Nepal Gen Z Protest: धुएं का गुबार छटेगा, नई चमक के साथ होगा राजनीतिक शुद्धीकरण का प्रयास
नेपाल में भ्रष्टाचार के खिलाफ जेनजी आंदोलन जारी है जिससे लोगों में वर्तमान परेशानियों से निकलने की बेचैनी है। नेपाली सेना ने शहरों को सुरक्षा घेरे में लिया है और भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आंदोलन से प्रभावित लोग देशहित और विकास चाहते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह बदले वक्त की आवाज है और राजनीतिक शुद्धीकरण का प्रयास है।

संजय कुमार उपाध्याय, भारत नेपाल सीमा से। जुबां पर तल्खी...भ्रष्टाचार समाप्त करने की जिद ... राजनीतिक शुद्धीकरण के लिए हर मन में सुलगती आंदोलन की आग से हुए नुकसान के बीच नेपाल का जेनजी आंदोलन ...। आंदोलन का प्रभाव झेल रहे इस देश के लोग चाहते बहुत कुछ ...।
सर्वोपरि है देशहित और विकास की सुनहरी तस्वीर। भारत-नेपाल सीमा का यह दृश्य मन को विचलित करता जरूर है, लेकिन उम्मीद भी जगा रहा कुछ पल घंटे और दिनों की बात है फिर सबकुछ ...। यह भारत को नेपाल की राजधानी काठमांडू से जोड़नेवाला पूर्वी चंपारण के रक्सौल व नेपाल के पर्सा जिले के मुख्यालय को जोड़नेवाला मैत्री पुल था।
मैत्री पुल से काठमांडू की ओर बढ़ने के साथ नेपाल की सीमा में तैनात नेपाल के सुरक्षाकर्मियों का आवाज आती है- ... ऐ ... ऐ...रुकिए इधर न बढ़िए। कहां बढ़े जा रहे ...। अभी आगे न बढ़िए ...। आपके पास नेपाली पहचान पत्र हो तो कदम बढ़ाइए, नहीं तो फिलहाल लौट जाइए।
दरअसल, इस सीमा पर बड़ी संख्या में नेपाल व भारत के लोग नेपाल की राह पर अग्रसर होने की बेचैनी में हैं, लेकिन भारत व नेपाल दोनों देशों की एजेंसियां शांति बहाली के लिए चल रहे प्रयासों में कोई खलल नहीं चाहती। सो यहां खड़े लोग अनुशासित हैं।
इसी अनुशासन के बीच नेपाली लोग अपनी बात भी रखते हैं- ‘ ये बदले वक्त की आवाज है, उम्मीद है जब यह आग थमेगी धुएं का गुबार समाप्त होगा तब राजनीतिक शुद्धीकरण का यह प्रयास नई चमक के साथ सामने होगा।
भारतीय सीमा पर स्थित पूर्वी चंपारण के रक्सौल स्थित डंकन अस्पताल से अपने पौत्र कृष का इलाज कराकर नेपाल के वीरगंज निवासी पप्पू साह कहते हैं- ‘सबकुछ तहस-नहस हो गया। आग की लपटें वो सारी चीजें जला रहीं, जिनकी हिस्सेदारी भ्रष्टाचार के पोषण में रही हैं।
यह यूं ही नहीं हुआ है यह सबकुछ ...। पूरा भ्रष्टाचारी था ... सब भ्रष्टाचार पर चल रहा था। युवा यू-ट्यूब, फेसबुक व इंटरनेट मीडिया पर रोक लगाकर सरकार ने जन आवाज को दबाने की कोशिश की। इंटरनेट मीडिया से रोजगार पा रहे लोगों से उनकी कमाई का साधन छीन लिया। यह सबकुछ भ्रष्टाचार के व्यापार चलाने जैसा था।
वीरगंज के लछमनवा निवासी युवा रोहित साह पिता की बातों का समर्थन करते हैं। हाथ में बेटे के इलाज की पर्ची दिखाते हुए कहा- युवा जागे हैं। सबकुछ बेहतर होने की उम्मीद है। ये लोग तो बेचकर खा गए थे सबकुछ ...। ये चंद दिनों की परेशानी है दूर हो जाएगी। अभी जो धुएं का गुबार दिख रहा है ये छट जाएगा नई चमक लौटेगी।
कोलकाता से घर वापसी कर रहे सिमरी जिला के हरिहरपुर निवासी बीस वर्षीय धर्मराज गोले की बात- ‘कोलकाता के रेस्टोरेंट में काम करता हूं। अचानक आंदोलन की बात सुनी तो भागे-भागे घर लौट रहा हूं। अब यहां आकर अपने देश की हालत देखकर सहसा कुछ भी समझ नहीं आ रहा। समझ नहीं आ रहा कि इस युद्ध का नतीजा क्या आएगा। लेकिन, व्यवस्था भ्रष्टाचारी थी, इसका तो अंत होना चाहिए।
समय देखकर सबकुछ करिए ...
भारत-नेपाल के बीच कायम मैत्री संबंधों के बीच दोनों देशों के लोगों की सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं। दोनों देशों के लोग एक दूसरे की सुरक्षा को लेकर चिंता में हैं। रक्सौल के मुन्ना साह नेपाल की ओर जानेवाले लोगों को समझाते हैं- दोनों देशों के बीच वर्षों से बेटी-रोटी का संबंध है, लेकिन संबंध भी है तो समय देखकर आना-जाना होगा।
नेपाल के रतनपुर वार्ड संख्या-29 के निवासी समसुल होदा अपनी पत्नी को घर ले जाने की बेचैनी में इधर-उधर भटक रहे थे। लगातार पत्नी को फोन कर रहे थे। कह रहे थे वह आनेवाली है। शमीना अपने मायके पूर्वी चंपारण के रामगढ़वा गई थी। वहां से लौटने के बाद रक्सौल बार्डर पर पहुंचनेवाली है। अब उसे घर ले जाना है। आंदोलन के सवाल पर साफ कहते हैं- भ्रष्टाचार के कारण यह स्थिति हुई है। अब ऐसा नहीं हो बस यहीं चाहते हैं। हमारे रिश्ते बने रहने चाहिए।
अनावश्यक आवाजाही की इजाजत नहीं
भारत-नेपाल सीमा के सभी रास्तों पर दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों ने सघन जांच अभियान चला रखा है। सशस्त्र सीमा बल के जवान भारतीय सीमा में सघन गश्त लगा रहे हैं। नेपाल में जारी आंदोलन के बाद की स्थितियों के बीच जेल ब्रेक की घटनाओं को देखते हुए बिहार पुलिस व एसएसबी के अधिकारी व जवान सीमा के चप्पे-चप्पे पर निगेहबानी कर रहे हैं।
नेपाली नागरिकों को पहचान पत्र देखने के बाद नेपाल की ओर जाने की अनुमति दे रहे। नेपाली एपीएफ की टीम नेपाल सीमा पर जांच कर रही है। सशस्त्र सीमा बल के महानिरीक्षक निशित कुमार उज्ज्वल ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र से किसी भी शरारती या आपराधिक तत्वों की आवाजाही पर नजर रखी जा रही है। आम नागरिक को किसी भी स्तर पर कोई समस्या नहीं हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
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