Bihar Election 2025: बिहार चुनाव के बाद कौन होगा NDA का CM चेहरा? उपेंद्र कुशवाहा ने किया खुलासा
बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। एनडीए में मुख्यमंत्री पद (NDA CM Face) का चेहरा को लेकर अटकलें तेज हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि एनडीए में मुख्यमंत्री कौन होगा, यह चुनाव के बाद ही तय होगा। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार हो सकते हैं। एनडीए में मुख्यमंत्री पद को लेकर मंथन जारी है।

आरएलएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच NDA के CM फेस (NDA CM Face) पर गृहमंत्री अमित शाह के बयान के बाद सियासत तेज हो गई। इस बीच आरएलएम (राष्ट्रीय लोक मोर्चा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव हो रहा है और चुनाव के बाद वही CM बनेंगे।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार जी हमारे सीएम चेहरे हैं। बिहार में चुनाव सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है। हम चुनाव जीतेंगे और उनके नेतृत्व में सरकार शपथ लेगी।
#WATCH | Patna, Bihar | When asked about the CM face of NDA, RLM's National President Upendra Kushwaha says, "Nitish Kumar ji is our CM face. The elections in Bihar are being contested under the leadership of Bihar CM Nitish Kumar. We will win the elections and the government… pic.twitter.com/Gusw5S8D9v
— ANI (@ANI) October 20, 2025
महागठबंधन पर हमला
महागठबंधन पर आरएलएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि यह स्वार्थ के आधार पर एकजुट हुई पार्टियों का गठबंधन है। इन्हें जनता के हितों से कोई लेना-देना नहीं है। बिहार की जनता इनके पक्ष में नहीं है। बिहार चुनाव में इनकी हालत बदतर होने जा रही है।
लालू यादव को घेरा
बिहार चुनाव से पहले विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर महागठबंधन पर निशाना साधते हुए, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने विपक्ष पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया और कहा कि सत्ता उनके हाथों से पहले ही फिसल चुकी है।
आरएलएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर बिहार में अपने पंद्रह साल के शासन के दौरान दलितों और पिछड़े समुदायों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया।
सोमवार को पटना में एएनआई से बात करते हुए, कुशवाहा ने कहा, "उन्होंने एसआईआर पर खूब हंगामा किया, लेकिन उन्हें क्या मिला? क्या आज जनता के बीच इस बारे में कोई चर्चा भी हो रही है कि एसआईआर क्या है? ये लोग जनता के बीच एक मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे थे। जनता ने उन्हें पहले ही नकार दिया है।"
राजद पर निशाना साधते हुए, कुशवाहा ने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद यादव की सरकार जमीनी स्तर पर दलितों और पिछड़े समुदायों के लिए राजनीतिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने में विफल रही।
कुशवाहा ने कहा, "जब लालू प्रसाद यादव पंद्रह साल तक बिहार में सत्ता में थे, तब किसी ने भी किसी दलित को वार्ड सदस्य नहीं बनने दिया। न केवल दलित परिवारों की महिलाओं, अत्यंत पिछड़े परिवारों की महिलाओं, बल्कि पुरुषों को भी सदस्य नहीं बनने दिया जाता था।"
नीतीश कुमार को सराहा
उन्होंने नीतिगत बदलावों के जरिए सामाजिक समावेशन लाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और एनडीए सरकार को श्रेय दिया। उन्होंने आगे कहा, "जब नीतीश कुमार ने सत्ता संभाली, तो एनडीए सरकार ने तुरंत मौजूदा प्रावधानों में बदलाव किया। इसका नतीजा यह हुआ कि पिछड़े समुदाय और दलितों का प्रतिनिधित्व बढ़ा है और उन्हें सम्मान की नजर से देखा जाता है।"
कुशवाहा ने महागठबंधन पर झूठे वादों के जरिए सत्ता हासिल करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "लालू प्रसाद यादव को ऐसा करने से किसने रोका था? अब जब सत्ता उनके हाथ से निकल गई है, तो वे फिर से प्रलोभनों का सहारा ले रहे हैं। जनता उनकी असली पहचान जानती है।"
चुनाव से पहले विश्वास जताते हुए, कुशवाहा ने कहा कि एनडीए बिहार में पूर्ण बहुमत की ओर बढ़ रहा है और आसानी से सरकार बनाएगा।
'जनसुराज चुनौती नहीं'
कुशवाहा ने बिहार विधानसभा चुनावों के लिए प्रशांत किशोर द्वारा स्थापित जन सुराज पार्टी द्वारा पेश की गई जा रही चुनावी चुनौती को भी कम करके आंका। उन्होंने कहा, "मुझे कहीं भी जन सुराज नहीं दिख रहा। बिहार की लड़ाई में एक तरफ एनडीए है और दूसरी तरफ महागठबंधन।"
उनकी यह टिप्पणी प्रशांत किशोर के 18 अक्टूबर के उस बयान के जवाब में आई है, जिसमें किशोर ने दावा किया था कि विपक्षी गठबंधन (महागठबंधन) तीसरे स्थान पर रहेगा, जिससे उनकी पार्टी जन सुराज एनडीए के लिए मुख्य चुनौती बन जाएगी।
समाचार एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ
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