सेना में आज शामिल होंगे 28 बेटियां और 184 बेटे, गयाजी में पासिंग आउट परेड
गया के अफसर प्रशिक्षण अकादमी में आज पासिंग आउट परेड है जिसमें 207 सैन्य अधिकारी बनेंगे जिनमें 23 बेटियां शामिल हैं। इससे पहले कैडेट्स के परिवारों को सम्मानित करने के लिए गौरव पदक सम्मान समारोह आयोजित किया गया। सैन्य सिम्फनी बैंड ने शानदार प्रदर्शन किया और घुड़सवारी का प्रदर्शन भी हुआ।

जागरण संवाददाता, गयाजी। अफसर प्रशिक्षण अकादमी में आज यानी शनिवार को पासिंग आउट परेड, पिपिंग सेरोमनी कार्यक्रम निर्धारित है। यहां से 207 नव सैन्य अधिकारी बनेंगे। इसमें 23 बेटियां व 184 बेटा सैन्य अधिकारी बनकर सेना में शामिल होंगे।
इससे पहले अफसर प्रशिक्षण अकादमी में 27वीं पासिंग आउट परेड के पूर्व संध्या पर शुक्रवार की शाम को समारोह के एक प्रमुख आकर्षण के रूप में, स्नातक ऑफिसर कैडेट्स के गौरवान्वित परिवारों को सम्मानित करने के लिए एक भव्य गौरव पदक सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
इस अवसर पर ले. जनरल अनिंद्या सेनगुप्ता, जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ, सेंट्रल कमांड, जो 27वीं पासिंग आउट परेड के रिव्यूइंग ऑफिसर हैं। मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल सुकृति सिंह दहिया, कमांडेंट ओटीए, स्वर्गीय कैप्टन एमवी प्रांजल, शौर्य चक्र के माता-पिता और पत्नी भी अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
यह आयोजन ऑफिसर कैडेट्स के परिवारों के अटूट समर्थन को श्रद्धांजलि देने के रूप में आयोजित किया गया। भारतीय सशस्त्र बलों के भावी अधिकारियों को बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए सम्मानित करके मनाया गया। ऐसे सभी गौरवान्वित माता-पिता, जिन्होंने अपने बेटे-बेटियों को सशस्त्र बलों की इस सम्मानित पेशे में शामिल होने के लिए प्रेरित किया, को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए गौरव पदक से सम्मानित किया गया।
अकादमी के पूर्व ऑफिसर कैडेट रहे कैप्टन एम.वी. प्रांजल दिसंबर 2017 में यहां से पास आउट हुए थे और वर्ष 2023 में जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद-रोधी अभियान का नेतृत्व करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। समीक्षा अधिकारी ने शूरवीर कैप्टन एम.वी. प्रांजल, शौर्य चक्र (मरणोपरांत) के माता-पिता एवं एम. वेंकटेश और पत्नी अदिति को भी सम्मानित किया।
सेना में अधिकारी बनने के लिए अपने संतानों को भेजने वाले माता-पिता और परिवार राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं। वे हिम्मत के साथ अनुशासन, देशभक्ति और निःस्वार्थता जैसे मूल्य अपने बच्चों में भरते हैं, जिससे वे पूरी निष्ठा से मातृभूमि की सेवा कर सकें। उनकी अटूट भावनात्मक शक्ति और मौन बलिदान ही सेना की मजबूती का आधार हैं। उनके इस अमूल्य योगदान के सम्मान में रात्रिभोज भी आयोजित किया गया
सैन्य सिम्फनी बैंड का मंत्रमुग्ध प्रदर्शन
समारोह में सैन्य सिम्फनी बैंड द्वारा एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला प्रदर्शन किया गया, जिसमें सैन्य परंपरा और संगीतमय उत्कृष्टता का सहज मिश्रण प्रदर्शित हुआ। देशभक्ति भरे उद्घाटन से लेकर आर्केस्ट्रा मार्च तक की सामंजस्यपूर्ण प्रस्तुतियों ने ताल नियंत्रण, गतिशील विविधताओं और वाद्य यंत्रों के समन्वय को बखूबी दर्शाया।
बैंड के वाद्य यंत्रों और ताल वाद्यों की समृद्ध ध्वनि ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिससे गर्व और भावनाओं का संचार हुआ। भव्य समारोही पोशाक में सवारों ने सेना बैंड की प्रेरक धुनों के साथ तालमेल बिठाते हुए एक आकर्षक दिन-रात घुड़सवारी प्रदर्शन किया, जिसने अपनी शालीनता, अनुशासन और समन्वय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कैडेट्स के माता-पिता और परिवार के सदस्य स्पष्ट रूप से भावुक थे और उन्होंने सैन्य परंपराओं की भव्यता और भावना को प्रतिध्वनित करने वाली आत्मीय रचनाओं का भरपूर आनंद लिया।
गया ओटीए से 207 सैन्य अधिकारी बन सेना में होंगे शामिल
कैडेट्स ने आर्मी मार्शल आर्ट्स रूटीन के माध्यम से असाधारण अनुशासन और निशस्त्र युद्ध कौशल का प्रदर्शन किया, जो सैन्य प्रशिक्षण की भावना, शक्ति और परंपरा को दर्शाता है। उनकी एक साथ की गई हरकतें साहस, सहनशीलता और योद्धा आत्मा का प्रतिनिधित्व करती थीं, जो सभी देखने वालों को आकर्षित करती थीं।
ओटीए में शॉर्ट सर्विस कमीशन टेक्निकल (पुरुष एवं महिला) पाठ्यक्रमों की ऐतिहासिक दूसरी पासिंग आउट परेड 06 सितंबर को निर्धारित है। शॉर्ट सर्विस कमीशन टेक्निकल एंट्री (पुरुष) - 63वें कोर्स के 184 आफिसर कैडेट्स और आर्ट सर्विस कमीशन टेक्निकल एंट्री (महिला) - 34वें कोर्स के 23 आफिसर कैडेट्स भारतीय सेना में अधिकारी के रूप में कमीशन प्राप्त करेंगे, जो अकादमी की विरासत में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
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