Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    SKMCH में बिचौलियों का आतंक, OPD में जबरन मरीजों को पकड़कर करा रहे दवा-जांच

    Updated: Wed, 26 Nov 2025 02:17 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में ओपीडी के बाहर निजी दवा दुकानों और जांच घरों के दलालों का बोलबाला है। वे मरीजों को जबरदस्ती पकड़कर दवाएं और जांच करवा रहे हैं। विरोध करने पर मरीजों के साथ बदसलूकी भी की जा रही है। पुलिस द्वारा दलालों को पकड़ने के बावजूद, शिकायत के अभाव में उन्हें छोड़ दिया जा रहा है, जिससे मरीजों में डर का माहौल है।

    Hero Image

    SKMCH में बिचौलियों का आतंक

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। एसकेएमसीएच के ओपीडी में निजी दवा दुकान व जांच घरों के बिचौलिया हावी हो गए हैं। यह जबरन मरीजों को पकड़कर दवा दे रहे हैं। कुछ लोगों को चिकित्सक के बगैर लिखी जांच भी कर दे रहे हैं। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मंगलवार को एसकेएमसीएच के ओपीडी के बाहर कुढ़नी थाना इलाके रामपुर गांव के शंकर झा स्वजन का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान एक चश्मा घर का बिचौलिया उनका पर्ची ले लिया और उनका हाथ पकड़कर दवा दिलाने के लिए ले जाने लगा। 

    पुलिस पर छोड़ने का दबाव बनाया

    इसका उन्होंने विरोध जताया तो धक्का दे दिया। इसके बाद उन्होंने बिचौलिया को पुलिस बुलाकर सौंप दिया। इस बीच पकड़े गए बिचौलिया को छुड़वाने के लिए चार-पांच दवा व जांच घर के दुकानदार पहुंच गए। पुलिस पर छोड़ने का दबाव बनाने लगे। 

    पीड़ित व्यक्ति के आवेदन नहीं देने पर अंत में एसकेएमसीएच पुलिस ने पकड़े गए बिचौलिया को पीआर बांड पर मुक्त कर दिया।

    पूर्व अध्ययनरत पारा मेडिकल के छात्र सक्रिय 

    बताया जा रहा है कि इन दिनों एसकेएमसीएच के आई, ईएनटी, मेडिसिन, सर्जरी और अर्थो ओपीडी व उसके बाहर निजी दवा दुकान व जांच घर के बिचौलिया सक्रिय हो गए हैं। 

    उनकी साठगांठ कुछ एसकेएमसीएच के पूर्व अध्ययनरत पैरामेडिकल छात्रों से है। जो ओपीडी के अंदर स्टूडेंट्स के नाम पर मरीजों को डिलिंग करके मोबाइल के जरिए दलालों को हवाले कर दे रहे हैं। बिचौलिया जबरन मरीज का पर्ची लेकर उन्हें दवा और जांच करा दे रहे हैं। इसके एवज में उन्हें कमीशन मिल रहा है। 

    यह स्टूडेंट्स और दलालों के बीच बांट लिया जाता है। मोटी रकम की बिल जब मरीज या उनके स्वजन देने से हिचकते हैं तो निजी दुकान व जांच संचालक मारपीट को भी तैयार हो जा रहे हैं। इसको लेकर अक्सर ओपीडी के बाहर शोरगुल होता रहता है।

    यूनिट इंचार्ज को किया अलर्ट  

    उपाधीक्षक डॉ. सतीश कुमार सिंह ने बताया कि सूचना मिलने के बाद उन्होंने सभी यूनिट इंचार्ज को अलर्ट कर दिया है। उन्होंने बताया कि सभी यूनिट इंचार्ज को सख्त आदेश दिया गया है कि बगैर ड्यूटी के कोई स्टूडेंट्स ओपीडी में नहीं रहेंगे। पकड़े जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। 

    साथ ही उन्होंने अस्पताल प्रबंधक संजय कुमार शाह को आदेश दिया है कि रोजाना ऐसे स्टूडेंट्स पर नजर रखें। इन्हें चिह्नित करें। सुरक्षाकर्मियों को दवा व जांच केंद्र के संचालकों के प्रवेश पर रोक लगाने का आदेश दिया है। 

    एसकेएमसीएच ओपी प्रभारी राजकुमार गौतम ने बताया कि दलालों को चिह्नित किया जा रहा है। पीड़ित आवेदन देने से मुकर जा रहे हैं, इसको लेकर कार्रवाई करना मुश्किल पड़ा है। जरूरत पड़ने पर पुलिस के बयान पर कार्रवाई की जाएगी।