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    गयाजी में हाईटेक सुविधाओं से संपन्न होगा पितृपक्ष मेला, निगम बोर्ड ने दी मंंजूरी

    गया नगर निगम ने पितृपक्ष मेले के लिए कमर कस ली है जो 6 सितंबर से शुरू हो रहा है। मेयर वीरेंद्र कुमार की अध्यक्षता में हुई निगम बोर्ड की बैठक में मेले को सुव्यवस्थित और हाईटेक बनाने पर जोर दिया गया। निगम बोर्ड ने शहर में मांस-मछली की दुकानें बंद करने की मांग पर भी विचार किया।

    By sanjay kumar Edited By: Radha Krishna Updated: Thu, 28 Aug 2025 05:38 PM (IST)
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    हाईटेक सुविधाओं से संपन्न होगा पितृपक्ष मेला, निगम बोर्ड ने दी मंंजूरी

    जागरण संवाददाता, गयाजी।गया नगर निगम ने पितृपक्ष मेले के लिए कमर कस ली है, जो 6 सितंबर से शुरू हो रहा है। मेयर वीरेंद्र कुमार की अध्यक्षता में हुई निगम बोर्ड की बैठक में मेले को सुव्यवस्थित और हाईटेक बनाने पर जोर दिया गया।

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    मेयर ने कहा कि निगम ने निर्णय लिया गया कि मेले के दौरान स्वच्छता, पेयजल, साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था पर प्राथमिकी दी जाएगी। तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए मेले क्षेत्र में अस्थायी शौचालय, साफ पानी को लेकर वाटर मशीन की व्यवस्था, रोशनी को लेकर लाइट, मोबाइल चार्ज को लेकर स्थान और मेला क्षेत्र को तिरंगा और रोप लाइट से सजाया जाएगा।

    फैसले पर निगम बोर्ड ने एकमत से प्रस्ताव पारित कर पितृपक्ष मेले को हाईटेक बनाने पर मुहर लगा दी। बैठक में डिप्टी मेयर चिंता देवी, नगर आयुक्त कुमार अनुराग, सशक्त स्थायी समिति के सदस्य अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव, पार्षद जयप्रकाश सिंह यादव, दीपक कुमार चंद्रवंशी आदि मौजूद थे।

    मेले के लिए प्रमुख तैयारियां:

    • स्वच्छता और पेयजल: मेले के दौरान स्वच्छता, पेयजल, साफ-सफाई और प्रकाश व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। मेले क्षेत्र में अस्थायी शौचालय, साफ पानी के लिए वाटर मशीन, रोशनी के लिए लाइट और मोबाइल चार्ज करने के लिए स्थान बनाए जाएंगे।
    • तीर्थयात्रियों की सुविधा: मेले क्षेत्र में अस्थायी शौचालय, साफ पानी के लिए वाटर मशीन, रोशनी के लिए लाइट और मोबाइल चार्ज करने के लिए स्थान बनाए जाएंगे।
    • सजावट: मेला क्षेत्र को तिरंगा और रोप लाइट से सजाया जाएगा। विष्णुपद मंदिर के आसपास की सड़कों की मरम्मत तत्काल की जाएगी।
    • सफाई व्यवस्था: चौक-चौराहों से लेकर सभी पिंडवेदी और सरोवरों तक सफाई व्यवस्था मजबूत की जाएगी। फल्गु नदी की सफाई महाकुंभ मेले की तर्ज पर की जाएगी, जिसमें बोट का सहारा लिया जाएगा।
    • सड़क मरम्मत: विष्णुपद मंदिर के आसपास की सड़कों की मरम्मत तत्काल की जाएगी।
    • निशुल्क भोजन: इस्कान मंदिर द्वारा प्रतिदिन 2000 तीर्थयात्रियों को निशुल्क भोजन कराया जाएगा। भोजन में चावल, दाल, पूरी, रोटी और सब्जी होगी। भोजन वितरण के गया रेलवे स्टेशन परिसर और गांधी मैदान होंगे।

    निगम बोर्ड का फैसला

    निगम बोर्ड ने एकमत से प्रस्ताव पारित कर पितृपक्ष मेले को हाईटेक बनाने पर मुहर लगा दी। मेयर ने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुविधा और सुरक्षा उनकी जिम्मेदारी है। निगम बोर्ड ने शहर में मांस-मछली की दुकानें बंद करने की मांग पर भी विचार किया।

    महाकुंभ मेले की तर्ज पर फल्गु नदी की सफाई

    महाकुंभ मेले की तर्ज पर फल्गु नदी की सफाई की जाएगी, जिसमें बोट का सहारा लिया जाएगा। मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि पितृपक्ष में पिंडदानी फल्गु के पवित्र जल से तर्पण करते है। इससे पितरों के मोक्ष की प्राप्ति होती है। ऐसे में नदी को साफ-सुथरा रखना नगर निगम कर्तव्य बनता है। पिंडदान के बाद लोग पिंड को फल्गु नदी प्रवाहित करते है। इसे साफ करने के लिए बोट का सहारा लिया जाएगा। बोट से नदी की सफाई सुबह से लेकर शाम तक होते रहेगा। साथ ही मेले क्षेत्र में साफ-सफाई का काम आउटसोर्सिंग के तहत किया जाएगा।

    मांस-मछली पर रोक लगाने को लेकर सदस्यों ने उठाई आवाज

    सदन में वार्ड पार्षद ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि पितृपक्ष मेले के दौरान शहर में मांस-मछली की दुकानें बंद होना चाहिए। रेलवे स्टेशन से लेकर विष्णुपद मंदिर तक जाने वाले सभी मार्गो बिक रहे मांस-मछली की दुकानों एक पखवारे तक बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की जरूरत है। वहीं पार्षद नैयर अहमद, राहुल कुमार, धमेंद्र कुमार आदि ने कहा कि जीबी रोड और केपी रोड में कई माह से लाइट नहीं जल रहा है। इससे रात में अंधेरा छाया रहता है। लोगों के रात में चलने में काफी परेशानी होती है। इस पर नगर आयुक्त ने कहा खराब पड़े लाइटों को मरम्मत करने काम किया जा रहा है।

    बैठक में स्वच्छता पदाधिकारी के नहीं रहने पर जताई नाराजगी

    सदन में स्वच्छता पदाधिकारी के मौजूद नहीं रहने पर मोहन श्रीवास्तव ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पितृपक्ष मेले को लेकर अहम बैठक हो रही है। इसमें सफाई अहम मुद्दा है। ऐसे में स्वच्छता पदाधिकारी के बैठक में भाग नहीं कार्य में लापरवाही दर्शाता है। वहीं शहर में सफाई व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए 250 ठेला एवं 60 टीपर खरीदने का निर्णय लिया गया।

    मेले के लिए अन्य तैयारियां

    नगर निगम ने मेले के लिए अन्य तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। इसमें 250 ठेला और 60 टीपर खरीदने का निर्णय लिया गया है। स्वच्छता पदाधिकारी के नहीं रहने पर निगम बोर्ड ने नाराजगी जताई है।

    पितृपक्ष मेले का महत्व

    पितृपक्ष मेहनत का महापर्व है, जिसमें लोग अपने पितरों को श्रद्धांजलि देते हैं। इस दौरान लाखों की संख्या में तीर्थयात्री गया पहुंचते हैं और पिंडदान करते हैं। नगर निगम का उद्देश्य है कि तीर्थयात्रियों को सुविधाएं प्रदान की जाएं और मेले का आयोजन सुव्यवस्थित तरीके से किया जाए।