Bihar Voter List 2025: मतदाता सूची में हिंदू परिवारों के साथ मुस्लिम नाम, गांव में फैली सनसनी
मुजफ्फरपुर जिले में मतदाता सूची के प्रारूप में गंभीर गड़बड़ियां पाई गई हैं। सकरा विधानसभा के कई बूथों पर हिंदू परिवारों के साथ मुस्लिम मतदाताओं के नाम दर्ज हैं जिससे स्थानीय लोगों में चिंता फैल गई है। ग्रामीणों ने बीएलओ से शिकायत की है पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी ने जांच का आश्वासन दिया है।

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। जिले की मतदाता सूची के प्रारूप में भी बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। सकरा विधानसभा के कई बूथों में हिंदू परिवारों के बीच में मुस्लिम मतदाता का नाम जोड़ दिया गया है। एक ही मकान में संख्या में हिंदू परिवार के तीन से चार मतदाता हैं तो उनमें एक से दो मुस्लिम मतदाता भी हैं।
परिवार के मुखिया कह रहे कि उनके यहां कोई मुस्लिम परिवार किरायेदार भी नहीं है। ऐसे में उनका नाम कैसे हिंदू परिवार में जोड़ दिया गया। यह किसी साजिश के तहत तो नहीं किया गया।
प्रारूप में गड़बड़ी के यह हैं उदाहरण
मतदाता सूची के प्रारूप में बूथ संख्या 223 उत्क्रमित मध्य विद्यालय साहदुल्लाहपुर में मकान संख्या दो की मतदाता पूनम देवी के साथ लाडली खातून, पति मो. इस्लाम का नाम जुड़ गया है। वहीं मकान संख्या तीन में पांच मतदाता हैं। इनमें से चार नाम रविंद्र कुमार, सीमा देवी, निशा देवी, खुशबू है।
इस परिवार में एक नाम मो. जुनैद, पिता-मो. नाजिर अली का नाम शामिल हो गया है। मकान संख्या चार की स्थिति तो पूरी तरह उलट है। इस मकान के एक परिवार में एक हिंदू तो चार मुस्लिम नाम हैं। मकान संख्या दस में हिंदू परिवार के चार सदस्यों में एक मुस्लिम नाम शामिल है। यही स्थिति कई मकान संख्या में है।
दूसरी ओर पंचायत भवन कटेसर के बूथों की मतदाता सूची में भी बड़ी गड़बड़ी दिख रही है। मोहनपुर टोला के एक मतदाता अवधेश ठाकुर ने कहा कि उनके गांव में मुस्लिम मतदाता नहीं हैं। इसके बावजूद करीब-करीब सभी परिवार में मुस्लिम मतदाताओं का नाम जोड़ दिया गया है। मकान संख्या 36, 37 एवं 38 में 15 मुस्लिम मतदाताओं के नाम हैं।
उमेश ठाकुर के यहां कोई नहीं रहते। वह ताजपुर में रहते हैं। उनके परिवार में सात से आठ मुस्लिम मतदाताओं का नाम जोड़ दिया गया है। अवधेश ठाकुर ने कहा कि जिनका नाम जोड़ा गया है वह कौन हैं, कहां से आए हैं, उसकी गांव में किसी को जानकारी नहीं है।
इस मामले में ग्रामीणों ने बीएलओ संतोष बैठा से शिकायत की थी, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब ग्रामीणों को इस बात का डर सता रहा है कि भविष्य में उनके मकान में दूसरी मतदाता का नाम रह गया तो उनकी संपत्ति पर खतरा हो जाएगा। साथ ही चुनाव में गड़बड़ी की भी उन्हें साजिश दिख रही है। कुछ लोगों का कहना है कि ऐसा विधानसभा के कई बूथों पर पर हुआ है। इसकी विस्तृत जांच की जरूरत है।
इस मामले में सकरा विधानसभा के निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने कहा कि मतदाता सूची के प्रारूप में ऐसी बात आई है। इसकी जांच की जाएगी कि यह कैसे हुआ। कई जगहों पर बूथों के विखंडीकरण से भी ऐसा हो सकता है।
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