आदर्श आचार संहिता खत्म, लेकिन जहानाबाद अंचल कार्यालय अभी भी 'चुनावी मोड' में, लोग परेशान
जहानाबाद में आदर्श आचार संहिता समाप्त होने के बाद भी अंचल कार्यालय चुनावी मोड में है। कार्यालय में लोगों की भीड़ कम है और जमीन से जुड़े काम अटके हुए हैं। आरटीपीएस काउंटर पर भी कामकाज प्रभावित है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। कर्मचारी अभी भी चुनावी कार्यों में व्यस्त हैं, जिसके कारण सामान्य कामकाज बाधित है।

जहानाबाद अंचल कार्यालय
जागरण संवाददाता,जहानाबाद। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर संचालित आदर्श आचार संहिता सोमवार से पूर्ण रूप से समाप्त हो गया है। लेकिन अभी भी सरकारी कार्यालय चुनामी मोड में ही नजर आ रहे हैं। सोमवार को दैनिक जागरण द्वारा संचालित आदर्श आचार संहिता के तहत सदर प्रखंड का अंचल कार्यालय का अवलोकन किया गया। दरअसल यहां हमेशा लोगों की काफी भीड़-भाड़ रहती है। लेकिन अवलोकन के दौरान इक्के दुक्के लोग ही नजर आ रहे थे।
समय 12:00 बजे
ठंड के मौसम में आमतौर पर कार्यालय में भीड़ दोपहर के समय में ज्यादा होता है। लेकिन सदर प्रखंड सह अंचल कार्यालय जहां बड़ी संख्या में लोग नजर आते थे, वह पूरा परिसर लगभग सन्नाटे में तब्दील था। पूरी स्थिति किसी छुट्टी के दिन की तरह लग रहा था।
परिसर में जहां अधिकारियों और कर्मियों की गाड़ियां खड़ी रहती है वही काम से आने वाले लोग भी बड़ी संख्या में नजर आते थे। लेकिन लगातार चुनावी कार्य के कारण यहां की गतिविधियां आम लोगों के लिए लगभग बंद थे। जिसके कारण अभी भी लोग आवश्यक कार्य से आने से परहेज कर रहे हैं।
कुछ लोग जो मौजूद थे उनसे पूछने पर बताया गया कि अंचल कार्यालय में जमीन से संबंधित कार्य थे,लेकिन चुनाव के कारण लगभग एक महीने से काम नहीं हो रहे थे। ऐसे में आज आए हैं अब देखते हैं कि काम होता है कि नहीं।
नगर परिषद क्षेत्र के एरकी के नगीना सिंह ने बताया कि जमीन की दाखिल खरीज कराना है जिसके लिए कर्मचारियों की जरूरत है उन्हें से मिलने के लिए यहां आए हैं।
समय 12:10 बजे
आरटीपीएस काउंटर जहां आमतौर पर लंबी कतारें होती है। लेकिन सोमवार को काफी कम संख्या में लोग यहां नज़र आ रहे थे। तीन काउंटर में दो बंद थे वहीं एक पर काम हो रहा था।
जहां लोग अपने कागजात को लेकर ऑनलाइन आवेदन जमा कर रहे थे। काउंटर पर मौजूद रोहित कुमार ने बताया कि मुझे अपनाआवासीय और जाति प्रमाण पत्र बनाना है जिसे लेकर यहां आया हूं।
समय 12:20 बजे
कार्यालय का अंदर का नजारा भी काफी शांत था। मुख्य गेट पर एक पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी में मुस्तैद नजर आ रहे थे। वही अंदर में लगभग सभी कक्ष के दरवाजे बंद थे। हालांकि कार्यालय में अंचलाधिकारी मौजूद थे, लेकिन कई कर्मी जो अपने-अपने कक्ष में रहते थे नजर नहीं आ रहे थे।
पूछने पर पता चला कि चुनावी कार्य में रहने के कारण विभिन्न कोषांगों में अभी भी उन लोगों के कुछ कार्य बाकी थे । जिसके निपटारे के कारण फिलहाल यहां नजर नहीं आ रहे हैं। लेकिन जल्द ही चुनाव से संबंधित सारे कार्य पूर्ण हो जाएंगे और कार्यालय का संचालन आम दिनों की तरह होने लगेगा।

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