By Edited By: Aditi Choudhary
Updated: Mon, 19 Jun 2023 11:28 AM (IST)
Muzaffarpur News जिले के ब्रह्मपुरा में शादी के महज दस दिन बाद एक विवाहिता की मौत हो गई। पति और ससुरालवाले उसे अस्पताल में छोड़ फरार हो गए। इधर मृतका के पिता ने दहेज के लिए बेटी की हत्या का आरोप लगाया है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। बिहार के ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के सरस्वती नगर में रविवार शाम संदिग्ध परिस्थिति में नवविवाहिता की मौत हो गई। ससुराल वाले उसे लेकर ब्रह्मपुरा स्थित एक निजी अस्पताल में पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलने पर नवविवाहिता के मायके वाले और पुलिसकर्मी अस्पताल में पहुंचे।
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स्वजन हत्या करने का आरोप लगाते हुए वहीं हंगामा करने लगे। यह देखकर पति समेत सभी ससुराल वाले मौके से भाग निकले। प्रभारी थानाध्यक्ष संतोष रजक ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया। पोस्टमार्टम की प्रकिया के बाद शव लेकर मायके वाले उसकी ससुराल पहुंच गए। घर में कुछ महिलाएं थीं। उन्होंने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया।
20 लाख कैश, लाखों का सामान भी दिया
रूबी के पिता शिवनाथ साह ने बताया कि वह मूल रूप से पारू थाना क्षेत्र के फुलवरिया के रहने वाले हैं। गुवाहाटी में रहकर मछली का व्यवसाय करते हैं। कांच व्यवसायी आदित्य के साथ बेटी रूबी कुमारी (23 वर्ष) की 21 मई को रिंग सेरेमनी और सात जून को ब्रह्मपुरा स्थित एक विवाह भवन में धूमधाम से शादी की थी। उपहार स्वरूप 20 लाख रुपये समेत लाखों का सामान भी दिया।
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पिता ने कहा कि अगर बेटी की बात शादी के दो दिन बाद मान ली होती और उसे घर ले गए होते, तो आज ये घटना नहीं होती। शादी के एक दिन बाद वे लोग दहेज के लिए उनकी बेटी को प्रताड़ित करने लगे। जब भी फोन पर बात होती थी तो कहती थी कि आदित्य हर दिन रात को नशे की हालत में घर आते हैं। उसपर दहेज के लिए दबाव बनाया जा रहा है। उसे प्रताड़ित किया जा रहा है, लेकिन उनलोगों ने सोचा कि धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा।
रूबी ने खरीदा था मनपसंद लहंगा
पिता ने बताया कि चार बेटियों में वह तीसरी थी। उसने पढ़ाई के लिए शहर के एक चर्चित कालेज में नामांकन कराया। वह स्नातकोत्तर की छात्रा थी। बेटियों के शौक पूरे करने में कोई कसर नहीं रखी। खुद फटे-पुराने कपड़े पहनते थे, लेकिन बेटियों का अरमान पूरा करते थे। जब रूबी की शादी तय हुई तो वह बहुत खुश थी। शादी के लिए जमकर खरीदारी की। मनपसंद का लहंगा खरीदा।
पिता ने बताया कि बड़े अरमान से उसने अपने हाथों में मेंहदी रचाई थी। 10 दिनों में उसका शरीर तो पीला पड़ गया, लेकिन हाथों की मेंहदी का रंग नहीं सूखा था। बेटी के बारे में इतना कहते हुए रूबी के पिता फफक कर चीत्कार उठे। बदहवास और लाचार हालत में पुलिस की तरफ न्याय की उम्मीद लगाकर देखते और कहते रहे, हमको इंसाफ चाहिए।
महिलाओं को बाहर निकालने की करने लगे मांग
रविवार को आक्रोशित स्वजन ससुराल में दरवाजे पर ही रूबी दाह संस्कार करने की बात करने लगे। धीरे-धीरे हंगामा और बवाल शुरू हो गया। ब्रह्मपुरा प्रभारी थानाध्यक्ष समेत काफी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। बल प्रयोग कर भीड़ को हटाया गया। स्वजन से शव ले जाने को कहा गया, लेकिन वे लोग ससुराल पक्ष को शव सौंपने की बात करने लगे।
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ब्रह्मपुरा सरस्वती नगर मे नवविवाहिता की मौत के बाद शव को एंबुलेंस मे लेकर पहुंचे मायके के लोग
स्वजन को पता था कि कई महिलाएं घर के अंदर हैं। वे लोग बाहर से बिजली का कनेक्शन काटने का प्रयास करने लगे। इसपर पुलिस ने समझाकर सभी को वहां से हटाया। वे लोग महिलाओं को घर से बाहर निकालने की मांग पर अड़ गए। गिरफ्तारी की मांग करने लगे। प्रभारी थानाध्यक्ष ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस पर लोग शांत हुए और दरवाजे से हटे।
पुलिस से हुई नोकझोंक
स्वजन से बातचीत और समझाने के दौरान कई बार पुलिस से नोकझोंक भी हुई। वे लोग शव यहां से ले जाने की बात कह रहे थे, लेकिन स्वजन का कहना था कि हमलोग हंगामा करने नहीं आए हैं। शांतिपूर्ण तरीके से शव को सौंपने आए हैं। आरोपित पक्ष सामने आकर शव को ले जाएं और दाह-संस्कार करें। शादी के बाद इसका हक लड़की के ससुरालवालों को मिलता है।
इसी बात को लेकर काफी देर तक विवाद होता रहा। कुछ बुद्धिजीवियों ने बीच में पड़कर और वरीय पुलिस पदाधिकारी से फोन पर बात की। इसके बाद मामला शांत हुआ और शव को ले जाने को तैयार हुए। नगर डीएसपी राघव दयाल ने बताया कि नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई है। प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। आरोपितों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से मौत के कारण का पता चलेगा।
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