भाजपा के प्रत्याशियों में मिथिला का युवा जोश, मैथिली ठाकुर और सुजीत पासवान जैसे कम उम्र के उम्मीदवारों पर दांव
भाजपा ने बिहार चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की, जिसमें युवाओं को प्राथमिकता दी गई है। पहली सूची में कई अनुभवी चेहरों को मौका नहीं मिला, जबकि मैथिली ठाकुर जैसे युवा उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। पार्टी का लक्ष्य हर जिले में युवा नेतृत्व को बढ़ावा देना है, जिसके चलते कुछ पुराने नेताओं को मौका नहीं मिल पाया।

भाजपा के प्रत्याशियों में मिथिला का युवा जोश
ब्रज मोहन मिश्र, मधुबनी। भाजपा ने पहली सूची में 71 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की, जिसमें उत्तर बिहार के कई नामचीन चेहरों को बेटिकट कर दिया। जिसमें औराई से विधायक व पूर्व मंत्री रामसूरत राय और राजनगर सुरक्षित से विधायक व पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रीत पासवान का भी नाम शामिल है।
टिकट करने की पीछे कई फैक्टर हैं। कुछ लोग डॉ. रामप्रीत पासवान के मामले में उनकी उम्र को कारण बता रहे हैं, जो 72 साल हैं। मगर यहां केवल उम्र कारण नहीं है क्योंकि भाजपा की पहली सूची में 72 साल के डॉ. रामप्रीत पासवान के अलावा इसी उम्र के पटना साहिब से नंद किशोर यादव का भी टिकट काटा गया है,जबकि इसी उम्र के रामनारायण मंडल को बांका और बड़हरा से राघवेंद्र प्रताप सिंह को दोबारा टिकट दिया गया है।
30 साल के सुजीत कुमार को टिकट
70 साल के प्रेम कुमार को गया शहर से और इसी उम्र के बीरेंद्र कुमार को वजीरगंज से फिर मौका मिला है। पहली सूची में सबसे कम उम्र के उम्मीदवार संभवत: उसी राजनगर (सु) से सुजीत कुमार पासवान हैं, जहां से 72 वर्षीय डॉ. रामप्रीत पासवान का टिकट काटा गया है।
सुजीत पासवान का जन्म अगस्त, 1995 है यानी 30 साल दो माह उनकी उम्र है। इसके बाद जमुई से श्रेयसी सिंह 35 साल की हैं। पहली सूची में 14 उम्मीदवार 60 से 70 साल के बीच हैं। जबकि दो उम्मीदवार 72 साल के हैं।
25 साल की मैथिली ठाकुर को टिकट
भाजपा ने बुधवार शाम अपनी दूसरी सूची में 12 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की। इसमें सबसे चर्चित और युवा चेहरा प्रसिद्ध लोक गायिका मैथिली ठाकुर को अलीनगर से प्रत्याशी बनाया गया है। उनकी आयु 25 साल 4 माह है। वहीं छपरा के सिटिंग विधायक डॉ. सीएन गुप्ता का टिकट काटा गया। जिनकी आयु 78 साल है। वहां करीब 40 साल की छोटी कुमारी को टिकट दिया गया है। दूसरी लिस्ट में कोई भी उम्मीदवार 70 या उससे ऊपर का नहीं है।
भाजपा की पहली सूची से साफ है कि पार्टी ने केवल उम्र के कारण डॉ. रामप्रीत पासवान का टिकट नहीं काटा है। क्योंकि उनकी उम्र के दो लोगों को मौका भी मिला है।
चर्चा है कि पार्टी नेतृत्व हर जिले में एक युवा चेहरे को आगे करना चाहता है और मधुबनी की पांच सीटों में सबसे उम्रदराज डॉ. रामप्रीत पासवान थे। साथ ही कहीं न कहीं पार्टी नेतृत्व की नजर में वे जगह नहीं बना पाये। जिसमें बांका के 72 वर्षीय रामनारायण मंडल और बड़हरा के राघवेंद्र प्रताप सिंह सफल रहे।
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