मैट्रिक व इंटर स्टूडेंट के लिए जरूरी खबर, यह गड़बड़ी की तो SENTUP Exam से हो सकते वंचित
Bihar Matriculation Exam 2026: शिक्षा विभाग और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा के स्तर को बेहतर करने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए व्यवस्थागत बदलाव से लेकर कई नए नियम बनाए गए हैं वहीं कुछ ऐसे नियम भी हैं जो अस्तित्व में तो हैं, लेकिन उसका सख्ती से अनुपालन नहीं हो पा रहा है। अब उसको भी सख्ती से लागू किया जा रहा है। सेंटअप परीक्षा वाली व्यवस्था उसी का हिस्सा है।

इंटरमीडिएट की सेंटअप परीक्षा 19 से 26 नवंबर तक होगी। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Matriculation Exam 2026: परीक्षा की गुणवत्ता खराब होने के बाद होने वाली किरकिरी को देखते हुए शिक्षा विभाग और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति नियमों के अनुपालन में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतना चाह रही है। सेंटअप परीक्षा को लेकर दी गई नई व्यवस्था भी उसी का हिस्सा है।
इंटरमीडिएट की सेंटअप परीक्षा 19 नवंबर से होगी। इसमें केवल वैसे अभ्यर्थी ही शामिल हो सकते हैं जिनकी स्कूल में 75 प्रतिशत या उससे अधिक उपस्थिति है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इस बार इंटर व मैट्रिक के सेंटअप परीक्षा को लेकर सख्त नियम जारी किए हैं।
इंटरमीडिएट की सेंटअप परीक्षा 19 से 26 नवंबर और मैट्रिक की 19 से 22 नवंबर तक आयोजित होगी। यह परीक्षा स्कूल स्तर पर होगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी कुमार अरविंद सिन्हा ने बताया कि सेंटअप परीक्षा में पास होना अनिवार्य है।
जो विद्यार्थी इसमें उत्तीर्ण नहीं होंगे या परीक्षा नहीं देंगे, उन्हें वार्षिक परीक्षा 2026 में शामिल होने की अनुमति नहीं मिलेगी और उनका एडमिट भी जारी नहीं किया जाएगा।
सेंटअप परीक्षा दो पालियों में होगी। पहली पाली सुबह 9:30 से 12:45 तक और दूसरी पाली दोपहर 2:00 से 5:15 तक होगी। प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए 15 मिनट का अतिरिक्त समय भी दिया जाएगा।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने प्रश्न पत्र व परीक्षा सामग्री जिला शिक्षा पदाधिकारी को उपलब्ध कराया है। उपलब्ध कराई गई सामग्री स्कूलों को दी जा रही है। जिले में प्रखंडवार स्कूलों को आठ केंद्रों से परीक्षा सामग्री दी जा रही है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने स्पष्ट आदेश दिया कि समय सीमा के अंदर स्कूल के प्रधानाध्यापक प्रश्न पत्र का उठाव करेंगे। इसमें किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए। दूसरी ओर प्रश्न पत्र की गोपनीयता भंग नहीं हो। इसकी जिम्मेवारी संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापक की है। इन प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद जो अभ्यर्थी बेहतर प्रदर्शन करेंगे उनसे अपेक्षा होगी कि वे पढ़ाई और जीवन के सभी क्षेत्रों में बेहतर से बेहतर प्रदर्शन करते रहेंगे।

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