क्या छठ 2025 के दौरान बारिश होगी? मौसम विभाग ने जारी की पूर्वानुमान रिपोर्ट
Bihar Weather Update: मौसम विभाग ने छठ 2025 के लिए पूर्वानुमान जारी किया है, जिसके अनुसार बारिश की संभावना कम है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। तापमान सामान्य रहने की उम्मीद है, दिन में 25-28 डिग्री सेल्सियस और रात में 18-20 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। किसानों और श्रद्धालुओं को मौसम के अनुसार तैयारी करने की सलाह दी गई है।

इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Weather Update: छठ 2025 से ठीक पहले मौसम में बदलाव के पूरे लक्षण सामने आ गए हैं। सुबह में कुहासा छाने लगा है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक इसका असर देखने को मिल रहा है।
कुहासा के कारण दृश्यता काफी कम रही। इस कारण एनएच पर चलने वाले गाड़ियों के लाइट जल रहे थे। वहीं बाइक वालों को भी चलने में परेशानी हो रही थी।
सुबह आठ बजे के बाद धीरे- धीरे कुहासा छंट गया। घर के भीतर गर्मी की अनुभूति होने के कारण लोग पंखा चलाकर सो रहे हैं। वहीं सुबह उठकर जब लोग घरों के बाहर निकले तो ठंड की अनुभूति हो रही थी।
मार्निंग वाक पर जाने वाले बुजुर्गों ने बताया कि कुहासा के कारण ठंड की अनुभूति हुई। वरीय मौसम विज्ञानी डा. ए. सत्तार ने बताया कि फिलहाल वातावरण में नमी ज्यादा है। रात में पुरवा हवा चलने के कारण सुबह कुहासा छाया रहा।

जब - जब रात में पुरवा चलेगी तो अगली सुबह ऐसी ही परिस्थिति होगी। उन्होंने कहा कि बीच-बीच में ऐसा होगा। कहा कि अब धीरे-धीरे तापमान में कमी आएगी। शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से 2.1 डिग्री अधिक है। वहीं न्यूनतम तापमान 21 डिग्री रहा।
छाएंगे बादल, मौसम रहेगा शुष्क
उत्तर बिहार में आने वाले चार से पांच दिन यानी छठ पूजा की अवधि की बात करें तो आसमान में बादल छाएंगे। इस अवधि में मौसम शुष्क रहेगा।
अधिकतम तापमान 30-32 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। जबकि न्यूनतम तापमान 21-22 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने की उम्मीद है। पूर्वानुमानित अवधि में औसतन दो से तीन किमी प्रति घंटा की रफ्तार से अगले एक-दो दिन पछिया हवा उसके बाद पुरवा चलने की संभावना है।
किसानों के लिए मौसम विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। बताया गया है कि शुष्क मौसम की संभावना को देखते हुए किसान धान की कटनी और दौनी के कार्य को उच्च प्राथमिकता देकर पूरा करने का प्रयास करें।
राई, मसूर सुर्यमुखी, लहसुन, शरदकालीन गन्ना, मटर, राजना की बुआई प्राथमिकता से करें। सब्जियों में आवश्यकतानुसार निकाई-गुड़ाई करे एवं कीट तथा रोग-व्याधि का नियमित रूप से निरीक्षण करें।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।