Lakhisarai Vidhan sabha: विजय सिन्हा की सीट में सबसे ज्यादा जीती बीजेपी, इस बार भी जारी रहेगा दबदबा?
लखीसराय विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने सबसे अधिक पाँच बार जीत दर्ज की है। 1977 से अब तक के चुनावों में भाजपा के अलावा जनता दल और जनता पार्टी ने दो-दो बार, जबकि कांग्रेस और राजद ने एक-एक बार जीत हासिल की है। 2000 में कृष्ण चंद्र प्रसाद सिंह ने राजद के फुलैना सिंह को हराया था। विजय सिन्हा ने भी कई बार जीत दर्ज की, जिससे भाजपा का दबदबा बना रहा।

उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा। फाइल फोटो
संवाददाता, लखीसराय। लखीसराय विधानसभा क्षेत्र 1977 में अस्तित्व में आया। इसके बाद से अब तक 48 वर्षों के चुनावी इतिहास में इस विस सीट से सर्वाधिक पांच बार भाजपा के प्रत्याशी ने जीत हासिल की है। इसके अलावा दो बार जनता दल, दो बार जनता पार्टी, एक बार कांग्रेस तथा एक बार राजद के प्रत्याशी को विजय श्री प्राप्त हुई है।
इसमें से सबसे पहली बार 2000 में भाजपा से कृष्ण चंद्र प्रसाद सिंह को जीत हासिल हुई। 2000 के विस चुनाव में भाजपा के कृष्ण चंद्र प्रसाद सिंह का मुकाबला राजद के फुलैना सिंह से हुआ था। इस चुनाव में कृष्ण चंद्र प्रसाद सिंह ने राजद के फुलैना सिंह को 12180 मतों के अंतर से पराजित किया था।
इसके बाद 2005 में हुए पहले चुनाव में विजय कुमार सिन्हा की जीत हुई। पर इस बार सरकार का गठन ही नहीं हो पाया। इसके बाद दोबारा 2005 के अक्टूबर में हुए चुनाव में विजय सिन्हा राजद के फुलैना सिंह से 80 मतों के अंतर से हार गए। वर्ष 2010 में विजय कुमार सिन्हा की दोबारा वापसी हुई।
अबकी बार क्या हैं समीकरण
इस चुनाव में भाजपा के विजय कुमार सिन्हा और फुलैना सिंह के बीच मुकाबला हुआ। इसमें विजय कुमार सिन्हा ने राजद के फुलैना सिंह को 59620 मतों के भारी अंतर से हराया। वर्ष 2015 के विस चुनाव में विजय कुमार सिन्हा फिर भाजपा के टिकट पर चुनाव जीते। इस बार उन्होंने जदयू के रामानंद मंडल को 6556 वोट से हराया।
फिर 2020 में भाजपा के विजय कुमार सिन्हा ने कांग्रेस के अमरेश कुमार अनीश को 10483 वोट से हराया। इस प्रकार इस सीट से भाजपा ने सर्वाधिक पांच बार जीत हासिल किया है। वहीं 1977 व 1985 के चुनाव में जनता पार्टी ने 1990 व 1995 में जनता दल ने, 1980 में कांग्रेस ने तथा 2005 में राजद को इस सीट से विजय हासिल हुई है।
अब तक कैन सी पार्टी कितनी बार जीती
भाजपा - 5 बार
जनता पार्ट - 2 बार
जनता दल - 2 बार
कांग्रेस - 1 बार
राजद - 1 बार

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।