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    Bihar Election: चुनाव में पारदर्शिता के लिए कड़ा कदम, सुरक्षा बलों के बिना मतदान दल को नहीं मिलेंगे ईवीएम-वीवीपैट

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 12:50 PM (IST)

    बिहार चुनाव को निष्पक्ष बनाने हेतु निर्वाचन आयोग ने महत्वपूर्ण फैसला लिया है। सुरक्षा बलों की तैनाती के बिना किसी भी मतदान दल को ईवीएम और वीवीपैट नहीं मिलेंगे। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने और अनियमितताओं को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है। आयोग ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को इस नियम का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है।

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     बिना सुरक्षा बल की मौजूदगी मतदान दल को नहीं उपलब्ध कराएंगे ईवीएम, वीवीपैट। सांकेतिक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां अंतिम चरण में है। एमआइटी, आरडीएस कॉलेज और जिला स्कूल में अलग-अलग विधानसभा के लिए डिस्पैच सेंटर बनाए गए हैं।

    6 नवंबर को मतदान होना है। इससे एक दिन पूर्व यानी पांच नवंबर को मतदान कर्मी, पदाधिकारी और सुरक्षा बल बूथों के लिए ईवीएम समेत अन्य मतदान सामग्री लेकर रवाना होंगे। डिस्पैच सेंटर से ही सभी आवश्यक सामग्री प्राप्त की जाएगी।

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    जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने विधानसभा चुनाव के सफल संचालक और पारदर्शिता बनाए रखने को लेकर निर्देश जारी किया है। उन्होंने कहा कि बिना सुरक्षा बलों की मौजूदगी में मतदान दल को ईवीएम/वीवीपैट उपलब्ध नहीं कराया जाएगा। यह जवाबदेही काउंटर पर मौजूद पदाधिकारियों की होगी। इसका सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा है।

    इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं चलेगी। डिस्पैच सेंटर पर मौजूद पीठासीन पदाधिकारी यह सुनिश्चित हो लेंगे कि मतदान दल के साथ सुरक्षा बल भी हैं तभी ईवीएम/वीवीपैट और अन्य मतदान सामग्री उन्हें उपलब्ध कराएंगे।

    मतदान सामग्री प्राप्त करने के बाद अनिवार्य रूप से पावती प्राप्त करेंगे और इसे सुरक्षित रखेंगे। इसके अलावा मतदान सामग्री आवंटन करने के साथ वितरण रजिस्टर भी अपडेट करते रहेंगे। ताकि किसी प्रकार का संशय भविष्य में उत्पन्न नहीं हो।

    20-20 काउंटर बनाने की चल रही प्रक्रिया

    ईवीएम समेत अन्य मतदान सामग्री वितरण करने के लिए पर्याप्त संख्या में काउंटर बनाने को कहा गया है। जिला निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देशानुसार, प्रत्येक डिस्पैच सेंटर पर 20-20 काउंटर बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

    अगर आवश्यकता होगी तो इसे बढ़ाया भी जा सकता है। डिस्पैच सेंटर पर हेल्पलाइन की व्यवस्था भी की जा रही है। यहां पर पर्याप्त संख्या में सूचना सामग्री के साथ पदाधिकारी एवं कर्मियों तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था भी सुनिश्चित करने को कहा गया है। मतदान सामग्री के लिए भीड़ होने की संभावना है। इसे लेकर वहां पर मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बलों की भी तैनाती की जा रही है।

    मजबूत बैरिकेडिंग और ड्राप गेट का किया जा रहा निर्माण

    सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के दृष्टिकोण से मजबूत बैरिकेडिंग और ड्राप गेट का निर्माण किया जा रहा है। सिविल सर्जन को एंबुलेंस की तैनाती और इसके साथ चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ और पर्याप्त संख्या में आवश्यक दवाइयां उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है, ताकि किसी भी आपातकालीन परिस्थिति में इसका उपयोग किया जा सके।