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    Bihar Politics: बागी हुए BJP के पूर्व जिलाध्यक्ष को अमित शाह ने खुद मनाया, JDU को मिली राहत

    Updated: Tue, 21 Oct 2025 08:09 PM (IST)

    लौकहा विधानसभा क्षेत्र में, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ऋषिकेश राघव, जो निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले थे, अब एनडीए का समर्थन करेंगे। अमित शाह के निर्देश पर, उन्होंने एनडीए उम्मीदवार सतीश साह के लिए काम करने का फैसला किया। ऋषिकेश राघव तेली समुदाय से हैं, और उनके समर्थन से एनडीए को फायदा हो सकता है, क्योंकि पिछले चुनावों में तेली समुदाय ने जेडीयू को हराया था।

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    बागी हुए BJP के पूर्व जिलाध्यक्ष को अमित शाह ने खुद मनाया

    संवाद सहयोगी, लौकहा। लौकहा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सरगर्मी के बीच बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है। झंझारपुर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ऋषिकेश राघव, जो इस बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतर रहे थे, उन्होंने एनडीए को समर्थन देने का फैसला लिया है।

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    जानकारी के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने स्वयं ऋषिकेश राघव को पटना बुलाकर एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी सतीश साह के समर्थन में काम करने का निर्देश दिया है।

    इसके बाद ऋषिकेश राघव ने भी पार्टी नेतृत्व को आश्वस्त किया कि वे एनडीए प्रत्याशी सतीश साह के पक्ष में कार्य करेंगे।

    बताते चलें कि ऋषिकेश राघव ने नाजिर रसीद भी कटवा लिया था और उसके बाद रविवार को नरहिया स्थित अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एनडीए को समर्थन की बात कही।

    दरअसल, ऋषिकेश राघव तेली समाज से आते हैं और एडीए प्रत्याशी जदयू के सतीश साह हलवाई समाज से आते हैं। 2020 के चुनाव में तेली समाज से आने वाले स्व. प्रमोद प्रियदर्शी ने लोजपा से लड़कर जदयू के प्रत्याशी रहे लक्ष्मेश्वर राय को हराने में अहम भूमिका निभायी थी, जिसका लाभ राजद को जीत के तौर पर मिला था।

    वहीं, 2015 में भाजपा के प्रत्याशी रहे स्व. प्रमोद प्रियदर्शी ने तेली समाज का एकतरफा वोट ले लिया था। 2015 में राजद और जदयू एक साथ थे, इसलिए राजद के वोटरों का साथ पाकर जदयू के लक्ष्मेश्वर राय ने जीत हासिल कर ली थी। यानी पिछले दो चुनावों से तेली समाज के लोग जदयू से किनारा कर रहे थे।

    ऐसे में इस बार तेली समाज से ऋषिकेश राघव मैदान में होते तो एनडीए प्रत्याशी के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती थी। इस बात को स्थानीय नेताओं शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचाया, जिसके बाद अमित शाह ने उन्हें बुलाकर मना लिया।