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    Dilip Jaiswal Cabinet Minister: दूसरी बार बिहार सरकार में मंत्री बने MLC दिलीप जायसवाल

    Updated: Thu, 20 Nov 2025 01:26 PM (IST)

    नीतीश सरकार में दिलीप जायसवाल ने मंत्री पद की शपथ ली। वे एमएलसी कोटे से दूसरी बार मंत्री बने हैं और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। जायसवाल पूर्व में भी मंत्री रह चुके हैं और उन्होंने 2014 में लोकसभा चुनाव भी लड़ा था। वे शिक्षा के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं और कई सामाजिक संगठनों से जुड़े हुए हैं।

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    दिलीप जायसवाल।

    जागरण संवाददाता, किशनगंज। नीतीश सरकार का शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हो चुका है। नई सरकार में 26 मंत्रियों ने शपथ ली है। उनमें एक नाम दिलीप जायसवाल का भी है। MLC कोटे से वह लगातार दूसरी बार मंत्री बनेंगे। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप कुमार जायसवाल केंद्रीय नेतृत्व के बहुत करीबी माने जाते हैं।

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    22 से अधिक वर्षों तोक बिहार भाजपा के प्रदेश कोषाध्यक्ष भी रहे। इसके साथ ही वह राज्य की नितीश कुमार सरकार में मंत्री पद भी आसीन रह चुके हैं। करीब 63 वर्षीय जायसवाल की शिक्षा पीएचडी है।

    डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल का जन्म 3 दिसंबर 1963 को बिहार के खगड़िया जिले के गोगरी में हुआ था। इन्हें दो संतान है। दिलीप कुमार जायसवाल हिन्दू हैं और वे कलवार जाति (अत्यंत पिछड़ा वर्ग) से आते हैं। इन पर कोई आपराधिक मामला नहीं है।

    दिलीप कुमार जायसवाल एम.एससी., एमबीए, पीएच.डी., एम.फिल. हैं। उन्होंने वर्ष 1998 में बीएनएम विश्वविद्यालय मधेपुरा से पीएच.डी. की है।

    डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल राजनीति में बहुत समय से हैं। मुख्य रूप से एक सामाजिक कार्यकर्त्ता के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी। हालांकि, वे पार्टी से शुरू से जुड़े रहे हैं। पहली बार वे 2009 में पूर्णिया, अररिया व किशनगंज के स्थानीय प्राधिकरण से विधान परिषद चुने गए थे।

    2009 से लेकर अब तक लगातार तीन बार बिहार विधान परिषद के सदस्य के तौर पर चुने जा चुके है। तीसरी बार वे 2022 में चुने गए थे। वर्तमान में, वे इसी पद पर हैं।

    बिहार विधान परिषद के सदस्य चुने जाने के बाद उन्हें राज्य की नीतीश कुमार सरकार में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री बनाया गया था। पर बाद में उन्होंने इस पद से त्यागपत्र दे दिया और फिर इसी के बाद उन्हें राज्य में भाजपा का अध्यक्ष चुन लिया गया।

    लगभग 22 वर्षो से बिहार भाजपा के कोषा ध्यक्ष के पद पर आसीन थे। वे सिक्किम राज्य का प्रभारी भी हैं।दिलीप जायसवाल केंद्र की राजनीति में भी भागीदारी निभाने का प्रयास किया था। इसी क्रम में उन्होंने 2014 में बिहार के किशनगंज लोकसभा क्षेत्र भाजपा के उम्मीदवार थे पर कांग्रेस के मोहम्मद असरारुल हक से पराजित हो गए थे।

    किशनगंज से जायसवाल का नाता रहा है। वमाता गुजरी विश्वविद्यालय से संबद्ध किशनगंज स्थित माता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के प्रबंध निदेशक भी हैं। इसके अलावे वे वनवासी कल्याण, किशनगंज के अध्यक्ष भी हैं।

    दिलीप जायसवाल वर्ष 2005 से वर्ष 2008 तक बिहार राज्य भंडारण निगम के भी अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्हें कई सम्मान भी मिल चुके है। उन्हें बिहार के राज्यपाल की ओर से एक अच्छे समाजसेवी के तौर पर सम्मान मिल चुका है। उन्हें रेलवे बोर्ड की ओर से भी 39 लोगो की दुर्घटना में जीवन बचाने के लिए भी अवॉर्ड मिल चुका है।

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