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    खाद विक्रेताओं की मनमानी, निर्धारित दर से अधिक कीमत पर खाद की बिक्री; डीएपी 1350 के बजाय 1700 रुपये तक

    Updated: Wed, 10 Dec 2025 12:38 PM (IST)

    पकड़ीदयाल में खाद विक्रेताओं द्वारा निर्धारित दर से अधिक कीमत पर खाद बेचने की शिकायतें आ रही हैं। किसानों का आरोप है कि डीएपी, पोटाश और यूरिया जैसी खा ...और पढ़ें

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    दर से अधिक कीमत पर खाद की बिक्री

    संवाद सहयोगी, पकड़ीदयाल। सरकार द्वारा किसानों को निर्धारित दर पर रासायनिक खाद उपलब्ध कराने की घोषणा की खाद विक्रेताओं ने हवा निकाल दी है। स्थानीय प्रशासन द्वारा प्रभावी नियंत्रण नहीं किए जाने पर पकड़ीदयाल प्रखंड में खाद विक्रेता मनमाने दर पर खाद-बीज की बिक्री कर रहे हैं। 

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    इस कारण खुलेआम किसानों का आर्थिक शोषण हो रहा है। इस कारण किसानों में आक्रोश व्याप्त है। मालूम हो कि अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह में मोंथा चक्रवाती तूफान के दौरान हुई भारी बारिश से खेतों में पानी भर गया था। इस कारण रबी की खेती देर से शुरू हुई। 

    रबी की बोआई पूरे जोर-शोर 

    अब जबकि रबी की बोआई पूरे जोर-शोर से चल रही है तो किसानों को गेहूं, मक्का सहित अन्य फसलों के लिए डीएपी, पोटाश, यूरिया एवं मिक्सचर खाद की आवश्यकता है।इस बीच बाजार में उर्वरकों की कीमत आसमान छू रही है। 

    बड़कागांव के किसान अखिलेंद्र कुमार सिंह, श्रीपुर नवादा के रूपेश महतो और चोरमा के मोहन प्रसाद निराला ने बताया कि सरकार द्वारा निर्धारित 1350 रुपये प्रति बोरी डीएपी खाद खुले बाजार में 1700 रुपये तक बिक रही है। इसी तरह 1800 रुपये प्रति बोरी पोटाश खाद 1850 से 1900 रुपये में तथा 266 रुपये प्रति बोरी यूरिया 325 से 350 रुपये तक बेची जा रही है। 

    किसानों को महंगी कीमत चुकानी पड़ रही

    तैयार खेतों में खाद डालने के लिए किसानों को महंगी कीमत चुकानी पड़ रही। इस कारण उनकी लागत लगातार बढ़ती जा रही है। मालूम हो कि अनुज्ञप्तिधारी खाद विक्रेताओं को सरकार द्वारा निर्धारित दर पर ही खाद-बीज की बिक्री करने का सख्त निर्देश है।

    इस हिदायत का विक्रेताओं पर कोई खास असर दिखाई नहीं पड़ रहा है। जब किसान निर्धारित दर पर खाद देने की बात करते हैं तो विक्रेता खुलेआम यह कहकर टाल देते हैं कि थोक विक्रेता ही अधिक कीमत पर खाद उपलब्ध कराते हैं। 

    अधिक कीमत वसूलने की मजबूरी

    थोक मंडी से खाद लाने में ट्रक भाड़ा, लोडिंग-अनलोडिंग का खर्च अलग से वहन करने के कारण उन्हें मजबूरन अधिक कीमत लेनी पड़ती है। 

    विक्रेताओं ने कहा कि थोक विक्रेता को डोर स्टेप डिलीवरी के तर्ज पर खुदरा विक्रेता के गोदाम तक खाद पहुंचाने का प्राविधान है। लेकिन थोक विक्रेता ऐसा नहीं कर रहे हैं। लोगों ने मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

    शीघ्र ही सभी खाद विक्रेताओं की बैठक बुलाकर उन्हें निर्धारित दर पर खाद-बीज बेचने का निर्देश दिया जाएगा। आदेश का पालन नहीं करने वाले विक्रेताओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।- गोविंद कुमार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी , पकड़ीदयाल।