'जेकर खाए छियै हम सब ओकरे देबै' झंझारपुर के मतदाताओं ने इशारों ही इशारों में कह दिया सबकुछ
झंझारपुर विधानसभा क्षेत्र में 13 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। मतदाता विकास, नौकरी और पलायन जैसे मुद्दों पर ध्यान दे रहे हैं। कुछ मोदी-नीतीश के समर्थक हैं, तो कुछ महागठबंधन के साथ। अल्पसंख्यक समुदाय अभी फैसला नहीं कर पाया है, जबकि महिला मतदाताओं ने सरकार द्वारा दी जा रही सहायता की सराहना की है। चुनाव 11 नवम्बर को है, परिणाम 14 को घोषित होंगे।

इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।
शैलेन्द्र नाथ झा/रुद्रकांत मिश्र, झंझारपुर (मधुबनी)। BiharAssemblyElection 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की रणभेरी बजने और नामांकन की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद झंझारपुर विधानसभा में 13 प्रत्याशी चुनावी अखाड़े में अपनी किश्मत आजमा रहे हैं।
दरवाजे दरवाजे या गांव गांव समूह में प्रत्याशियों ने प्रचार करना प्रारंभ कर दिया है। कोई प्रत्याशी अपने किए गए विकास को जनता के सामने रख रहे हैं तो कोई घर घर नौकरी के वादे को दुहरा रहे हैं तो कोई प्रत्याशी शिक्षा, पलायन रोकने का मतदाता के समक्ष दंभ भर रहे हैं।
जनता है कि सबों को सुन रही है, समझ रही है, परख रही है। कई मतदाता अपना पत्ता वोकल होकर खोलते हैं तो कई हैं कि चुप्पी लादे हुए हैं। इस बीच जागरण ने आम मतदाता के मिजाज को परखने की कोशिश की।
झंझारपुर विधानसभा का भौगोलिक परिदृश्य यह है कि यह विधानसभा झंझारपुर प्रखंड के 17, लखनौर प्रखंड के 15, मधेपुर प्रखंड के छह एवं नगर परिषद झंझारपुर के कुल 27 वार्ड से मिलकर बना है।
यहां कुल 392 बूथ है और मतदाता की कुल संख्या 311081 है। इसका समृद्ध इतिहास रहा है। यहां से पांच बार जीतकर तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में डा. जगन्नाथ मिश्रा ने काम किया है।
विकास के मामले में पहले यह बहुत पिछड़ा था। एक डेढ दशक में विकास की किरणें यहां की धरती को छूई है। शहर की मुख्य सड़क चौड़ी हुई है जो झंझारपुर को शहर का अहसास दिलाती है। मेडिकल कालेज बन रहा है।
औद्योगिक विकास भी प्रारंभ हुआ है। वर्तमान चुनाव में यहां से कुल 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। यहां निवर्तमान विधायक नीतीश मिश्रा एनडीए से भाजपा के उम्मीदवार हैं। उनका मुकाबला महागठबंधन के सीपीआई उम्मीदवार रामनारायण यादव से है और त्रिकोणीय मुकाबला में जनसुराज के केशव चन्द्र भंडारी आते हैं।
भाजपा के उम्मीदवार जहां ब्राह्मण चेहरा हैं वहीं महागठबंधन के उम्मीदवार यादव तो जनसुराज के उम्मीदवार क्योट समाज से आते हैं। अन्य दस उम्मीदवार भी हैं जिनकी चर्चा क्षेत्र में न के बराबर है। जागरण ने मतदाता के मिजाज परखना प्रारंभ किया। झंझारपुर आर एस से बलभद्रपुर गए तो चौक पर गब्बर यादव, पवन कुमार यादव मिले।
कहा-नौकरी चाहिए। वहीं खड़े कृष्णा मंडल, विलक्षण मंडल और अजीत मंडल ने कहा कि उन्हें तो विकास पसन्द है। आगे बढे तो लखनौर में रविन्द्र सिंह मिल गए। कहा यहां मोदी का जलवा है। रूपौली चौक पर कई कुशवाहा समाज के युवक मिले। नाम नहीं बताया लेकिन कहा कि वे पलायन और बेहतर शिक्षा के लिए वोट करेंगे।
लौफा पान की दुकान पर छारापट्टी के मुकुंद कुमार, रमणजी झा कहते हैं कि उन्हें तो मोदी की नीति अच्छी लगती है। यहीं सहनी टोल के मनोज कुमार यादव ने साफ किया कि वे महागठबंधन को पसंद करते हैं।
पचही मदरसा चौक पर मो. जियाउर रहमान, गुलाम रब्बानी ने कहा कि नीतीश कुमार ने बढिया काम किया है लेकिन उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए। वे लोग अभी निर्णय नहीं लिए हैं। हम आगे बढे तो प्रसाद गांव पहुंचे।
विषहारा स्थान में तास खेल रहे कपिलेश्वर महतो, योगेन्द्र यादव, रामप्रसाद महतो, राधेश्याम महतो, राजेन्द्र महतो, रमेश साह, सुबेलाल महतो, दिनेश महतो ने एक स्वर से यहां मोदी-नीतीश की प्रशंसा की और कहा कि हमलोग तो विकास पर वोट करेंगे। हम कमला बलान के पेट में बसे रजौर गांव पहुंचे।
यहां अंदर की सड़क खराब है। लोगाें ने आक्रोश दिखाया। बिनोद कुमार झा, शालेश्वर झा, महावीर झा, गणेश झा ने साफ कर दिया कि वे लोग मोदी नीतीश के साथ हैं। हम भगवानपुर नौलखा मुसहरी पहुंचे। यहां जालेश्वर सदाय, जुगनाथ सदाय, बैद्यनाथ सदाय, कारी सदाय, सुखलाल सदाय और चमेली देवी मिलीं।
कहा कि अनाज जेकर खाईछियै-हम सब ओकरे देबै। कहा कि महिला को दस दस हजार रुपया भी आया है। सड़क दिखाया कि पहले यह सड़क नहीं थी। बना है। सहुलिएत है। खुद समझिए किसको देंगे वोट।
उसके बाद हम महासिंह हसौली के बेहड़ा अल्पसंख्यक टोल पहुंचे। यहां मो. मेहुउद्दीन, मो. अनामुल, जुवेदा खातुन, कुरेशा खातुन, युवक जावेद आलम मिले। कहा कि अभी हमलोग फैसला नहीं किए हैं। बैठक कर फैसला करेंगे। उसके बाद हम बांकी गांव के मल्लाह टोल पहुंचे।
यहां कई महिलायें थीं, नाम बताने से गुरेज की लेकिन कहती हैं कि दस हजार रुपया मिला है। अनाज मिल रहा है। जो गरीब की सुन रहा है उसी को वोट करेंगे। नगर परिषद के परतापुर के मोहन यादव ने कहा कि वे महागठबंधन के पक्षधर हैं। वार्ड 15 के सुधीर कुमार झा खुलेआम मोदी नीतीश की बड़ाई करने लगे।
हम कोठिया पहुंचे। यहां दुर्गा स्थान में गंगाई कामत की चाय दुकान पर गंगाई कामत, गनौर पासवान, लालचन्द्र पासवान, लाल बाबू पावान ने वर्तमान सरकार पर विश्वास जताया। यहीं धनेश्वर पासवान, विष्णु पासवान ने जनसुराज को अपना पसंद बताया। गोपलखा, संतनगर, काको में भी गए।
कई ने पत्ते खोले तो कई ने गोल मटोल जवाब दिया। भराम नारायणपुर चौक पर सूप बना रही रीना देवी, अशोक मल्लिक, खुशी मल्लिक, रेखा कुमारी ने तो मोदी की प्रशंसा करते नहीं थक रहे हैं।
झंझारपुर आरएस निवासी रंजीत कुमार साह कहते हैं कि एनडीए की नीतियां ठीक है। मोदी नीतीश की नीति पर ही मतदान करेंगे। वहीं, कैथिनियां निवासी किशोरी ठाकुर का कहना है कि वे पुराने कांग्रेसी हैं। बेरोजगारी, महंगाई के खिलाफ वे मतदान करेंगे।
कुछ मतदाता वोकल हैं जो बोल रहे हैं तो कई मतदाता चुप्पी साधकर पार्टी और प्रत्याशी की नीति पर गौर फरमा रहे हैं। सभी प्रत्याशी चुनावी मैदान में जी जान लगाए हैं। हर प्रत्याशी अपने पक्ष में मतदाता को करने में लगे हैं।
ग्यारह नवम्बर को चुनाव और 14 को परिणाम के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि झंझारपुर के मतदाता ने किसके सर ताज दिया है।

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