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    मुजफ्फरपुर वालों के लिए खुशखबरी, अब इलाके में बनेगी नई शानदार सड़क; 2 करोड़ रुपये होंगे खर्च

    By Babul DeepEdited By: Rajat Mourya
    Updated: Thu, 26 Jun 2025 03:46 PM (IST)

    मुजफ्फरपुर में मीनापुर-टेंगराहा पथ के चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण किया गया है, जिसके लिए रैयतों को लगभग 2.08 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। भुगतान प्रक्रिया शुरू करने के लिए राशि की मांग की गई है। वहीं, भगवानपुर-रामदयालु NH-28 पर खबड़ा मंदिर के पास डिवाइडर का ग्रिल टूटकर सड़क पर झुक गया है, जिससे आवागमन खतरनाक हो गया है।  

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    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। मीनापुर-टेंगराहा पथ का निर्माण किया जा रहा है, ताकि आवागमन को सुगम बनाया जा सके। इस पथ की चौड़ाई बढ़ाई जा रही है। इसे लेकर निजी भूमि का अधिग्रहण किया गया है। इसके लिए तीन मौजा नंदना चादर नंबर एक में 0.3110 एकड़, चादर नंबर दो में 1.9960 एकड़ के साथ तवीबपुर उर्फ तालिमपुर में 2.5090 एकड़ भूमि अर्जित की गई है।

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    अब इसके रैयतों को मुआवजा का भुगतान किया जाना है। समाहर्ता की स्वीकृति मिल चुकी है। उक्त मौजा का एमवीआर निर्धारित करते हुए जिला भू-अर्जन कार्यालय को दर से संबंधित रिपोर्ट सौंप दी गई थी। इसके आधार पर करीब दो करोड़ आठ लाख रुपये से अधिक के भुगतान का प्राक्कलन तैयार किया गया है।

    उक्त राशि रैयतों को मुआवजा के रूप में भुगतान किया जाएगा। जिला भू-अर्जन कार्यालय की ओर से पथ निर्माण विभाग-दो के कार्यपालक अभियंता से भुगतान की राशि उपलब्ध कराने को कहा गया है, ताकि शीघ्र शिविर लगाकर इसकी प्रक्रिया सुनिश्चित की जा सके।

    इसके आलोक में कार्यपालक अभियंता ने मुख्यालय को ब्योरा भेजकर राशि मुहैया कराने का अनुरोध किया है।

    मेंटनेंस न मॉनिटरिंग, खतरनाक हुआ हाइवे पर सफर

    भगवानपुर से रामदयालु एनएच-28 पर सफर करना हो तो बहुत सावधान रहने की आवश्यकता है। अगर जरा भी ध्यान भटका तो बड़ा हादसा हो सकता है।

    दरअसल, खबड़ा मंदिर के समीप एनएच पर बने डिवाइडर के बीच ग्रिल लगाया गया है, ताकि वाहन चलाते समय ग्रिल को देखकर लेन का अंदाजा लगाया जा सके, लेकिन यह ग्रिल मेंटनेंस के अभाव में टूटकर सड़क की ओर पूरी तरह झूक गया है।

    इस कारण वाहन चलाते समय बहुत सावधानी बरतना पड़ता है। अगर पलक भी झपका तो इससे टकराने का खतरा बना रहता है। यह स्थिति करीब एक माह से बनी हुई है, लेकिन एनएचएआई के पदाधिकारियों की नजर इसपर नहीं गई है, जबकि भगवानपुर में ही एनएचएआई का कार्यालय है और पटना व समस्तीपुर जाने के लिए यह प्रमुख मार्ग है।

    एनएचएआई के पदाधिकारी भी इस एनएच से आवागमन करते हैं, लेकिन अब तक किसी की नजर नहीं गई। मरम्मत और मानिटरिंग के अभाव में इतने दिनों से ग्रिल टूटकर सड़क पर झूकी है, लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है।