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    Bihar Voter List 2025: जिंदा को मुर्दा और पत्नी को किया पति से जुदा, BLO साहब ने SIR में कर दी बड़ी गलती

    जमुई मतदाता सूची के पुनरीक्षण में बड़ी गड़बड़ियां सामने आई हैं। कई जीवित लोगों को मृत घोषित कर दिया गया है तो कहीं पति-पत्नी के नाम अलग-अलग कर दिए गए हैं। प्रदेश में कमाने गए मतदाताओं को भी अनुपस्थित बताकर सूची से हटा दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि यह प्रारूप सूची है और अंतिम सूची में सुधार किया जाएगा लेकिन इस लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं।

    By Arvind Kumar Edited By: Rajat Mourya Updated: Tue, 19 Aug 2025 07:24 PM (IST)
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    जिंदा को मुर्दा और पत्नी को किया पति से जुदा

    अरविंद कुमार सिंह, जमुई। गहन पुनरीक्षण अभियान में प्रारूप प्रकाशन के बाद मृत लोगों के नाम मतदाता सूची (Bihar Voter List 2025) में दर्ज रहने की बात सामने आई थी। अब सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर प्रारूप मतदाता सूची (Supreme Court On Voter List) से हटाए गए नाम को कारण सहित प्रकाशित करने के उपरांत जिंदा व्यक्ति को मृत बता देने का मामला सामने आ रहा है।

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    इसके अलावा प्रारूप सूची में पति-पत्नी को भी जुदा कर दिया गया है। प्रदेश कमाने गए मतदाताओं के नाम भी अनुपस्थित बताकर प्रारूप सूची से विलोपित कर नाम कटने वाली सूची में जोड़ दिए गए हैं। यह मामला जमुई विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पुराना मतदान केंद्र संख्या 370 आंगनबाड़ी सह कर्मशाला भवन पूर्णा मांगोबंदर से जुड़ा है।

    यहां निशा कुमारी पिता पप्पू उपाध्याय (26 वर्ष) का पुराना भाग संख्या 272 पुराना क्रम संख्या 351 में नाम दर्ज था। अब इन्हें विलोपित नाम की सूची में क्रम संख्या 17 पर मृत बता दिया गया है। अर्थात बूथ लेवल अधिकारी ने जिंदा को मुर्दा करार दे दिया, जबकि निशा आज भी पास के ही नरियना गांव स्थित एक कोचिंग संस्थान में अपनी सेवा दे रही है।

    निशा की वोटर आईडी संख्या जका 2848 828 है। इस संदर्भ में निशा सिस्टम की लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त करती हैं।

    इसी प्रकार, पूर्णा मांगोबंदर में ही विलोपित नाम की सूची के क्रम संख्या 21 पर अंकित दुर्गा पंडित की पत्नी सावित्री देवी को अनुपस्थित बताया गया है। पहले उनका नाम भाग संख्या 272 के क्रम संख्या 512 पर दर्ज था। अब पति पूर्णा मांगोबंदर में रह गया और पत्नी जुदा होकर कहां चली गई यह तो बीएलओ ने स्पष्ट नहीं किया है, लेकिन अनुपस्थित जरूर बताया है। इनका ईपिक नंबर बी आर/32/188/594190 है।

    दुर्गा पंडित बताते हैं कि उनकी पत्नी सावित्री हर दिन उनके साथ हैं। मजाकिया लहजे में कहते हैं कि बीएलओ लाख प्रयास कर ले, अलग होने का कोई सवाल ही नहीं उठता है।

    इसके अलावा, क्रमांक 44 पर सुमित कुमार पिता श्याम सुंदर सिंह तथा क्रमांक 45 पर मृत्युंजय सिंह पिता करुणा सिंह को भी अनुपस्थित बताया गया है, जबकि यह दोनों व्यक्ति पेशे से चालक हैं और ड्राइवरी के सिलसिले में इनका आना-जाना लगा रहता है। सुमित कुमार का ईपिक नंबर जेडसीए 0334417 तथा मृत्युंजय सिंह का एपिक नंबर सीक्यूएन 1381219 है। इन दोनों का पुराण भाग संख्या 272 तथा क्रम संख्या क्रमशः 849 तथा 864 थे।

    अब सवाल उठता है कि बूथ लेवल अधिकारी ने किस हिसाब से गहन पुनरीक्षण अभियान को अंजाम दिया जो एक ही मतदान केंद्र की प्रारूप मतदाता सूची में इतनी सारी त्रुटियां भरी पड़ी है। वैसे अनुमंडल पदाधिकारी सौरव कुमार ने स्पष्ट किया है कि यह प्रारूप सूची है। इसमें जो थोड़ी बहुत कमियां रह गई है, उसे अंतिम सूची में दुरुस्त कर लिया जाएगा। वैसे भी अभी दावा और आपत्ति लिए जा रहे हैं।

    इधर, भाकपा माले के युवा नेता बाबू साहब सिंह गहन पुनरीक्षण अभियान की गहनता पर सवाल खड़ा करते हुए कहते है कि ऐसे दोषी लोगों को खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।