Madhepura RJD Candidate 2025: राजद में शांतनु बुंदेला के साथ हुआ 'खेल', प्रो. चंद्रशेखर को मिला टिकट
राजद में शांतनु बुंदेला को टिकट न मिलने से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। उनकी जगह प्रो. चंद्रशेखर को टिकट दिया गया है, जिससे कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। इस फैसले ने राजनीतिक समीकरणों को बदल दिया है और चर्चाओं का बाजार गर्म है।

शांतनु बुंदेला और प्रो, चंद्रशेखर।
अमितेष, मधेपुरा। मधेपुरा विधानसभा सीट पर प्रत्याशी चयन को लेकर आखिरी क्षण में फेरबदल हो गया। गुरुवार की रात शांतनु बुंदेला पर भारी पड़ी। रात करीब 1.30 बजे लगतार तीन बार के विधायक प्रो. चंद्रशेखर का नाम फाइनल कर दिया गया। आधिकारिक रूप से इसकी घोषणा नहीं की गई, लेकिन नामांकन के अंतिम दिन मधेपुरा लौटे प्रो. चंद्रशेखर ने अंतिम क्षण में नामांकन का पर्चा दाखिल किया।
बुधवार की रात ही शांतनु को मिला था आश्वासन:
तेजस्वी यादव और लालू प्रयाद यादव से मुलाकात के बाद शांतुन बुंदेला ने मधेपुरा में हलफनामा तैयार कराया। शांतनु बताते हैं कि बुधवार की रात ही उनकी मुलाकात हुई थी। शांतनु के अनुसार उनसे चुनाव की तैयारी को लेकर भी पूछा गया था।
शांतनु ने बताया कि हमारी पूरी तैयारी है। हमने एनआर कटा लिया है। सूत्र बताते हैं कि गुरुवार को ही राजद कार्यालय, पटना से एसडीएम कार्यालय में फोन कर शांतनु बुंदेला का वोटर लिस्ट में नाम होने की पुष्टि कराई गई। शांतनु के टिकट कंफर्म होने की जानकारी पूरे मधेपुरा में बुधवार रात से ही फैल चुकी थी।
राजद जिलाध्यक्ष ने तो गुरुवार शाम को इसकी पुष्टि भी कर दी। इधर, गुरुवार को शांतनु का हलफनामा, बैंक खाता समेत तमाम कागजात तैयार कर साफ्ट कापी पटना भी भेज दी गई।
कहा तो यह भी जा रहा है कि आनलाइन फार्म भरने के बाद शांतनु को शुक्रवार को नामांकन की औपचारिकता पूरी करने मधेपुरा पहुंचना था, लेकिन इसी बीच खेल हो गया।
मेरा टिकट छीना जा सकता है, लेगेसी नहीं
शांतनु ने बताया कि तेजस्वी जी और लालू जी के द्वारा बुलाकर मुझे चुनाव लड़ने के लिए आश्वस्त किया गया। दोनों से मुलाकात हुई, मैंने कागजात तैयार कराए। तमाम चर्चाएं हुईं। गुरुवार रात एक बजे बुलाकर कहा गया कि प्रो. चंद्रशेखर को टिकट दे रहा हूं। सब लोग मदद कीजिए। यह सरासर धोखा है। तेजस्वी यादव जुबान के कच्चे हैं।
मेरे पिता ने अपना पूरा जीवन मधेपुरा व कोसी इलाके के लिए समर्पित कर दिया। मेडिकल कॉलेज, एनएच से लेकर तमाम विकास के कार्य कराए। मेरा घर मधेपुरा है। मेरी भी कर्मभूमि मधेपुरा ही रहेगी। कोई मुझसे टिकट छीन सकता है, मेरी लेगेसी नहीं। दो-चार दिनों में अपनों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तय करूंगा। - शांतनु बुंदेला, राजद नेता व शरद यादव के पुत्र
टिकट को लेकर नहीं था सस्पेंस
टिकट को लेकर कोई सस्पेंस नहीं था। नेतृत्व ने उचित समय पर उचित व्यक्ति को देख उचित निर्णय लिया है। समाजिक न्याय की इस पावन धरा पर मुझे लगातार तीन बार से जनता की सेवा का मौका मिला है। पार्टी नेतृत्व में चौथी बार मुझे फिर से मौका दिया है। समाजिक न्याय के पुरोधा लालू प्रसाद और गरीबों, दलितों, पिछड़ों व युवाओं की आवाज तेजस्वी यादव ने मुझ पर भरोसा किया है। - प्रो. चंद्रशेखर, विधायक सह राजद प्रत्याशी मधेपुरा
इंटरनेट मीडिया पर शांतनु-सुभाषिणी ने जाहिर की नाराजगी
एक्स व फेसबुक पर शांतनु ने लालू प्रसाद और शरद के साथ ली गई तस्वीर जारी कर लिखा, मेरे खिलाफ राजनीतक षड्यंत्र हुआ। समाजवाद की हार हुई। शांतनु की यह पोस्ट खूब प्रसारित हुई। इसके 10 मिनट बाद शांतनु की बहन सुभाषिणी ने इसी पोस्ट को रिवर्ट करते हुए एक्स पर नाम लिए बगैर सीधा हमला किया।
उन्होंने लिखा, जो अपने खून के नहीं हुए वे दूसरों के क्या सगे होंगे। जो अपने ही परिवार के वफादार नहीं, वो किसी और के लिए कैसे भरोसेमंद हो सकते हैं। यह विश्वासघात की पराकाष्ठा और उनकी असहजता का उत्कृष्ट उदाहरण है। जो षड्यंत्र इन्होंने रचा है, अब वही षड्यंत्र इनके खिलाफ जनता रचेगी।
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