Bihar Chunav: वोटर कार्ड में हैं सामान्य त्रुटियां तो नहीं हो परेशान, इन विकल्पों के सहारे भी कर सकते मतदान
बिहार चुनाव के दौरान वोटर कार्ड में मामूली गलतियाँ होने पर भी परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसे वैकल्पिक पहचान पत्रों का उपयोग करके मतदान किया जा सकता है। चुनाव आयोग ने मतदान केंद्रों पर सहायता और ऑनलाइन सत्यापन की सुविधा भी प्रदान की है। हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

मतदाता पहचान पत्र की सामान्य त्रुटियां मतदान में नहीं होंगी बाधक। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, पटना। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम डा. त्यागराजन एसएम ने गुरुवार को होने वाले विधानसभा को लेकर अधिकारियों को कड़ा निर्देश दिया है कि एक भी मतदाता अपने मताधिकार से वंचित नहीं रहे।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि निर्वाचक फोटो पहचान-पत्र (एपिक) की सामान्य त्रुटियों के कारण किसी मतदाता को मतदान से रोका नहीं जाएगा।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से कहा कि मतदाता सूचना पर्ची मतदान के समय वैकल्पिक पहचान दस्तावेज के रूप में मान्य नहीं है। यदि किसी मतदाता का नाम मतदाता सूची में दर्ज है तो वह फोटो पहचान-पत्र या उपरोक्त वैकल्पिक दस्तावेजों में से किसी एक के साथ मतदान कर सकते हैं।
मतदान के लिए व्यक्तिगत पहचान अनिवार्य है लेकिन यदि मतदाता का एपिक सही ढंग से प्रस्तुत नहीं किया जा सकता तो उसे कोई भी निम्नलिखित वैकल्पिक फोटो पहचान दस्तावेजों से अपनी पहचान स्थापित करने की अनुमति है।
बूथ पर जाने के पहले रखें इनमें से एक पहचान पत्र
- आधार कार्ड
- मनरेगा जाब कार्ड
- बैंक-डाकघर द्वारा जारी फोटोयुक्त पासबुक
- श्रम मंत्रालय योजना अंतर्गत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड या आयुष्मान भारत कार्ड
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पैन कार्ड
- राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर स्मार्ट कार्ड
- भारतीय पासपोर्ट
- फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज
- केंद्रीय, राज्य सरकार, पीएसयू, पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी फोटोयुक्त सेवा पहचान-पत्र
- सांसद, विधायक, विधान पार्षदों द्वारा जारी आधिकारिक पहचान पत्र
- विशिष्ट दिव्यांगता पहचान पत्र (यूडीआईडी)
हर बूथ पर स्वास्थ्य हेल्प डेस्क स्थापित
चुनाव को देखते हुए जिले के सभी मतदान केंद्रों पर स्वास्थ्य हेल्प डेस्क स्थापित कर दी गई है, जहां बुधवार से आशा कार्यकर्ता और स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी पर तैनात हैं।
गर्म मौसम को देखते हुए हेल्प डेस्क पर ओआरएस, सर्दी-खांसी, बुखार आदि की आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। सिविल सर्जन डा. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि किसी मतदाता या मतदान कर्मी के अस्वस्थ होने पर तुरंत चिकित्सक मौके पर पहुंचकर उपचार देंगे।
इसके लिए सभी मतदान केंद्रों को नजदीकी अस्पतालों अनुमंडलीय अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी से जोड़ा गया है। साथ ही, प्रत्येक केंद्र के पास एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। जिले में 18 रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) गठित की गई हैं।

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