परिजनों से लगाया सबूत मिटाने का आरोप

    इस सूचना से लोग और आक्रोशित हो गए। लोगों का आरोप था कि पुलिस चुपचाप कार्रवाई कर रही है। देखते ही देखते पुलिस की गाड़ी को लोगों ने घेर लिया।

    लोगों ने कहा कि विद्यालय प्रबंधन की मिलीभगत से पुलिस बिना फॉरेंसिक टीम या मजिस्ट्रेट के आए शव को हटाकर सबूत मिटाने की कोशिश कर रही है।

    उधर, जतीन के पिता ने कहा कि उनके पुत्र को बराबर प्रताड़ित किया जा रहा था। सोमवार की रात करीब 10 बजे फोन पर बताया कि इस विद्यालय में अब नहीं रहूंगा। लड़का लोग परेशान कर रहा है।

    फंदे से लटका मिला शव

    सुबह विद्यालय आने की बात कह पुत्र को शांत कराया। लेकिन, सुबह में एक छात्र के द्वारा उन्हें सूचना मिली की जतीन की तबीयत ठीक नहीं है। पहुंचने पर पता चला कि उसका शव फंदे से लटका हुआ है।

    इससे पूर्व पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन प्रबंधन ने परिजन को सूचना नहीं दी। जिस कमरे में घटना घटी उसके अंदर 19 बच्चे थे। लेकिन, कोई छात्र नहीं पाया गया। जिस बिस्तर के ऊपर उनका पुत्र लटका मिला वह उनके पुत्र का सीट नहीं थी।

    बिस्तर से मात्र एक ईंट ऊपर उनके पुत्र का शव लटक रहा था। ऐसे में यह हत्या है। मारकर शव को लटका दिया गया है। पूर्व में प्रताड़ित को लेकर कई शिकायत करने की बात कही।

    एसआइटी और सीबीआई से जांच कराने की मांग

    लेकिन, ना तो प्राचार्य ने कोई कार्रवाई की और ना ही वार्ड बाय ने। पूरे मामले की जांच एसआइटी और सीबीआई से कराने की है। कहा है यह आत्महत्या नहीं बल्कि पूर्व नियोजित है।

    उधर, हंगामे की सूचना पर सदर के भूमि सुधार उप समाहर्ता संजीत कुमार, सदर एसडीओ विकास कुमार, सिटी एसपी अशोक कुमार चौधरी, सदर एसडीपीओ टू शुभेन्द्र कुमार सुमन, कमतौल अंचल पुलिस इंस्पेक्टर सुरेश कुमार राम मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराया।

    लोगों को कराया गया शांत

    कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद आक्रोशित लोग शांत हुए। तब शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मौके पर बीडीओ रुखसार, बीडब्लूओ सह प्रभारी बीईओ करीमा फिरदौश, केवटी थानाध्यक्ष राहुल कुमार, रैयाम थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र हांसदा सदल मौजूद थे।

    इस बीच एफएसएल की टीम मौके पर पहुंचकर कई साक्ष्य को सुरक्षित किया। उधर, विधायक डॉक्टर मुरारी मोहन झा विद्यालय पहुंचकर शोकाकुल स्वजन से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली।

    उन्होंने जिला प्रशासन और जिला पुलिस से दोषियों पर कार्रवाई करने को कहा है। उधर, विद्यालय के सभी शिक्षक और छात्र प्रशासनिक भवन के अंदर पूरे दिन ताला लगाकर कैद रहे।

    बता दें कि एक बहन और दो भाई में छोटा जतीन ग्रीष्मावकास के बाद विद्यालय खुलने पर मात्र चार दिन पहले ही विद्यालय आया था। इसके बाद इस तरह की घटना परिवार वालों को सदमे में डाल दी।

    पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार की रात करीब आठ बजे एम्बुलेंस से जैसे ही जतीन गौतम का शव डीएमसीएच से घर रनवे पुरानी टोल पहुंचा तो पूरा गांव में कोहराम मच गया।

    मां हो गई बेहोश

    वहीं, स्वजन के चीत्कार से मातम छा गया। शव से लिपटकर मां मुखिया रूबी कुमारी अपनी छाती पीट रही थी। वह सिर्फ इतना ही कहे जा रही थी कि बाबू हो हमर श्रवण बेटा कहां चैल गेले यो हमर श्रवण बेटा।

    हमर श्रवण बेटा के स्कूल वाला सब मिलके मार देलकै यो बाबू सब...। इतना कहते ही वे बेहोश हो जा रही थी। वहां मौजूद लोगों की भीड़ में किसी को यह हिम्मत नहीं हो रही थी कि अपने पुत्र को खोने वाली रुबी को कैसे ढांढस बंधाया जाए।

    लोग आंसू भरी आंखों से उसके दर्द को देख रहे थे। वहीं, दादा बद्री नारायण साहू, चाचा अशोक कुमार साहू व अजय कुमार साहू एवं बहन आंचल कुमारी शव से चिपक कर फफक रहा था।

    दादी फूलो देवी के चीत्कार सुनकर हर कोई दुखी व मायूस थे। वह रोते-रोते कहती रही कहां गेले रे हमर दुलरूआ पोता। बहन आंचल अपने कंद्रन तित्कार में कहती रही आब केकरा राखी बांधवै रौ बउआ।

    वहीं, पिता संतोष कुमार साहू फफक-फफककर रो रहे थे। विद्यालय प्रशासन पर वे अपने पुत्र के हत्या का आरोप लगा रहे थे। विद्यालय प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कह रहे थे कि विद्यालय प्रशासन ने मेरे पुत्र की हत्या कर दी है।

    उक्त घटना के सदमे से परिजन के साथ-साथ आसपास के लोग भी डूबे हुए हैं। लोग पीड़ित परिजनों के आसपास ही नजर आए। मृतक जतीन अपने माता-पिता के तीन संतान दो भाई व एक बहन में छोटा था।