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    Bihar Assembly Election : चुनाव आयोग के खिलाफ कोर्ट जाएंगे गौड़ाबौराम से वीआइपी प्रत्याशी

    By Mrityunjay Bhardwaj Edited By: Dharmendra Singh
    Updated: Tue, 21 Oct 2025 07:28 PM (IST)

    गौड़ाबौराम से वीआइपी प्रत्याशी चुनाव आयोग के कुछ फैसलों से नाराज होकर कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। कहा, राजद प्रमुख के अनुरोध के बावजूद पार्टी के अफजल अली खान का नामांकन नहीं किया गया रद। महागठबंधन में पहले यह सीट थी राजद के खाते में, बाद में वीआइपी को दी गई, अब दोनों आमने-सामने।

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    संवाद सहयोगी, गौड़ाबौराम (दरभंगा)। दरभंगा जिले की गौड़ाबौराम सीट पर महागठबंधन से दो उम्मीदवार मैदान में हैं। वीआइपी के अलावा राजद ने भी अपना उम्मीदवार उतारा है, जिससे न सिर्फ दोनों के बीच टकराव हो गया है, बल्कि पटना हाईकोर्ट तक पहुंचने वाला है।

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    अनुरोध के बावजूद राजद प्रत्याशी का नामांकन रद नहीं 

    गौड़ाबौराम से वीआइपी के उम्मीदवार संतोष सहनी ने कहा कि वह चुनाव आयोग के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगे। उनका आरोप है कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव द्वारा लिखित अनुरोध के बावजूद राजद प्रत्याशी अफजल अली खान का नामांकन रद नहीं किया गया। गौड़ाबौराम सीट महागठबंधन में पहले राजद के खाते में गई थी और अफजल अली खान ने वहां से नामांकन दाखिल कर दिया। बाद में सीट वीआइपी को दे दी गई और पार्टी ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सहनी को मैदान में उतारा।

    राजद ने अफजल अली खान का नामांकन वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की। लालू प्रसाद ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि अफजल की उम्मीदवारी पर विचार न किया जाए। चुनाव आयोग की प्रक्रिया के अनुसार, नामांकन वापसी की अंतिम तारीख बीत चुकी थी और अफजल ने खुद नामांकन वापस नहीं लिया। परिणामस्वरूप, अब वह राजद के अधिकृत लालटेन चुनाव चिह्न के साथ चुनाव लड़ रहे हैं।

    कार्यकर्ता भी दो धड़ों में बंटे

    संतोष सहनी ने कहा कि जब पार्टी प्रमुख खुद लिखकर कह रहे हैं कि अफजल अब राजद के उम्मीदवार नहीं हैं तो चुनाव आयोग की ओर से उनके नामांकन को वैध ठहराना दुर्भाग्यपूर्ण है। यह लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है। हम इस अन्याय के खिलाफ न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। अब स्थिति यह बन गई है कि गौड़ाबौराम सीट पर महागठबंधन के ही दो उम्मीदवार आमने-सामने हैं। कार्यकर्ता भी दो धड़ों में बंट गए हैं। कुछ संतोष के लिए प्रचार कर रहे तो कुछ अफजल के पक्ष में हैं।

    एनडीए में यह सीट भाजपा के खाते में है। पार्टी ने सुजीत कुमार को मैदान में उतारा है, जबकि प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी से मो. इफ्तेखार आलम भी मुकाबले में हैं। इस सीट पर 2020 के विधानसभा चुनाव में वीआइपी की स्वर्णा सिंह विजयी रही थीं, जबकि अफजल अली खान दूसरे स्थान पर थे। बाद में स्वर्णा भाजपा में शामिल हो गई थीं। गौड़ाबौराम सीट पर पहले चरण में छह नवंबर को मतदान होना है।