Bihar News: बिहार के इस आश्रय गृह से 5 बच्चे हो गए फरार... 3 लड़कियां अबतक नहीं हो पाईं बरामद, DM ने दिए जांच के आदेश
Bihar News बिहार के कटिहार में वृहद आश्रय गृह से पांच बच्चे फरार हो गए। दरवाजा तोड़कर और चारदीवारी फांदकर ये सभी बच्चे यहां से भाग निकले। इनमें एक बच्चा मूक-बधिर है। पुलिस ने सभी बच्चों को पूर्णिया से बरामद कर लिया है। इससे पहले भी 6 लड़कियां आश्रय स्थल से भाग चुकी हैं। इनमें से 3 का कोई पता नहीं चल सका है।

संवाद सहयोगी, कटिहार। Bihar News शहर में स्थित वृहद आश्रय गृह से रविवार अल सुबह पांच बालक फरार हो गए। पुलिस ने सभी फरार बालकों को दोपहर तक पूर्णिया जिले के डगरूआ से बरामद कर लिया है। यहीं पर एक बच्चे का घर है। यही बच्चा बाकी बच्चों को अपने साथ ले गया था। फरार होने वाले बालकों में एक किशनगंज, एक पूर्णिया, एक उत्तर प्रदेश और दो अन्य बालक शामिल हैं। इनमें से एक बच्चा मूक-बधिर भी है।
जानकारी के अनुसार ये सभी भवन के पीछे का दरवाजा तोड़कर चहारदीवारी फांदकर आश्रय स्थल से भागे थे। बालकों ने चहारदीवारी के ऊपर लगे कंटीले तारों को बीच से हटाकर आने-जाने के लिए स्थान बना लिया था। डीएम मनेश कुमार मीणा ने मामले की जांच कर व्यवस्था दुरुस्त कराने की बात कही।
बता दें कि इसके पहले भी आश्रय स्थल से तीन बार बालक और बालिकाएं भाग चुकी हैं। आश्रय स्थल में कर्मियों की कमी है। सुरक्षा-व्यवस्था भी चार होमगार्ड के कंधों पर है। बताया जाता है कि पिछली बार छह बालिकाएं आश्रय स्थल से भागी थीं। इनमें अबतक तीन बरामद नहीं हो सकी हैं। आश्रय गृह के बालक यूनिट में 55, जबकि बालिका यूनिट नंबर एक में 71 एवं नंबर दो में 74 आश्रिताएं रहती हैं।
आश्रय गृह से बार-बार भागने की शिकायत मिल रही है। एक टीम बनाकर जांच की जाएगी। कमियों का अध्ययन कर उसे दुरुस्त कराया जाएगा।- मनेश कुमार मीणा, डीएम, कटिहार
ट्रेन में नालंदा के यात्री की मौत, झाझा में उतारा गया शव
झाझा रेलवे स्टेशन पर खड़ी डाउन गुरुमुखी एक्सप्रेस के एम 1 कोच से रेल पुलिस ने रविवार को एक व्यक्ति का शव बरामद किया। अचानक हुई इस घटना से यात्रियों में हड़कंप मच गया। शव की शिनाख्त नालंदा जिले के चंडी थाना क्षेत्र स्थित कैथिल गांव निवासी संजय कुमार (42) के रूप में की गई। सूचना मिलते ही स्वजन झाझा रेल थाना पहुंचे।
मृतक के भाई मृत्युंजय कुमार ने बताया कि संजय अपनी पत्नी के साथ पटना में रहते थे और छुट्टियों पर परिवार से मिलने जा रहे थे। वह हिमाचल प्रदेश की एक रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी में कार्यरत थे और अवकाश लेकर पटना लौट रहे थे।
रेल थानाध्यक्ष बृंद कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल जमुई भेज दिया गया है। प्रारंभिक जांच में आशंका है कि संजय किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे और सफर के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
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