AIMIM विधायक तौसीफ आलम पर नामांकन पत्र में जानकारी छिपाने का आरोप, सियासी पारा चढ़ा
बहादुरगंज के विधायक तौसीफ आलम पर नामांकन पत्र में जानकारी छुपाने का आरोप लगा है। शिकायतकर्ता का कहना है कि विधायक ने संपत्ति और आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी छिपाई है। चुनाव आयोग से जांच की मांग की गई है। विधायक ने आरोपों को निराधार बताया है, जिसके बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है।

असदुद्दीन ओवैसी के साथ विधायक तौसीफ आलम। फोटो- फेसबुक
संवाद सहयोगी, किशनगंज। बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र से एआईएमआईएम के नवनिर्वाचित विधायक तौसीफ आलम के खिलाफ नामांकन के शपथ पत्र में जानकारी छिपाने की शिकायत की गई है। बहादुरगंज के आसिफ अकरम ने किशनगंज के निर्वाची पदाधिकारी को की गई शिकायत में आरोप लगाया है कि तौसीफ आलम ने अपने शपथ पत्र में पुत्र और पुत्रियों के नाम नहीं दर्शाए हैं।
उनके अनुसार विधायक को दो पुत्रियां और एक पुत्र सहित तीन संतानें हैं, जिनका जिक्र नामांकन पत्र में आश्रित संतान के रूप में नहीं किया गया है।
आसिफ अकरम ने यह भी दावा किया है कि तौसीफ आलम पूर्व में चार बार विधायक रह चुके हैं। हालांकि, उनके शपथ पत्र में इस विवरण के अलावा पेंशन प्रमाणपत्र का जिक्र भी नहीं किया गया है, जो नियमानुसार गलत है।
शिकायतकर्ता ने निर्वाची पदाधिकारी से मामले की जांच कर उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। शिकायत की प्रतिलिपि निर्वाचन आयोग पटना, बिहार और जिला पदाधिकारी सह निर्वाचन पदाधिकारी किशनगंज को भी भेजी गई है।
वहीं, विधायक तौसीफ आलम ने इस आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि चुनाव में हार से कुछ लोग बौखला कर इस तरह के मिथ्या आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने नामांकन के दौरान दिए गए हलफनामे में कुछ भी नहीं छिपाया है। उसमें उन्होंने आइटीआर संलग्न किया है, जिसमें उनके परिवार के पुत्र-पुत्रियों से लेकर आय तक की जानकारी दर्शाई गई है। इसके कारण हलफनामा में उसे दर्शाने की आवश्यकता नहीं थी। बाकी मामला चुनाव आयोग का है वे उचित जांच करवा लें।

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