बिहार-झारखंड के बार्डर एरिया में पहुंच हाथियों का झुंड, ग्रामीणों में भय का माहौल
बिहार और झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्र में हाथियों का झुंड पहुंचने से ग्रामीणों में भय का माहौल है। अचानक हाथियों के आने से लोग अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और वन विभाग से मदद की गुहार लगा रहे हैं। क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है।
-1763677664243.webp)
बिहार-झारखंड सीमा पर हाथियों के आतंक से ग्रामीणों में दहशत
संवाद सूत्र, चंद्रमंडी (जमुई)। बिहार-झारखंड की सीमा से सटे जंगलों में इन दिनों हाथियों का एक बड़ा झुंड सक्रिय है। गुरुवार की सुबह, यह झुंड देवरी प्रखंड के मंदनाडीह गांव में पहुंचा, जहां उसने खेतों और खलिहानों में रखी फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हाथियों ने अरहर, धान और आलू की फसल को रौंद दिया। कई किसानों के खलिहानों में रखे धान को हाथियों ने खा लिया और धान के बंडलों को बिखेर दिया।
सूचना मिलते ही भेलवाघाटी थाना पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को सतर्क किया। देवरी वनपाल नीरज पांडेय ने बताया कि इस झुंड में कुल 22 हाथी हैं, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है। प्रभारी थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार ने लोगों से आग्रह किया कि वे झुंड से सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
ग्रामीणों ने बताया कि मंदनाडीह में सिमोन मुर्मू और रौशन मुर्मू की अरहर की फसल बर्बाद हो गई। झगरुडीह में इस्लाम अंसारी और नसीरुद्दीन अंसारी की धान की फसल को नुकसान पहुंचा। अबुल कलाम के खलिहान में रखा धान खा लिया गया और बगल के खेतों में आलू की फसल रौंद दी गई।
वन क्षेत्र पदाधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि कई गांवों में फसलों को नुकसान पहुंचा है और पीड़ित किसानों को मुआवजा उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि झुंड को जंगल की ओर खदेड़ने की कोशिश जारी है और इसके लिए बांकुड़ा से विशेष टीम बुलाई जा रही है। फिलहाल, झुंड बिहार-झारखंड बार्डर के आसपास के गांवों में घूम रहा है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।