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    न अस्पताल और न रोजगार, देश का सबसे पिछड़ा इलाका सीमांचल; ओवैसी बोले- 'मोदी सब कुछ पटना, नालंदा को देते हैं'

    Updated: Fri, 07 Nov 2025 04:03 AM (IST)

    सीमांचल, देश का सबसे पिछड़ा क्षेत्र, अस्पताल और रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहा है। असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार सब कुछ पटना और नालंदा को दे रही है, सीमांचल को नहीं। उन्होंने इस क्षेत्र के विकास पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता पर बल दिया।

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    सबसे ज्यादा बाल मृत्यु दर वाला क्षेत्र सीमांचल: ओवैसी। फोटो जागरण

    संवाद सूत्र, बारसोई (कटिहार)। पूरे भारत देश में सबसे ज्यादा जहां बच्चों की मौत बगैर इलाज की होती है वह क्षेत्र सीमांचल का है। यहां के बारे में ना तो डबल इंजन की सरकार और ना ही राजद कांग्रेस की सरकार ने कभी सोचा हैं।

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    सभी ने यहां के लोगों को वोट डालने की मशीन समझकर सिर्फ इस्तेमाल किया है। किसी ने सीमांचल के मुसलमान की बदहाली को दूर नहीं किया। सीमांचल में किसी भी तरह की सुविधा नहीं है। ना तो अस्पताल है और ना ही कालेज, एक भी बड़ा उद्योग यहां नहीं है। पुल पुलैया नहीं है। जिसके चलते यहां के लोग बदहाली में जीवन बिताते हैं।

    सीमांचल देश का सबसे पिछड़ा इलाका है। उक्त बातें आल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लिमन एआइएमआइएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अपने उम्मीदवार आदिल हसन और आफताब हुसैन के पक्ष में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए गुरुवार को बिघोर हाट और आजमनगर थाना मैदान में कही।

    ओवैसी ने कहा कि यहां के 90 प्रतिशत युवा मैट्रिक से आगे की पढ़ाई नहीं कर पाते हैं। रोजगार नहीं रहने के चलते पलायन करना यहां के युवाओं की मजबूरी है। डबल इंजन के लोग कहते हैं कि बिहार में बाहर है परंतु मैं कहता हूं कि सीमांचल में बाढ़ है। बदहाली है। यहां सड़कों से लेकर जमीन फसल नदी में बह जाती है और किसानों को मुआवजा तक नहीं मिलता। यह कैसा बाहर है।

    मोदी जी नालंदा, दरभंगा और पटना में सब कुछ देते हैं। क्या सीमांचल में लोगों की बस्ती नहीं है। यहां क्या सभी बेजान लोग बसते हैं। उन्होंने कहा कि आप शहरी बनिए अपने हक और हकूक के लिए लड़ना सीखिए।

    उन्होंने मंच से एमआईएम से बागी होकर चुनाव लड़ रहे दो प्रत्याशियों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जो लोग निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। उनसे आग्रह करता हूं कि वह मजलिस में आ जाए।

    सब मिलकर सीमांचल को हशिए पर रखने वाले दलों का मुकाबला करें। आजमनगर में ओवैसी की सभा में काफी भीड़ दिखी। दर्जनों कुर्सियां टूट गई, बेरियर के बांस टूट गए। औवेसी ने जनता से पतंग छाप के लिए आशीर्वाद मांगा।