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    रसोई गैस हो या न हो मिड-डे-मील बनना चाहिए, मधुबनी डीएम का सख्त आदेश

    By Pradeep Mandal Edited By: Ajit kumar
    Updated: Fri, 28 Nov 2025 01:09 PM (IST)

    Bihar News: मधुबनी के जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में विद्यालयों के निरीक्षण पर जोर दिया। उन्होंने शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने मध्याह्न भोजन को हर हाल में जारी रखने और मीनू के अनुसार भोजन परोसने के निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षा कोष में पैसे होने के बावजूद कमियों पर जवाबदेही तय करने की बात कही।

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    डीएम ने कहा,  हर हाल में मीनू के अनुरूप बच्चों को भोजन मिलना चाहिए। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, मधुबनी। Madhubani News: जिलाधिकारी आनंद शर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने विद्यालयों के निरीक्षण की समीक्षा के क्रम में सभी जिला स्तरीय पदाधिकारियों एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को शत प्रतिशत विद्यालयों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया।

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    डीएम ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को विद्यालयों में शतप्रतिशत छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों की उपस्थिति के साथ साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर विशेष रूप से फोकस करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि निरीक्षण केवल खानापूर्ति के लिए नहीं करें, बल्कि उसका सकारात्मक परिणाम भी नजर आना चाहिए। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान अनाधिकृत रूप से जो शिक्षक अनुपस्थित पाए जाते है उनके विरुद्ध अविलंब करवाई सुनिश्चित करें।

    जवाबदेही तय कर होगी करवाई

    उन्होंने निरीक्षण के दौरान विद्यालय में शौचालय की स्थिति, पोशाक, छात्रवृति, मध्यान भोजन की गुणवत्ता, पठन-पाठन में गुणवत्ता सहित सभी मामलों का अनुश्रवण करने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी परिस्थिति में विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बंद नहीं रहना चाहिए एवं हर हाल में मीनू के अनुरूप बच्चों को भोजन मिलना चाहिए।

    उन्होंने कहा कि विद्यालय शिक्षा समिति का गठन न होना या रसोई गैस की अनुपलब्धता जैसे कारण स्वीकार नहीं किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा विद्यालयों के निरीक्षण के क्रम यह बात सामने आई है कि शिक्षा कोष में पैसा रहते हुए भी विद्यालय में आधारभूत मूल व्यवस्थाओं में कमी है।

    इस संबंध में जवाबदेही तय कर करवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को प्रत्येक सप्ताह सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के साथ अनिवार्य रूप से बैठक करने का निर्देश दिया। जिससे जिलास्तरीय मासिक बैठक में प्रगति दिखाई पड़े।

    जिलाधिकारी ने डीपीओ स्थापना को शिक्षकों के स्थापना संबंधी मामलों का प्राथमिकता के साथ निष्पादन करवाने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी के द्वारा स्टूडेंट एनरोलमेंट मॉड्यूल,असैनिक कार्यों की प्रगति ,विद्यालयों में विद्युतीकरण, माध्यमिक विद्यालय विहीन पंचायतों में निर्माण, जल जीवन हरियाली,एक पेड़ मां के नाम, सीडब्ल्यूजेसी एवं एमजेसी के मामले, टेक्स्ट बुक, प्रवेश उत्सव जैसे अन्य विषयों की भी समीक्षा की गई एवं संबंधित अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।

    उक्त बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी अक्षय कुमार पांडेय, जिला समाजिक सुरक्षा कोषांग के सहायक निदेशक नितेश पाठक, शिक्षा विभाग के सभी जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सहित जिले के सभी प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।