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    Munger Election 2025: आज कयामत की रात... कल मुंगेर, तारापुर और जमालपुर में वोट की जंग, आप भी करें मतदान

    By Rajnish Kumar Edited By: Alok Shahi
    Updated: Wed, 05 Nov 2025 03:05 AM (IST)

    Munger Election 2025: मुंगेर जिले की तीन विधानसभा सीटों मुंगेर, तारपुर और जमालपुर में चुनावी जंग अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है। मुंगेर, जमालपुर और तारापुर विधानसभा क्षेत्र का सरताज कौन होगा, यह छह नवंबर का मतदाताओं के वोट से तय होगा। प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला 14 नवंबर को नतीजे आने के बाद होगा, लेकिन गुरुवार को मतदान से सीन लगभग साफ हो जाएगा। 

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    Munger Election 2025: मुंगेर जिले की तीन सीटों यथा मुंगेर, तारापुर और जमालपुर में गुरुवार, 6 नवंबर को वोट डाले जाएंगे।

    रजनीश, मुंगेर। Munger Election 2025 मुंगेर जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर चुनावी जंग अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है। कौन होगा मुंगेर जिले के मुंगेर, जमालपुर और तारापुर विधानसभा का सरताज, यह छह नवंबर का मतदान तय करेगा। हालांकि, प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला 14 नवंबर को होगा, लेकिन गुरुवार सीन लगभग साफ हो जाएगा। किसे जीत मिल रही है किसे हार।

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    सूबे की सबसे हाट सीटों में शामिल तारापुर और जमालपुर पर सियासी पारा चरम पर है। हर दल ने पूरी ताकत झोंक दी है और प्रत्याशी अब मतदाताओं की अंतिम पसंद बनने के लिए पूरी कोशिश में हैं। कहने को तीनों विधानसभा क्षेत्रों में कुल 39 प्रत्याशी मैदान में हैं पर दो जगहों पर मुकाबला सीधा एनडीए और महागठबंधन के बीच सिमट गया है।

    तारापुर सीट से पहली बार उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी मैदान में हैं। यह सीट पिछले पंद्रह वर्षों से जदयू के पास रही है, लेकिन इस बार यदि सम्राट जीतते हैं तो यहां पहली बार कमल खिलने का इतिहास बनेगा। भाजपा के लिए यह चुनाव केवल एक सीट नहीं, बल्कि सम्राट की प्रतिष्ठा की परीक्षा है।

    जमालपुर विधानसभा क्षेत्र में भी सियासी समीकरण पूरी तरह बदले हुए हैं। जदयू ने यहां पूर्व मंत्री का टिकट काटकर नचिकेता मंडल पर दांव लगाया है। इस बदलाव ने सीट को और हाट बना दिया है। नए चेहरे में नई ऊर्जा कहकर पेश कर रहे हैं।

    मुंगेर विधानसभा से इस बार भाजपा ने नया प्रयोग करते हुए कुमार प्रणय को मौका दिया है। जबकि महागठबंधन से पूर्व में रहे प्रत्याशी अविनाश कुमार विद्यार्थी पर भरोसा जताया है। यहां का मुकाबला भी दिलचस्प मोड़ पर है। भाजपा ने वैश्य चेहरा को उतारा है, ऐसे में भाजपा कोर वोटर का बिखराव न हो, इसे रोकने की मशक्कत चल रही है।

    पहले चरण के मतदान से ठीक पहले प्रचार का शोर थम गया, पर अब प्रत्याशियों और उनके प्रबंधकों के लिए कयामत की रात शुरू हो चुकी है। रातभर बैठकों, फोन काल और समीकरणों का दौर चला। बेस वोटरों को अपने पक्ष में करने और विरोधी खेमे में सेंध लगाने के लिए हर दांव आजमाया गया।

    इंटरनेट मीडिया पर भी अपील करते दिखे। प्रत्याशी खुद भी लगातार सक्रिय रहे। समर्थक गांव-गांव जाकर वोटरों से संवाद कर रहे हैं। किसी ने प्रत्याशी के विकास कार्यों का बखान किया तो किसी ने दूसरे पर कटाक्ष।

    राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार इस बार का चुनाव जातीय सीमाओं से आगे बढ़कर विकास, भरोसे और नेतृत्व की छवि पर टिका है। तारापुर में सम्राट चौधरी की एंट्री ने मुकाबले को नया आयाम दिया है। हर प्रत्याशी अपने किला को बचाने में जुटा है। अब जिले की जनता के हाथ में फैसला है कि कौन संभालेगा मुंगेर का किला और किसके लिए यह रात कयामत की रात साबित होगी।

    तारापुर विधानसभा क्षेत्र

    • कुल बूथों की संख्या 412
    • पुरुष मतदाताओं की संख्या 176401
    • महिला मतदाताओं की संख्या 152389
    • थर्ड जेंडर के 10
    • कुल मतदाता 328800 

    मुंगेर विधानसभा क्षेत्र

    • कुल 404 बूथ
    • पुरुष मतदाता 179511
    • महिला मतदाता  159357
    • थर्ड जेंडर 19
    • कुल मतदाता 338887 

    जमालपुर विधानसभा क्षेत्र

    • कुल 392 बूथ
    • 175015 पुरुष मतदाता
    • 152963 महिला मतदाता
    • 11 थर्ड जेंडर
    • कुल 327989 मतदाता