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    MIT में सत्र देरी से छात्रों का भविष्य अधर में, प्लेसमेंट के मौके गंवा रहे इंजीनियर

    Updated: Sun, 26 Oct 2025 12:33 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) में सत्र में देरी से छात्रों का भविष्य संकट में है। प्रशासनिक कारणों से शैक्षणिक सत्र समय पर शुरू नहीं हो पा रहा है, जिससे छात्रों को प्लेसमेंट के अवसर नहीं मिल पा रहे। इंटर्नशिप और नौकरी के आवेदन में भी दिक्कतें आ रही हैं। छात्र प्रशासन से स्थिति को सुधारने की मांग कर रहे हैं ताकि उनका करियर प्रभावित न हो।

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    सत्र विलंब से इंजीनियरिंग छात्रों का प्लेसमेंट संकट। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। एमआइटी (मुजफ्फरपुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) समेत इंजीनियरिंग कॉलेजों में शैक्षणिक सत्र में देरी के कारण नामांकित छात्र-छात्राएं प्लेसमेंट के अवसर गंवा रहे हैं।

    सत्र पिछड़ा होने के कारण कई कंपनियां इस बार कैंपस में नहीं पहुंची हैं तो कुछ ने फोन पर ही जानकारी लेकर आना फिलहाल रद कर दिया है। इससे छात्र-छात्राओं की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। कई विद्यार्थियों ने इसको लेकर कॉलेज में ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल से लेकर शिक्षकों व प्राचार्य को पीड़ा सुनाई है।

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    प्लेसमेंट कंपनियों के प्रविधान के अनुसार उनकी ओर से होने वाले प्लेसमेंट ड्राइव या कैंपस प्लेसमेंट में शामिल होने के लिए छठे सेमेस्टर का रिजल्ट जारी होना अनिवार्य है।

    इसके बगैर उन्हें प्लेसमेंट में शामिल होने का मौका नहीं मिलता है। सत्र 2022-26 के तहत नामांकित विद्यार्थियों की अब तक केवल पांचवें सेमेस्टर की ही परीक्षा हो सकी है। इसके परिणाम का विद्यार्थी इंतजार कर रहे हैं।

    उनके पास केवल चौथे सेमेस्टर तक ही रिजल्ट है। इसके बाद छठे सेमेस्टर की परीक्षा होगी। कैंपस प्लेसमेंट के लिए सातवें सेमेस्टर में नामांकित विद्यार्थी योग्य माने जाते हैं।

    वहीं 2022-26 के तहत बीटेक में नामांकित छात्र-छात्राओं के लिए बाकी सेमेस्टर की परीक्षा समय पर पूरी कराना चुनौतीपूर्ण होगी। अगले आठ महीने में छात्र-छात्राओं के लिए तीन सेमेस्टर पूरे किए जाने हैं।

    इसमें छठा, सातवां व आठवां सेमेस्टर शामिल है। एमआइटी के छात्र अनिकेत, प्रिंस समेत अन्य ने बताया समय पर परीक्षा व परिणाम जारी नहीं हो रहा है। इससे टेंशन है।

    कहा कि सत्र 2024-28 में नामांकित बैच को अब तक थर्ड सेमेस्टर में होना चाहिए था, लेकिन उन्हें सेकेंड सेमेस्टर की परीक्षा का इंतजार है। इससे पहले 2023-27 में नामांकित विद्यार्थियों को पांचवें सेमेस्टर में होना चाहिए, लेकिन उनका चौथा सेमेस्टर संचालित हो रहा है।

    नामांकन व परीक्षा में देरी बना कारण

    बीटेक में नामांकन प्रक्रिया, नामांकन व परीक्षा में देरी का असर सत्र पर पड़ रहा है। लगभग एक सेमेस्टर की देरी से बीटेक कोर्स का संचालन हो रहा है। प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दो फेज में नामांकन की प्रक्रिया होती है।

    पहले चरण में जेईई मेन के स्कोर के आधार पर काउंसिलिंग के बाद नामांकन होता है। इसके बाद भी विभिन्न ब्रांचों में सीटें खाली रहने पर बीसीईसीई की ओर से कराई गई परीक्षा के आधार पर सीटें भरी जाती हैं।

    इस प्रक्रिया में कई बार देर हो जाती है। इससे नामांकन व कक्षाओं का संचालन समय पर नहीं हो पाता है। एमआइटी के टीपीओ इंचार्ज प्रो.दीपक चौधरी ने बताया सत्र में देरी से प्लेसमेंट की शुरुआत नहीं हो सकी है। इससे छात्र परेशान हैं।

    17 नवंबर से शुरू होगी छठे सेमेस्टर की परीक्षा

    बीटेक के सत्र 2022-26 के छठे सेमेस्टर में नामांकित छात्र-छात्राओं की परीक्षा 17 नवंबर से होगी। इसको लेकर बिहार इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी की ओर से जानकारी दी गई है।

    इससे पहले 29 से 31 अक्टूबर तक विद्यार्थी आनलाइन परीक्षा फार्म भर सकेंगे। सभी कालेजों को तीन नवंबर तक भरे गए फार्म की हार्ड कापी विश्वविद्यालय को उपलब्ध करानी है।