Bihar News : एक विश्वविद्यालय जहां मिलता पूर्णांक से भी अधिक अंक, रिजल्ट दुरुस्त कराने के लिए विद्यार्थी काट रहे चक्कर
Darbhanga News ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के स्नातक तृतीय खंड के परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी सामने आई है। छात्रों को कई विषयों में गलत अंक मिले हैं वहीं कई छात्रों का परिणाम पेंडिंग है। छात्र नेताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है और गड़बड़ी करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है। विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले पर चुप है।

जागरण संवाददाता, दरभंगा। Darbhanga News: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय का परीक्षा विभाग और डाटा सेंटर परीक्षा परिणामों को त्रुटिहीन रूप से प्रकाशित करने में असफल साबित हो रहा है। सभी संसाधनों और सुविधाओं के बावजूद, छात्रों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
सोमवार को प्रकाशित स्नातक तृतीय खंड सत्र 2022-25 के परिणाम में भारी गड़बड़ी सामने आई है। विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी परिणाम देखकर छात्र-छात्राएं और उनके अभिभावक भी हैरान रह गए।
गणित विषय के एक परीक्षार्थी को 100 अंकों की परीक्षा में 106 अंक प्राप्त हुए हैं, जबकि कामर्स विषय के एक छात्र को नान हिंदी विषय की 50 अंकों की परीक्षा में 85 अंक मिले हैं। इसके अलावा, सैकड़ों छात्र-छात्राएं ऐसे हैं जिनका परिणाम पेंडिंग कर दिया गया है।
छात्र नेता किसन कुमार झा, विवेक चौधरी, पंकज मिश्रा, संतोष साह और फिरोज अहमद ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के परीक्षा परिणामों को लेकर गंभीर नहीं है। स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के पाठ्यक्रमों के परिणामों में हमेशा त्रुटियां होती हैं, लेकिन गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है।
हाल ही में विश्वविद्यालय में फर्जी प्रमाण पत्र और अंक पत्र जारी होने का मामला भी सामने आया था। दरभंगा के जेके कॉलेज बिरौल की एक छात्रा ने जंतु विज्ञान प्रतिष्ठा परीक्षा 2023 में अनुत्तीर्ण घोषित होने के बाद, उसके अंक पत्र में बदलाव कर उसे उत्तीर्ण घोषित किया गया। यह केवल एक उदाहरण है, ऐसे कई अंक पत्र धड़ल्ले से जारी हो रहे हैं। इस पूरे मामले पर विश्वविद्यालय प्रशासन कुछ भी कहने से बच रहा है।
सीएम साइंस कालेज में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी 25 से
दरभंगा : सीएम साइंस कालेज में " बौद्धिक संपदा एवं रसायन शास्त्र में नवीकरण " विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन आगामी 25 एवं 26 जुलाई को महाविद्यालय परिसर में होगा। जानकारी देते हुए सेमिनार के संयोजक सह महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो. दिलीप कुमार चौधरी ने मंगलवार को बताया कि महाविद्यालय के नवीनीकृत कामेश्वर भवन में आयोजित होने वाली संगोष्ठी में यूनिवर्सिटी आफ सेंट्रल फ्लोरिडा, दिसंबर्ग यूनिवर्सिटी जर्मनी, यूनिवर्सिटी आफ अल कदेशिया इराक एवं जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय के विषय विशेषज्ञों के आनलाइन मोड में व्याख्यान होंगे।
जबकि अन्य आमंत्रित शिक्षकों के व्याख्यान एवं शोधार्थियों द्वारा मौखिक प्रस्तुति का प्रविधान आफलाइन मोड में किया गया है। संगोष्ठी के आयोजन सचिव डा. विश्व दीपक त्रिपाठी ने बताया कि यह संगोष्ठी बौद्धिक संपदा एवं रासायनिक नवीनीकरण के क्षेत्र में छात्रों के लिए उपयोगी नूतन विचारों को साझा करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा, जो नवाचार पद्धति में एक मील का पत्थर साबित होगा।
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