नेपाल में जेएन-जी आंदोलन से हिंसा भड़की, अब तक 27 गिरफ्तार, हथियार और अधजले पैसे बरामद
नेपाल में जेईएनजी आंदोलन हिंसक होने पर सरकार ने सेना तैनात कर दी है। काठमांडू में लूटपाट और आगजनी के आरोप में 27 लोग गिरफ्तार हुए हैं। पुलिस ने 33 लाख 70 हजार नेपाली रुपये बरामद किए हैं और कई हथियार जब्त किए हैं। हिंसा में 23 पुलिसकर्मी और तीन नागरिक घायल हुए हैं।

जागरण संवाददाता, रक्सौल। पड़ोसी देश नेपाल में जेईएनजी आंदोलन हिंसक रूप लेता जा रहा है। हालात बेकाबू होने पर सरकार ने सेना समेत अन्य सुरक्षा बलों को देशभर में तैनात कर दिया।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार 09 सितंबर के रात्रि करीब 10 बजे से सुरक्षा बलों का परिचालन शुरू किया गया। इसके पूर्व राजधानी काठमांडू समेत देश के विभिन्न हिस्सों में लूटपाट,आगजनी और हिंसक घटनाओं में शामिल 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
सूत्रों ने बताया कि उपद्रवियों ने आंदोलन की आड़ में विध्वंसात्मक और अराजक गतिविधियों को अंजाम दिया। काठमांडु गौशाला-चाबहिल-बौद्ध क्षेत्र से पुलिस ने लूटपाट में शामिल लोगों के पास से 33 लाख 70 हजार नेपाली रुपये बरामद किए।
राजधानी काठमांडू और पोखरा से विभिन्न प्रकार के 31 हथियार, 23 मैगजीन और बड़ी संख्या में गोलियां भी जब्त की गईं। वहीं, उपद्रवियों द्वारा लगाई गई आग पर काबू पाने के लिए तीन दमकलों का उपयोग किया गया। सेना और पुलिस लगातार हालात को सामान्य बनाने में जुटी है।
हिंसा के दौरान नेपाल पुलिस के 23 जवान और तीन आम नागरिक घायल हुए, जिन्हें सेना के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि हिंसक घटनाओं में शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल राजधानी और प्रमुख शहरों में गश्त तेज कर दी गई है। सरकार ने आम जनता से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।
नेपाल की स्थिति को देखते हुए सीमा से सटे भारतीय क्षेत्रों में भी चौकसी बढ़ा दी गई है। स्थानीय प्रशासन ने कहा कि आंदोलन की आड़ में किसी तरह की अवैध गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस प्रकार, नेपाल में जेएन जी आंदोलन व प्रदर्शन के बीच उपद्रवी तत्वों ने प्रशासन को चुनौती दी है, लेकिन सेना और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से हालात काबू में लाए जा रहे हैं।
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